डाला छठ : इसलिए लगाया जाता है नाक से सिंदूर
दिवाली के 6 दिनों के बाद छठ का त्योहार आता है। इस पर्व को उत्तर प्रदेश और बिहार में सबसे ज्यादा धूमधाम से मनाया जाता है। मगर अब इसे देश के कोने-कोने में लोग मनाते हैं और यह काफी चर्चित त्योहार भी बन चुका है। कई लोग ऐसे है जिन्हें ये नहीं पता होता कि छठ पूजा में महिलाएं नाक तक लंबा सिंदूर क्यों लगाती है। महिलाएं सज संवरकर डाला में फल, भोग और प्रसाद लेकर शाम के वक्त डूबते सूर्य को अर्घ्य देंती है। इस अवसर पर महिलाएं पूर्ण श्रृंगार करने के साथ ही नाक से शुरू करके मांग तक सिंदूर भरती हैं। छठ करने वाली महिलाओं की यह खास पहचान होती है।
इसलिए लगाया जाता है नाक से सिंदूर
मान्यता है कि सिंदूर सुहाग का प्रतीक होता है, पति की लंबी आयु के लिए महिलाएं नाक से लेकर मांग तक लंबा सिंदूर लगाती हैं। इस दिन सूर्यदेव की पूजा के साथ महिलाएं अपने पति और संतान की सुख शांति और लंबी आयु की कामना करते हुए अर्घ्य देकर अपने व्रत को पूर्ण करती हैं। सुहागिन महिलाओं को सबसे पहले स्नान के बाद सिंदूर लगाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि सुहागिन महिलाओं को कभी भी खाली मांग नहीं रहना चाहिए। माना जाता है कि यह सिंदूर माथे से लेकर जितना लंबा महिलाएं भरेंगी उनके पति की आयु भी उतनी ही लंबी होगी।
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