Home 2022 खग्रास चन्द्रग्रहण 8 नवम्बर, मंगलवार :क्या हैं समय, किन किन देशों दिखेगा ग्रहण , क्या होता हैं सूत

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

खग्रास चन्द्रग्रहण 8 नवम्बर, मंगलवार :क्या हैं समय, किन किन देशों दिखेगा ग्रहण , क्या होता हैं सूतक काल साथ ही पढ़िए आप और देश पर इसका प्रभाव

खग्रास चन्द्रग्रहण : 8 नवम्बर, मंगलवार को
ग्रहण का स्पर्श दिन में 02:41 पर, मध्य दिन में 04:30 पर, मोक्ष सायं 06:20 पर
तुला राशि में बनेगाचतुर्ग्रही योग
मिथुन, मकर एवं कुम्भ राशि वाले होंगे विशेष लाभान्वित

भारत में दृश्य खग्रास चन्द्रग्रहण 8 नवम्बर, मंगलवार को दिखाई देगा। यह ग्रहण भरणी नक्षत्र एवं मेष राशि पर लगेगा। चन्द्रग्रहण के समय सूर्य-बुध-शुक्र व केतु—तुला राशि में, मंगल—मिथुन राशि में, गुरु—मीन राशि में, शनि—मकर राशि मेेंं तथा चन्द्रमा-केतु—मेष राशि में उपस्थित रहेंगे।

कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 7 नवम्बर, सोमवार को सायं 4 बजकर 17 मिनट पर लग रही है, जो कि 8 नवम्बर, मंगलवार को सायं 4 बजकर 32 मिनट तक रहेगी। सन 2022 का अन्तिम खग्रास चन्द्रग्रहण का स्पर्श भारतीय समयानुसार दिन में 2 बजकर 41 मिनट पर, ग्रहण का मध्य सायं 4 बजकर 30 मिनट पर तथा ग्रहण का मोक्ष सायं 6 बजकर 20 मिनट पर होगा। ग्रहण के स्पर्श, मध्य एवं मोक्ष के समय स्नान करना चाहिए।

यहाँ दिखेगा

खग्रास के रूप में यह चन्द्रग्रहण भारत के अतिरिक्त, दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, आस्ट्रेलिया, एशिया तथा प्रशान्त महासागर में दृश्य होगा। इस खग्रास चन्द्रग्रहण की आकृति उत्तरी पश्चिम के कनाडा में भी दिखाई पड़ेगा। खग्रास चन्द्रग्रहण का आरम्भ चन्द्र अस्त होने के समय अर्जेन्टिना के पच्छिम क्षेत्रों, चिली, बोलविया, ब्राजील के पच्छिम क्षेत्रों तथा उत्तरी अटलान्टिक महासागर में दिखाई पड़ेगा। जबकि भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, उजबेकिस्तान तथा पूर्वी रूस में चन्द्रोदय के समय ग्रहण के समाप्ति का दृश्य होगा।

चन्द्रग्रहण का सूतक काल

चन्द्रग्रहण का सूतक ग्रहण लगने से 9 घंटे पूर्व प्रारम्भ हो जाता है। सूतक काल के आरम्भ होने के पूर्व मंदिरों के कपाट बन्द हो जाते हैं। सूतक काल में हास्य-विनोद, मनोरंजन, शयन, भोजन, देवी-देवता के मूर्ति या विग्रह का स्पर्श करना, व्यर्थ वार्तालाप, अकारण भ्रमण, वाद-विवाद करना आदि वर्जित है। इस काल में यथासम्भव मौन-व्रत रहते हुए जरूरी कार्यों को करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए, उन्हें चाकू, कैची व अन्य धारदार उपकरण का प्रयोग नहीं करना चाहिए तथा एकान्त में अपने आराध्य देवी-देवता का स्मरण करना चाहिए। बालक व वृद्ध एवं रोगी यथासमय पथ्य एवं दवा आदि ग्रहण कर सकते हैं। भोजन, दूध व जल की शुचिता के लिए उसमें तुलसी के पत्ते या कुश रखना चाहिए। यथासम्भव अपने आराध्य देवी-देवता को स्मरण करके उनके मन्त्र का जप करना चाहिए। ग्रहण मोक्ष के पश्चात् स्नानोपरान्त देव-दर्शन करके यथासामथ्र्य दान करना चाहिए।

विशेष

स्कन्दपुराण के अनुसार ग्रहण के दिन परअन्न (दूसरे का अन्नजल) आदि ग्रहण नहीं करना चाहिए। ऐसा करने पर विगत बारह वर्षों तक किया हुआ जप-तप से प्राप्त पुण्य नष्ट हो जाता है। ग्रहण के दिन भूमि-खनन भी नहीं करना चाहिए।

चन्द्रग्रहण का प्रभाव

इस बार यह चन्द्रग्रहण, मंगलवार, भरणी नक्षत्र, व्यतीपात योग के फलस्वरूप चन्द्रग्रहण का प्रभाव विश्वपटल पर विषम परिस्थितियों का सामना जनमानस को करना पडग़ा। जिसके फलस्वरूप विश्व के अनेक राष्ट्र प्रभावित होंगे। राजनैतिक परिप्रेक्ष्य में विशेष हलचल, शेयर, वायदा व धातु बाजार में घटा-बढ़ी के साथ उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। प्राकृतिक दैविक आपदाएँ, जल-थल वायुजनित दुर्घटनाओं का प्रकोप तथा कहीं-कहीं पर ज्वालामुखी और भूकम्प की आशंका रहेगी। कई देशों में सत्ता परिवर्तन व पक्ष-विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप बढ़ेंगे। मौसम में भी अजीबो-गरीब परिवर्तन होगा। दैविक आपदाएँ भी प्रभावी रहेंगी। आर्थिक व राजनैतिक घोटाले भी शासक-प्रशासक पक्ष के लिए सिरदर्द बनेंगे।


नवीनतम

बैकुंठ चतुर्थी : सिर्फ आज चढ़ता हैं महादेव को तुलसी और हरि को बेलपत्र, करें ये उपाय धन में होगी बरसात

वैकुंठ चतुर्दशी : 14000 पाप कर्मों का दोष को दूर करे इन तीन कथाओं को पढ़ कर


देव दीपावली 2022 : जानिये चंद्र ग्रहण के कारण कब मनेगा देव दीपावली, क्या करें और क्या न करे ..

विशेष चन्दग्रहण 8 – 11 -2022

चंद्र ग्रहण 8 नवम्बर 2022 : जानिए पूरी बातें, सूतक में न करें ये उपाय

नवम्बर में पांच ग्रह बदलेंगे अपनी चाल, प्रभावित होंगे सभी राशियों के जातक

प्रेग्‍नेंट हैं तो चंद्रग्रहण के दौरान भूलकर भी न करें ये काम, हो सकता है ….

चन्द्रग्रहण : आपके राशि पर क्या पड़ेगा ग्रहण का प्रभाव


प्रदोष व्रत : करिये दु:ख-दारिद्र्य का नाश, पाइये जीवन में सुख-समृद्धि खुशहाली अपार

href=”https://www.mokshbhumi.com/2022/2790/”>तुलसी विवाह : ये हैं तुलसी की आध्यात्मिक विशेषताएं, क्या हैं विवाह के मायने

कर्ज की समस्या से मुक्ति के लिए देवउठनी एकादशी पर करे ये उपाय


व्रत – त्यौहार

कब हैं शनि प्रदोष व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

भीष्म पंचक 2022 : 4 नवंबर से शुरुआत हो रही हैं इस व्रत की जानिए पूरी जानकारी

अक्षय नवमी पर आंवला के पेड़ के नीचे आखिर क्यों बनाया जाता है भोजन ? क्या है इस दिन की पूजा का विधान जो लाता है जीवन में सुख और सौभाग्य…

देवउठनी एकादशी 4 नवंबर – इसलिए होता है ये ख़ास दिन , जानिये मुहूर्त और महत्त्व

चन्द्रग्रहण : आपके राशि पर क्या पड़ेगा ग्रहण का प्रभाव


वार्षिक जन्मदिन फल

वार्षिक जन्मदिन राशिफल : 7 नबम्वर को जन्मे जातकों के लिए होगा यह वर्ष ख़ास..पढ़िए पूरी बातें

आज जिनका जन्मदिन हैं, जानिए अगले एक वर्ष के शुभ फल


साप्ताहिक राशिफल
साप्ताहिक राशि फल 07 से 13 नबंवर तक : जानिए वो बातें जिससेl आपको मिलेगा नयी राह


– वास्तु – टोटका p

वास्तु : घोड़ा के नाल से न सिर्फ सुख-समृद्धि आती है बल्कि बचाती है बुरी नजर से भी

यदि आपके दाम्पत्य जीवन में है कुछ खटास तो करें ये उपाय, होगा सुखी वैवाहिक जीवन

परेशानियों से छुटकारा का उपाय है पवित्र पीपल पेड़, जानिए क्या है उपाय


– इन्हें भी जानिए

जानिये नवंबर माह 2022 के तीज-त्यौहार और उसके मुहूर्त

गोपाष्टमी : कब शुरू हुआ गौ पूजन, जानिए गाय के शरीर में है किन किन देवता का हैं निवास


मानो न मानो

आखिर जेठ के तपती दुपहरियां में बगीचे में वो कौन थी….

वह बूढ़ा…


जिन्हें ज्यादा पढ़ा गया

गोपाष्टमी पर्व :आइए जानते हैं गोपाष्टमी पर्व का महत्व, कथा, पूजा विधि तथा इस दिन करने वाले महा उपाय, जिससे जीवन भर रहेगी घर में धन, वैभव,और संपदा

डाला छठ : आखिर क्यों नहीं पहनते सिलाई किए हुए कपड़े

जानिए छठ पूजा पर सूर्य को अर्घ्य क्यों दिया जाता है?

डाला छठ : इसलिए लगाया जाता है नाक से सिंदूर

छठ पूजा – क्या है “कोसी भराई”, क्या महत्त्व और विधि है “कोसी सेवना” का

छठ महापर्व : ठेकुआ के साथ और क्या चढ़ता है प्रसाद

जानिये कौन हैं छठ व्रत में पूजित छठी मैया


उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी पसंद – नापसंद जरूर बताएं। . और जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी ” के साथ। . हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है।9889881111


खबरों के लिए क्लिक करें – https://innovest.co.in


यदि आप सनातनी है तो काशी की नष्ट हो रही ऊर्जा को बचाने के लिए अभियान में आप के साथ की जरूरत है। कृपया सम्पर्क करें… 9889881111, 8765000123


Author: Admin Editor MBC

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!