जानिए कहां स्थित है काशी में अष्ट भैरव के पवित्र मंदिर
काशी के अष्ट भैरव मंदिर
1- भीषण भैरव- भीषण भैरव का मंदिर के 63/28 भूत भैरव ज्येष्ठेश्वर के पास स्थित है। दर्शनार्थी इस मंदिर तक सप्तसागर या काशीपुरा से रिक्शे अथवा ऑटो से पहुच सकते हैं। पूजा पाठ के लिए यह मंदिर सुबह छह बजे से दोपहर दस बजे तक और शाम छह बजे से रात आठ बजे तक खुला रहता है।
2- संहार भैरव- संहार भैरव का मंदिर ए 1/82 गायघाट पाटन दरवाजा के पास स्थित है। इस मंदिर तक मच्छोदरी से रिक्शा द्वारा पहुंचा जा सकता है। मंदिर दर्शन पूजन के लिए सुबह पांच बजे से दोपहर 11 बजे तक और शाम पांच बजे से रात साढ़े नौ बजे तक खुला रहता है
3- उन्मत्त भैरव- उन्मत्त भैरव का मंदिर पंचक्रोशी मार्ग के देवरा गांव में स्थित है। वाराणसी शहर से इस मंदिर की दूरी लगभग दस किलोमीटर है। यह मंदिर दर्शन पूजन के लिए हमेशा खुला रहता है।
4- क्रोधन भैरव- क्रोधन भैरव को आदि भैरव के रूप में भी जाना जाता है। यह मंदिर बी 31/126 कमच्छा स्थित कामाख्या देवी मंदिर के पास स्थित है। दर्शन पूजन के लिए यह मंदिर सुबह पांच से दोपहर 12 बजे तक खुला रहता है। वहीं शाम को चार से रात 12 बजे तक खुला रहता है। मंदिर में नियमित रूप से सुबह और शाम की आरती होती है
5- कपाली भैरव- कपाली भैरव मंदिर 1/123 अलईपुर में स्थित है। यह मंदिर सुबह छह बजे से दोपहर 11 बजे तक और शाम छह से रात नौ बजे तक खुला रहता है। कपाल भैरव को ही लाट भैरव के नाम से भी जाना जाता है।
6- असितांग भैरव- असितांग भैरव का मंदिर के 52/39 महामृत्युंजय मंदिर वृद्ध कालेश्वर के पास स्थित है। इस मंदिर में दिन भर दर्शनार्थी दर्शन पूजन कर सकते हैं।
7-चण्ड भैरव-चण्ड भैरव का मंदिर बी 27/2 दुर्गा कुण्ड पर स्थित दुर्गा देवी मंदिर के पास है। मंदिर दर्शन पूजन के लिए हमेशा खुला रहता है। कैंट से मंदिर तक ऑटो या सिटी बस से करीब बीस मिनट में पहुंचा जा सकता है।
8- रूरू भैरव- रूरू भैरव का मंदिर बी 4/16 हनुमान घाट पर स्थित है। हनुमान घाट हरिश्चन्द्र घाट के निकट ही है। यह मंदिर सुबह पांच से दोपहर दस बजे तक व शाम को पांच बजे से रात साढे़ नौ बजे तक खुला रहता है।
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