कई लाभ होते हैं रुद्राक्ष पहनने के लेकिन धारण करने से पहले और बाद करें इन नियमों का पालन
रुद्राक्ष महादेव को अति प्रिय माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी। रुद्राक्ष को बेहद चमत्कारी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि रुद्राक्ष धारण करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति के सभी संकट मिट जाते हैं।
रुद्राक्ष और सावधानी
रुद्राक्ष धारण करने के बाद रोजाना रुद्राक्ष मंत्र और रुद्राक्ष मूल मंत्र का जाप करें।
किसी कारण से रुद्राक्ष को गले या हाथ से निकाला है तो उसे किसी पवित्र स्थान पर ही रखें।
रुद्राक्ष धारण करने के बाद किसी भी तरह का तामसिक भोजन और मदिरा का सेवन करने से बचें।
किसी की मृत्यु में जा रहे हैं तो रुद्राक्ष धारण करके न जाएं।
किसी बच्चे के जन्म के दौरान भी रुद्राक्ष धारण करना वर्जित माना गया है।
महिलाएं मासिक धर्म से पहले रुद्राक्ष को उतारकर पूजा स्थल में रख दें।
बिना स्नान किये रुद्राक्ष को स्पर्श न करें।
रुद्राक्ष धारण करते समय और करने के बाद निरतंर भगवान शिव का स्मरण करें।
रुद्राक्ष धारण करते हैं तो रोजाना ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें।
रुद्राक्ष को हमेशा लाल या फिर पीले रंग के धागे में पहनें।
काले रंग के धागे में रुद्राक्ष पहनने से अशुभ प्रभाव पड़ता है।
खुद के द्वारा धारण किये हुए रुद्राक्ष को कभी किसी और को न दें।
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