मार्गशीर्ष मास : हिंदी के नौवा महीने के व्रत और त्यौहार का यह हैं डिटेल
9 नवंबर से 8 दिसंबर तक रहेगा मार्गशीर्ष मास
मार्गशीर्ष मास 9 नवंबर 2022 से 8 दिसंबर 2022 तक रहेगा। इस मास में शुक्र, मंगल, बुध, सूर्य जैसे प्रमुख और बड़े ग्रहों का राशि परिवर्तन होगा, वहीं बृहस्पति मार्गी भी होंगे। साथ ही उत्पत्ति एकादशी, मोक्षदा एकादशी भी इसी मास में आएंगी। इस मास की सबसे विशेष बात यह है कि दो बार सोम प्रदोष का संयोग भी बनेगा। पहला सोम प्रदोष 21 नवंबर को और दूसरा 5 दिसंबर को आएगा।
मार्गशीर्ष मास के प्रमुख व्रत-पर्व
12 नवंबर- संकट चतुर्थी व्रत, चंद्रोदय रात्रि 8.10 पर
14 नवंबर- सर्वार्थसिद्धि योग दोपहर 1.15 से 30.43
15 नवंबर- सर्वार्थसिद्धि योग सायं 4.13 से 30.44
16 नवंबर- कालभैरव अष्टमी, कालभैरव जयंती
18 नवंबर- सर्वार्थसिद्धि योग प्रात: 6.47 से रात्रि 11.07
20 नवंबर- उत्पत्ति एकादशी, अमृतसिद्धि प्रात: 6.48 से रात्रि 12.36
21 नवंबर- सोम प्रदोष व्रत
22 नवंबर- मास शिवरात्रि
23 नवंबर- अमावस्या पुण्य
24 नवंबर- सर्वार्थसिद्धि प्रात: 6.50 से 7.38
27 नवंबर- विनायक चतुर्थी व्रत
28 नवंबर- विवाह पंचमी
29 नवंबर- चंपाषष्ठी, स्कंद षष्ठी, मित्र सप्तमी, पंचक प्रारंभ सायं 7.51 पर
1 दिसंबर- दुर्गाष्टमी
3 दिसंबर- मोक्षदा एकादशी स्मार्त
4 दिसंबर- मोक्षदा एकादशी वैष्णव
5 दिसंबर- सोम प्रदोष व्रत
6 दिसंबर- सर्वार्थसिद्धि प्रात: 8.40 पर
7 दिसंबर- दत्तात्रेय जयंती
8 दिसंबर- पूर्णिमा व्रत
मार्गशीर्ष मास में ग्रहों का राशि परिवर्तन
11 नवंबर- शुक्र वृश्चिक में रात्रि 8.10
13 नवंबर- वक्री मंगल वृषभ में रात्रि 8.49, बुध वृश्चिक में रात्रि 9.19 पर
16 नवंबर- सूर्य वृश्चिक में सायं 7.15 पर
24 नवंबर- गुरु मार्गी तड़के सूर्योदय पूर्व 4.35 पर, शुक्रोदय पश्चिम में तड़के 4.51
2 दिसंबर- बुधोदय पश्चिम में प्रात: 8.32
5 दिसंबर- शुक्र धनु में सायं 5.57 पर
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