कथा का छठवां दिनमनुष्य योनी निंदा श्रवण के लिए नहीं प्रभु स्मरण कर मोक्ष प्राप्ति के लिए
कथा का छठवां दिनमनुष्य योनी निंदा श्रवण के लिए नहीं प्रभु स्मरण कर मोक्ष प्राप्ति के लिए
ज्ञानवापी शिवपुराण कथा के छठे दिन प्रख्यात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा है कि मनुष्य योनि निंदा श्रवण के लिए नहीं मोक्ष के लिए मिला है मोक्ष तभी संभव है जब प्रभु का स्मरण कर सत कर्मों में लगे रहे क्योंकि यह मनुष्य रूप में ही किया जा सकता है जो मनुष्य ऐसा नहीं कर पाता उसे पुनः 83 करोड़ 99 लाख 99,999 बार पुनः जन्म लेना होगा l वह विट्ठल सेवा समिति के तत्वाधान में विश्व सुंदरी पुल के नीचे रमना में मां गंगा के तट पर ज्ञानवापी शिव महापुराण कथा के छठवें दिन उमड़े अपार जनसमूह को संबोधित कर रहे थे l
पानी में डूबने वाले को बचाया जा सकता है प्याला में डूबने वाले को नहीं। देवा दी देव महादेव की कृपा से मानव जन्म मिला है उसे निरर्थक न जाने दे। पूज्य पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जो बाबा को जान गए हैं वह देश विदेश से चल कर यहां आता है और सबसे पहले बाबा विश्वनाथ मां अन्नपूर्णा काल भैरव और मां गंगा का दर्शन करने जाता है किंतु काशी में कुछ दूरी पर रहने वाले लोग यहां रह कर भी बाबा का दर्शन नहीं करने जाते ऐसे लोगों के बारे में समझ लेना कि उन्हें मोक्ष नहीं मिलने वाला है अभी उनके पुण्य में कमी है ऐसे लोगों को पुनर्जन्म लेना होगा l
अंधकासुर जो अपनी तपस्या से अमय मृत्यु मांगा उसे सशर्त या वरदान मिला कि यदि मां को गलत दृष्टि से देखा तो तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी उसकी दृष्टि मां पार्वती जो उससे बच्चा मानती थी उनके प्रति खराब दृष्टि बनाई और मृत्यु को प्राप्त हो गया किसी भी पराई स्त्री को जो भी गलत दृष्टि से देखेगा उसका विनाश सुनिश्चित है
जीवन को सार्थक और खुशहाल बनाने के लिए दूसरों के प्रति सकारात्मक सोच रखनी चाहिए सत्संग वह कथा वार्ता आदि से जुड़ना चाहिए शिव की चरण भक्ति से ही सुख की प्राप्ति होगी महादेव को रिझाने के लिए अपने चित्र को बदलें वस्त्र को नहीं l
आपने बताया कि सांप शेर और शराबी सामने पड़ जाए तो उससे बच के निकल जाए उसमें अपनी बुद्धि ना लगाएं घर में तीन दोस्त पितृदोष कालसर्प दोष और वास्तु दोष हो तो उसका तुरंत उपचार करवाएं जीवन में सुख व शांति की प्राप्ति होगी प्रत्येक घर में प्राया यह तीनों दोस्त होते हैं
आपने कहा कि काशी अविनाशी है उसे कोई नष्ट नहीं कर सकता कोई उपद्रवी उसको क्षति पहुंचाए तो प्रभु किसी ना किसी को उसको ठीक करने के लिए भेज देते हैं जैसे बाबा विश्वनाथ मंदिर को ही देख लेl
Leave a Reply