Home 2022 गंगा किनारे उतरे ‘आकाशगंगा के सितारे ‘ : अयोध्या में दीपोत्सव के बाद काशी में मनायी गयी भव्य

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

गंगा किनारे उतरे ‘आकाशगंगा के सितारे ‘ : अयोध्या में दीपोत्सव के बाद काशी में मनायी गयी भव्य और अलौकिक देव दीपावली

– योगी सरकार के प्रयासों से साल दर साल भव्य से भव्यतम हुई देव दीपावली
– 21 लाख दीपों से जगमग हुई सम्पूर्ण काशी नगरी, गंगा तट पर जलाये गये 10 लाख दीये
– अध्यात्म, आधुनिकता और राष्ट्रीयता का संदेश देते हुए मनायी गयी देव दीपावली
– SCO देशों में से रूस के एक व किर्गिस्तान के दो सदस्य इस बार देव दीपावली में हुए शामिल*
– ग्रीन आतिशबाजी देखने घाटों पर उमड़े सैलानी, लेजर शो ने किया मंत्रमुग्ध

शिव की नगरी काशी में सोमवार शाम भव्य देव दीपावली मनायी गयी। सूर्यास्त के साथ ही उत्तर वाहिनी गंगा के तट पर प्रज्जवलित लाखों दीपों ने आलौकिक छटा बिखेरी। तकरीबन आठ किलोमीटर लंबे काशी के घाटों पर मानो आकाशगंगा के सितारे उतर आये हों। सभी महत्वपूर्ण घाटों पर भव्य महाआरतियों और घण्ट-घड़ियालों की ध्वनि से काशी की धरा पर देवताओं का स्वागत हुआ। गौरतलब है कि कल ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देव दीपावली की व्यवस्थाओं का जायजा लिया था और अधिकारियों को समुचित निर्देश भी दिए थे।

देव दीपावली के अवसर पर काशी का प्रत्येक घाट अलग-अलग रंग बिखेरता दिखा। कहीं लेज़र शो का आयोजन हुआ, तो कही ग्रीन आतिशबाजियां देखने देश और दुनिया के सैलानी टकटकी बांधे दिखे। इसके अलावा दशाश्वमेध घाट पर अमर जवान ज्योति की अनुकृति बनाकर देश के वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। मां गंगा की महाआरती में नारी शक्ति की भी अद्भुत तस्वीर देखने को मिली। यहां मुख्य अर्चक के रूप में कन्याओं ने गंगा मइया की पूजा-वंदना की।

21 लाख दीपों से जगमग हुई पुण्यधरा काशी

देव दीपावली पर काशी नगरी में तकरीबन 21 लाख दीये जलाये गये। केवल काशी के अर्धचंद्राकार घाटों पर ही 10 लाख से अधिक दीये जलाये गये। इसमें आठ लाख दीये पश्चिमी तट पर स्थित 84 घाटों पर जबकि, दो लाख दीये पूर्वी तट की रेत पर जलाये गये। इसके अलावा गंगा-गोमती तट पर स्थित मार्कण्डेय महादेव के धाम से लेकर शूलटंकेश्वर मंदिर के समीप नदी तट को आकर्षक दीयों से सजाया गया। शिवपुर झील, मोती झील, जंसा क्षेत्र में रामेश्वर महादेव मंदिर, दुर्गाकुंड मंदिर, कर्दमेश्वर महादेव मंदिर तालाब, मैदागिन स्थित मंदाकिनी कुंड, संकुलधारा पोखरा, बरेका स्थित सूर्य सरोवर के साथ ही वरुणा नदी के शास्त्रीघाट पर भी लाखों दीयों से जलनिधियों को जगमग किया गया।

अलौकिक के साथ आधुनिक काशी का नजारा

काशी में एक साथ 21 लाख दीयों के प्रज्जवलित होने से अलौकिक समा तो बंधा ही साथ ही चेत सिंह घाट पर पहली बार 3 डी प्रोजेक्शन मैपिंग शो के माध्यम से गंगा आवरण व देव दीपावली की कथा और लेज़र शो के माध्यम से भगवान शिव के चित्रात्मक भजन सुनकर लोग मंत्रमुग्ध हो उठे। देव दीपावली पर काशी के सभी मंदिरों, यहां तक कि सड़क के विद्युत खंभों को भी आकर्षक झालरों से सजाया गया। काशी विश्वनाथ धाम के सामने गंगा पार रेत पर ग्रीन आतिशबाजी का भी लोगों ने जमकर आनंद लिया। इसके अलावा शहर के छह स्थानों पर घाटों की रौनक और महाआरतियों का सीधा प्रसारण किया गया।

अध्यात्म के साथ राष्ट्रीयता का संदेश

देव दीपावली महोत्सव ने अध्यात्म के साथ ही राष्ट्रीयता का भी संदेश दिया। दशाश्वमेध घाट पर अमर जवान ज्योति की अनुकृति पर जवानों को श्रद्धांजलि भी दी गई। यहां देश के वीर शहीद जवानों को सेना के लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। लगभग सभी घाटों पर धार्मिक आयोजन हुए, धार्मिक कलाकृति देखने को मिली। घाटों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ।

शामिल हुए SCO देशों के सदस्य

पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से वाराणसी की देव दीपावली साल दर साल भव्य से भव्यतम रूप में दिखाई देने लगी है। हाल ही में काशी को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की और से एक साल के लिए सांस्कृतिक और पर्यटन राजधानी घोषित किया गया है। वहीं देव दीपावली पर SCO देशों में से रूस से एक व किर्गिस्तान से दो सदस्य काशी की अलौकिक छटा को निहारने पहुंचे।

50 टन फूलों से सजाया गया काशी विश्वनाथ धाम

देव दीपावली पर काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर को 50 टन फूलों से सजाया गया। सजावट का कार्य दो दिन पहले से शुरू हो गया था। इसके लिए सरकार की ओर से 80 लाख रुपए खर्च किये गये थे। वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा के अनुसार विशाखापट्टनम के डेकोरेटर ने स्वेच्छा से मंदिर को सजाने-संवारने के लिए पहल की थी। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप पूरे मंदिर परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया। इसमें विश्वनाथ धाम के गंगाद्वार को आकर्षक झालरों से सजाया गया। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद इस साल ये पहली देव दीपावली मनायी गयी है। आने वाले सालों में भी देव दीपावली पर विश्वनाथ धाम को भव्य रूप से सजाया जाएगा।

*सुरक्षा के लिए 9 जोन, 6 सेक्टर और 32 सब सेक्टर में बांटी गयी काशी*
देव दीपावली पर काशी के घाटों पर उमड़ी लाखों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने पुख्ता बंदोबस्त किये थे। रविवार को ही वाराणसी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिसकर्मियों को पर्यटकों से शिष्टाचार से पेश आने की हिदायत दी थी। वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश के अनुसार देव दीपावली पर काशी में सात स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी। इसमें घाटों की सुरक्षा, नदी में सुरक्षा, सड़क पर सुरक्षा, यातायात व्यवस्था, इमर्जेंसी प्रबंधन, अंतरविभागीय समन्वय और इंट्री एंड एग्जिट को लेकर मुकम्मत तैयारी पहले से ही की गयी थी। इसके अलावा काशी नगरी को 9 जोन, 16 सेक्टर और 32 सब सेक्टर में बांटकर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगायी गयी थी।


नवीनतम

चंद ग्रहण : सूतक की वजह से काशी के मदिरों का कब रहेगा कपाट बंद

देव दीपावली : मनाये जाने की ये हैं वजह और किसने किया काशी में गंगा आरती की शुरुआत

बैकुंठ चतुर्थी : सिर्फ आज चढ़ता हैं महादेव को तुलसी और हरि को बेलपत्र, करें ये उपाय धन में होगी बरसात

वैकुंठ चतुर्दशी : 14000 पाप कर्मों का दोष को दूर करे इन तीन कथाओं को पढ़ कर


चंद्र ग्रहण 2022 : आपके राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव और राशि के अनुसार क्या करना चाहिए दान

खग्रास चन्द्रग्रहण 8 नवम्बर, मंगलवार :क्या हैं समय, किन किन देशों दिखेगा ग्रहण , क्या होता हैं सूतक काल साथ ही पढ़िए आप और देश पर इसका प्रभाव

देव दीपावली 2022 : जानिये चंद्र ग्रहण के कारण कब मनेगा देव दीपावली, क्या करें और क्या न करे ..

विशेष चन्दग्रहण 8 – 11 -2022

चंद्र ग्रहण 8 नवम्बर 2022 : जानिए पूरी बातें, सूतक में न करें ये उपाय

नवम्बर में पांच ग्रह बदलेंगे अपनी चाल, प्रभावित होंगे सभी राशियों के जातक

प्रेग्‍नेंट हैं तो चंद्रग्रहण के दौरान भूलकर भी न करें ये काम, हो सकता है ….

चन्द्रग्रहण : आपके राशि पर क्या पड़ेगा ग्रहण का प्रभाव


प्रदोष व्रत : करिये दु:ख-दारिद्र्य का नाश, पाइये जीवन में सुख-समृद्धि खुशहाली अपार

href=”https://www.mokshbhumi.com/2022/2790/”>तुलसी विवाह : ये हैं तुलसी की आध्यात्मिक विशेषताएं, क्या हैं विवाह के मायने

कर्ज की समस्या से मुक्ति के लिए देवउठनी एकादशी पर करे ये उपाय


व्रत – त्यौहार

कब हैं शनि प्रदोष व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

भीष्म पंचक 2022 : 4 नवंबर से शुरुआत हो रही हैं इस व्रत की जानिए पूरी जानकारी

अक्षय नवमी पर आंवला के पेड़ के नीचे आखिर क्यों बनाया जाता है भोजन ? क्या है इस दिन की पूजा का विधान जो लाता है जीवन में सुख और सौभाग्य…

देवउठनी एकादशी 4 नवंबर – इसलिए होता है ये ख़ास दिन , जानिये मुहूर्त और महत्त्व

चन्द्रग्रहण : आपके राशि पर क्या पड़ेगा ग्रहण का प्रभाव


वार्षिक जन्मदिन फल

वार्षिक जन्मदिन राशिफल : 7 नबम्वर को जन्मे जातकों के लिए होगा यह वर्ष ख़ास..पढ़िए पूरी बातें

आज जिनका जन्मदिन हैं, जानिए अगले एक वर्ष के शुभ फल


साप्ताहिक राशिफल
साप्ताहिक राशि फल 07 से 13 नबंवर तक : जानिए वो बातें जिससेl आपको मिलेगा नयी राह


– वास्तु – टोटका p

वास्तु : घोड़ा के नाल से न सिर्फ सुख-समृद्धि आती है बल्कि बचाती है बुरी नजर से भी

यदि आपके दाम्पत्य जीवन में है कुछ खटास तो करें ये उपाय, होगा सुखी वैवाहिक जीवन

परेशानियों से छुटकारा का उपाय है पवित्र पीपल पेड़, जानिए क्या है उपाय


– इन्हें भी जानिए

जानिये नवंबर माह 2022 के तीज-त्यौहार और उसके मुहूर्त

गोपाष्टमी : कब शुरू हुआ गौ पूजन, जानिए गाय के शरीर में है किन किन देवता का हैं निवास


मानो न मानो

आखिर जेठ के तपती दुपहरियां में बगीचे में वो कौन थी….

वह बूढ़ा…


जिन्हें ज्यादा पढ़ा गया

गोपाष्टमी पर्व :आइए जानते हैं गोपाष्टमी पर्व का महत्व, कथा, पूजा विधि तथा इस दिन करने वाले महा उपाय, जिससे जीवन भर रहेगी घर में धन, वैभव,और संपदा

डाला छठ : आखिर क्यों नहीं पहनते सिलाई किए हुए कपड़े

जानिए छठ पूजा पर सूर्य को अर्घ्य क्यों दिया जाता है?

डाला छठ : इसलिए लगाया जाता है नाक से सिंदूर

छठ पूजा – क्या है “कोसी भराई”, क्या महत्त्व और विधि है “कोसी सेवना” का

छठ महापर्व : ठेकुआ के साथ और क्या चढ़ता है प्रसाद

जानिये कौन हैं छठ व्रत में पूजित छठी मैया


उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी पसंद – नापसंद जरूर बताएं। . और जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी ” के साथ। . हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है।9889881111


खबरों के लिए क्लिक करें – https://innovest.co.in


यदि आप सनातनी है तो काशी की नष्ट हो रही ऊर्जा को बचाने के लिए अभियान में आप के साथ की जरूरत है। कृपया सम्पर्क करें… 9889881111, 8765000123


Author: Admin Editor MBC

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!