काशी सहित सभी तीर्थ क्षेत्रों में मांस मदिरा की बिक्री पाप है यह बंद होना चाहिए – पं प्रदीप मिश्रा
काशी सहित सभी तीर्थ क्षेत्रों में मांस मदिरा की बिक्री पाप है यह बंद होना चाहिए – पं प्रदीप मिश्रा
– अधर्म को धर्म का व्यापार बहुत दिन तक नहीं चलता
प्रख्यात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि सनातन धर्म में हिंसा व कट्टरता का कोई स्थान नहीं है।
रामायण गीता व शिव पुराण में कर्म को ही प्रधानता दी गई है। भक्त सनातन धर्मी बने सनातन के लिए भक्ति ही पर्याप्त है। आपने कहा कि सनातन धर्म में किसी भी धर्म का अपमान के लिए कोई जगह नहीं है।
हमारे यहां देवी माता के लिए केवल एक लाल पुष्प ही पर्याप्त है बलि में भी हिंसा का शासन में कोई स्थान नहीं है । आपने कहा कि संसार में जीव की शुरुआत भी शिव है और अंत भी शिव है।
एक प्रश्न के उत्तर में पूज्य पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि काशी सहित संसार के सभी तीर्थों में मांस और मदिरा की बिक्री पाप है यह बंद होना चाहिए अर्थोपार्जन के लिए अनेक मार्ग हैं उसके लिए अपने सत्कर्मों का तीर्थ क्षेत्रों में उचित नहीं है।
आपने कहा कि जीवन में अधर्म बहुत दिनों तक नहीं टिकता है एक अन्य प्रश्न के उत्तर में पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि भगवा वेश जो लोग भी धर्म का व्यापार कर रहे हैं वह बहुत दिन तक चलने वाला नहीं है जहां भी जिस पात्र में भक्ति अहंकार दूध, पेट्रोल, तेल, जल जो भी भरा होगा वह छलकेगा ही।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने ज्ञानवापी शिव महापुराण की महत्ता के बारे में पूछने पर बताया कि स्कंद पुराण के काशी खंड के श्लोक संख्या 37, 38, 39 एवं 40 में ज्ञानवापी तलाब कुंड आदि के महत्व का वर्णन है। यहां मंत्र तंत्र काम नहीं आता अंधविश्वास का कोई स्थान नहीं है। जीवन में खुशहाली के लिए आज के युवा धर्म युक्त जीवन धारण कर रहे हैं वह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि उनका हित किस में है।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में आपने कहा कि महादेव कि जब तक इच्छा है जहां रहने की है वहां रहेंगे उन्हें किसी भी वापी में कैद नहीं किया जा सकता है।
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