वैदिक पंचांग : जानिए वैदिक पंचांग में आज के दिन का राहुकाल,दिशाशूल और व्रत
दिनांक – 21 अक्टूबर 2022
दिन – शुक्रवार
विक्रम संवत – 2079
शक संवत -1944
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद ॠतु
मास – कार्तिक
पक्ष – कृष्ण
तिथि – एकादशी शाम 03:33 तक तत्पश्चात द्वादशी
नक्षत्र – मघा दोपहर 11:52 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
योग – शुक्ल शाम 06:07 तक तत्पश्चात ब्रह्म
राहुकाल – सुबह 10:30 से दोपहर 12:00 तक
सूर्योदय – 06:20
सूर्यास्त – 17:40
दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण –
रमा उएकादशी, गोवत्स द्वादशी, वाघ बारस, ब्रह्मलीन मातुश्री श्री माॅ महगीबाजी का महानिर्वाण दिवस
विशेष –
हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।
आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l
एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित
जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।
रमा एकादशी
रमा एकादशी ( यह व्रत बड़े – बड़े पापों को हरनेवाला, चिन्तामणि तथा कामधेनु के समान सब मनोरथों को पूर्ण करनेवाला है |
ज्योतिषचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र
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