Home 2022 वास्तु : अपने घर या प्रतिष्ठान में लगाए कुबेर का पौधा, ये मिलेगा चमत्कारी परिणाम

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

वास्तु : अपने घर या प्रतिष्ठान में लगाए कुबेर का पौधा, ये मिलेगा चमत्कारी परिणाम

ज्योतिष में कई प्रकार के पौधों को घर में लगाने से आर्थिक तंगी से छुटकारा , कर्ज से निजात , अत्यधिक खर्च से पीछा छुड़ाने जैसी समस्याओं से निजात मिलता है। ऐसा ही नाम कुबेर के पौधे है जिसे कुबेराक्षी के नाम से भी जाना जाता है। कुबेर का पौधा मनी प्लांट का ही एक रूप होता है लेकिन वास्तु में इसका महत्व मनी प्लांट से कहीं अधिक बताया गया है।

कुबेर का पौधा अंदर से हरे रंग का और बाहर से बैंगनी रंग का होता है लेकिन इसकी पत्तियां मनी प्लांट की अपेक्षा छोटी और आगे से गोल होती हैं। इस पौधे का इस्तेमाल आयुर्वेद में कई गंभीर रोगों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शिव ने इस पौधे को कुबेर देव को उपहार के रूप में दिया था। ऐसे में कुबेर के पौधे को घर में लगाने से भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है।

कुबेर के पौधे के लाभ

घर में कुबेर का पौधा लगाने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।

घर में कुबेर का पौधा लगाने से किसी भी प्रकार का वास्तु दोष ठीक हो जाता है।

घर के साथ साथ दुकान में कुबेर का पौधा लगाने से व्यापार में दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की होती है।

कुबेर मंत्र के साथ अगर कुबेर का पौधा लगाया जाए तो इससे धन में अपार वृद्धि होती है।

कुबेर का पौधा लगाने से घर में पसरी बीमारी का भी सफाया हो जाता है।

कुबेर का पौधा लगाने से घर में सुख और शांति का वास होता है।



नवीनतम

पढ़िए, भगवान विष्णु को क्यों कहा जाता है नारायण और हरि ? क्या होते है इसके मायने

एक शहर ऐसा जहां दर्शन देते हैं एक साथ अष्ट भैरव … ये है अष्ट भैरव के 8 रूप.

आज है जानिये काल भैरव जयंती, पूजा का मुहूर्त और क्या है महत्व

प्राचीन मंदिर : अपने माँ के पापों के प्रायश्चित के लिए गरुण ने स्थापित किया था गरुड़ेश्वर महादेव को

विश्व इतिहास में पहली बार काशी में भैरव दीपावली कल, दिव्य मंत्र शक्तिपात आज

काशी का अदभुत लोटा भंटा मेला : जहाँ श्रद्धांलु भगवान शिव को चखाते है बाटी चोखा का स्वाद

काशी दर्शन : अकाल मृत्यु को टालने के लिए स्वयं धरती का सीना फाड़ कर निकले शिवशंभु

काशी की पहचान, संगीत, साहित्य, बनारसी पान संग मस्ती

विश्व का एक मात्र मंदिर, जहां कोई प्रतिमा नहीं बल्कि है अखंड राष्ट्र का नक्शा

पापों का हरण करती गंगा से भी प्राचीन नदी “वरुणा”

जानिए कैसे बनी काशी संगीत की नगरी ?

काशी में एक स्थान ऐसा भी जहां स्वयं भगवान शिव के मंत्रोच्चार से होती है मोक्ष की प्राप्ति


भैरव विशेष (भैरव अष्टमी 16 नवंबर )

16 नवंबर काल भैरव अष्टमी, काल भैरव की उपासना का महत्व तथा स्वरूप करें यह अचूक उपाय होगा महा लाभ….

साप्ताहिक राशिफल : ये है इस सप्ताह 14 से 20 नवम्बर का ग्रह चक्र, जानिये…

बाबा लाट भैरव की अद्भुत कहानी, जब औरंगजेब हुआ बाबा कपाल भैरव के सामने नतमस्तक। आइए जानते हैं कहां पर स्थित है यह प्राचीन मंदिर

जानिए कहां स्थित है काशी में अष्ट भैरव के पवित्र मंदिर

भय निवारण भैरव का सौम्य स्वरूप कमच्छा के बटुक भैरव

कौन है काल भैरव ? क्यों कहा जाता है इन्हें काशी का कोतवाल ? क्या है इनके काशी आगमन की कथा ? और कहां पर स्थित है बाबा काल भैरव का भव्य दरबार ?


आज का राशिफल

राशिफल 16 नवंबर 22 : आज ग्रहओं के चाल से कुछ यूँ रहेगा आपका दिन

दैनिक राशिफल 15 नवंबर 22 – कुछ यूँ रहेगा आज का आज का दिन


दैनिक पंचांग

पंचांग 16 नवंबर 22: ये है आज का शुभ समय और व्रत त्यौहार

पंचांग 15 नवंबर 22 – शुभ घड़ी संग नक्षत और मुहूर्त की बातें


जन्मदिन राशिफल

आज जिनका जन्मदिन है – 15 नवंबर 22 को जन्मे जातको का होगा ऐसा अगला साल

जिनका आज जन्मदिन है : आप करें शुभ रंग, दिन और महीना में नया काम मिलेगा….


साप्ताहिक राशिफल

साप्ताहिक राशिफल : ये है इस सप्ताह 14 से 20 नवम्बर का ग्रह चक्र, जानिये…

साप्ताहिक राशि फल 07 से 13 नबंवर तक : जानिए वो बातें जिससेl आपको मिलेगा नयी राह

व्रत – त्यौहार

मार्गशीर्ष मास : हिंदी के नौवा महीने के व्रत और त्यौहार का यह हैं डिटेल

मार्गशीर्ष मास : हिंदी के इस आठवें महीने के व्रत और त्यौहार का यह हैं डिटेल

प्रदोष व्रत : करिये दु:ख-दारिद्र्य का नाश, पाइये जीवन में सुख-समृद्धि खुशहाली अपार

बैकुंठ चतुर्थी : सिर्फ आज चढ़ता हैं महादेव को तुलसी और हरि को बेलपत्र, करें ये उपाय धन में होगी बरसात

वैकुंठ चतुर्दशी : 14000 पाप कर्मों का दोष को दूर करे इन तीन कथाओं को पढ़ कर

काशी में जब राक्षसी बन जाती है एक दिन की देवी , प्रसाद में चढ़ता है बैगन और मूली


– वास्तु – टोटका p

वास्तु : घोड़ा के नाल से न सिर्फ सुख-समृद्धि आती है बल्कि बचाती है बुरी नजर से भी

यदि आपके दाम्पत्य जीवन में है कुछ खटास तो करें ये उपाय, होगा सुखी वैवाहिक जीवन

परेशानियों से छुटकारा का उपाय है पवित्र पीपल पेड़, जानिए क्या है उपाय


– इन्हें भी जानिए

जानिए पूजा का सही समय …आखिर दोपहर के समय पूजा क्यों नहीं करनी चाहिए?

जानिये नवंबर माह 2022 के तीज-त्यौहार और उसके मुहूर्त

गोपाष्टमी : कब शुरू हुआ गौ पूजन, जानिए गाय के शरीर में है किन किन देवता का हैं निवास


जिन्हें ज्यादा पढ़ा गया

जानिए छठ पूजा पर सूर्य को अर्घ्य क्यों दिया जाता है?

जानिये कौन हैं छठ व्रत में पूजित छठी मैया


मानो न मानो

आखिर जेठ के तपती दुपहरियां में बगीचे में वो कौन थी….

वह बूढ़ा…


उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी पसंद – नापसंद जरूर बताएं। और जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी ” के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है।9889881111


खबरों के लिए क्लिक करें – https://innovest.co.in


यदि आप सनातनी है तो काशी की नष्ट हो रही ऊर्जा को बचाने के लिए अभियान में आप के साथ की जरूरत है। कृपया सम्पर्क करें… 9889881111, 8765000123


डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।

Author: Admin Editor MBC

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!