पाठ जप : जरूर आजमाइए बजरंग बाण के ये 8 अचुक उपाय
1) बजरंगबाण से विवाह बाधा खत्म -कदली वन, या कदली वृक्ष के नीचे बजरंग बाण का पाठ करने से विवाह की बाधा खत्म हो जाती है। यहां तक कि तलाक जैसे कुयोग भी टलते हैं बजरंग बाण के पाठ से।
2) बजरंग बाण से ग्रहदोष समाप्त- अगर किसी प्रकार के ग्रहदोष से पीड़ित हों, तो प्रात:काल बजरंग बाण का पाठ, आटे के दीप में लाल बत्ती जलाकर करें। ऐसा करने से बड़े से बड़ा ग्रह दोष पल भर में टल जायेगा।
3) साढ़ेसाती -राहु से नुकसान की भरपाई -अगर शनि,राहु,केतु जैसे क्रूर ग्रहों की दशा,महादशा चल रही हो तो उड़द दाल के 21 या 51 बड़े एक धागे में माला बनाकर चढ़ायें। सारे बड़े प्रसाद के रुप में बांट दें। आपको तिल के तेल का दीपक जलाकर सिर्फ 3 बार बजरंगबाण का पाठ करना होगा।
4) बजरंगबाण से कारागार से मुक्ति -अगर किसी कारणवश जेल जाने के योग बन रहे हों, या फिर कोई संबंधी जेल में बंद हो तो उसे मुक्त कराने के लिए हनुमान जी की पूंछ पर सिंदूर से 11 टीका लगाकर 11 बार बजरंग बाण पढ़ने से कारागार योग से मुक्ति मिल जाती है।
5)अगर आप 11 बार बजरंग बाण पढ़कर हनुमान जी को 11 गुलाब चढ़ाते हैं या फिर चमेली के तेल में 11 लाल बत्ती के दीपक जलाते हैं तो बड़े से बड़े कोर्ट केस में भी आपको जीत मिल जायेगी।
6) सर्जरी और गंभीर बीमारी टाले बजरंग बाण*- कई बार पेट की गंभीर बीमारी जैसे लीवर में खराबी, पेट में अल्सर या कैंसर जैसे रोग हो जाते हैं, ऐसे रोग अशुभ मंगल की वजह से होते हैं।अगर इस तरह के रोग से मुक्ति पानी हो तो हनुमान जी को 21 पान के पत्ते की माला चढ़ाते हुए 5 बार बजरंग बाण पढ़ना चाहिये। ध्यान रहे कि बजरंगबाण का पाठ राहुकाल में ही करें। पाठ के समय घी का दीप एवं एक तिल के तेल का दीपक ज़रुर जलायें।
7) छूटी नौकरी दोबारा दिलाए बजरंग बाण*- अगर नौकरी छूटने का डर हो या छूटी हुई नौकरी दोबारा पानी हो तो बजरंगबाण का पाठ रात में नक्षत्र दर्शन करने के बाद करें। इसके लिए आपको मंगलवार का व्रत भी रखना होगा।
8 ) बजरंग बाण के पाठ से शत्रु दमन बहुत जल्दी से होता है।
ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र
नवीनतम
जानिए, विद्वान और शिव भक्त रावण की पूरी बातें
जानिए, अग्नि देवता की पूरी बातें, स्वाहा से संबंध इनके पुत्र पुत्रियों का नाम
रत्न : जानिए मूंगा रत्न पहनने के क्या क्या है लाभ
एस्ट्रो टिप्स : घर के मंदिर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए ? परिणाम भी जाने
नदी : ऋग्वेद में सबसे पवित्र नदी किसे बताया गया है, कहां है ये नदी
विदेश में मंदिर : क्यों दुनिया में ख़ास है दुबई का जेबेल अली में पूजा गांव
आध्यात्म : क्या सच में हिन्दू धर्म में 33 करोड़ देवी देवता हैं ?
वास्तु : अपार धन दौलत के लिए मंगलवार को करें ये चमत्कारी उपाय</a
जानिए, करियर में सफलता के लिए कौन सा रुद्राक्ष करे धारण
काशी के दुर्लभ मंदिर : हयग्रीव केशव, भक्त और भगवान की कड़ी
करिये सूर्य की उपासना पाइये बल और तेज के साथ सुख और समृद्धि
एकादशी तिथि का आध्यात्म एवं ज्योतिष में का महत्त्व</
आज का राशिफल
राशिफल : 29 नवंबर 2022 को कुछ ऐसा होगा आपका समय
राशिफल 28 नवंबर 2022 : ऐसा रहेगा आज का दिन
राशिफल 27 नवंबर 2022 : कुछ ऐसा होगा आज का
राशिफल 22 नवंबर 22 – ग्रहओं के चाल से ऐसा रहेगा आप का आज का दिन
दैनिक पंचांग
जन्मदिन राशिफल
जन्मदिन 28 नवंबर 2022 : आज जन्मे जातको का ऐसा रहेगा ये साल
राशिफल 27 नवंबर 2022 : कुछ ऐसा होगा आज का
साप्ताहिक राशिफल
साप्ताहिक राशिफल : जानिये आपके लिए कैसा रहेगा 28 नवंबर से 4 दिसंबर 2022 का समय
साप्ताहिक राशिफल : 21 से 27 नवम्बर
साप्ताहिक राशिफल : ये है इस सप्ताह 14 से 20 नवम्बर का ग्रह चक्र, जानिये…
व्रत – त्यौहार
उत्पन्ना एकादशी : आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त, पूजा विधि व्रत के नियम तथा महत्व..
मार्गशीर्ष मास : हिंदी के नौवा महीने के व्रत और त्यौहार का यह हैं डिटेल
काशी में जब राक्षसी बन जाती है एक दिन की देवी , प्रसाद में चढ़ता है बैगन और मूली
– वास्तु – टोटका
वास्तु : अपने घर या प्रतिष्ठान में लगाए कुबेर का पौधा, ये मिलेगा चमत्कारी परिणाम
वास्तु : जानिये काले चावल के उपाय जो आप में ला देगा बदलाव
वास्तु : अपने घर या प्रतिष्ठान में लगाए कुबेर का पौधा, ये मिलेगा चमत्कारी परिणाम
वास्तु : घोड़ा के नाल से न सिर्फ सुख-समृद्धि आती है बल्कि बचाती है बुरी नजर से भी
यदि आपके दाम्पत्य जीवन में है कुछ खटास तो करें ये उपाय, होगा सुखी वैवाहिक जीवन
परेशानियों से छुटकारा का उपाय है पवित्र पीपल पेड़, जानिए क्या है उपाय
– इन्हें भी जानिए
जानिए पूजा का सही समय …आखिर दोपहर के समय पूजा क्यों नहीं करनी चाहिए?
जानिये नवंबर माह 2022 के तीज-त्यौहार और उसके मुहूर्त
गोपाष्टमी : कब शुरू हुआ गौ पूजन, जानिए गाय के शरीर में है किन किन देवता का हैं निवास
जिन्हें ज्यादा पढ़ा गया
प्राचीन मंदिर : अपने माँ के पापों के प्रायश्चित के लिए गरुण ने स्थापित किया था गरुड़ेश्वर महादेव को
काशी का अदभुत लोटा भंटा मेला : जहाँ श्रद्धांलु भगवान शिव को चखाते है बाटी चोखा का स्वाद
काशी में एक स्थान ऐसा भी जहां स्वयं भगवान शिव के मंत्रोच्चार से होती है मोक्ष की प्राप्ति
मानो न मानो
आखिर जेठ के तपती दुपहरियां में बगीचे में वो कौन थी….
खबरों के लिए क्लिक करें – https://innovest.co.in
यदि आप सनातनी है तो काशी की नष्ट हो रही ऊर्जा को बचाने के लिए अभियान में आप के साथ की जरूरत है। कृपया सम्पर्क करें… 9889881111, 8765000123
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।
Leave a Reply