पंचांग 22 दिसंबर 2022
वैदिक पंचांग
दिनांक – 22 दिसम्बर 2022
दिन – गुरुवार
विक्रम संवत – 2079
शक संवत -1944
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शिशिर ॠतु
मास – पौष
पक्ष – कृष्ण
तिथि – चतुर्दशी शाम 06:12 तक तत्पश्चात अमावस्या
नक्षत्र – जेष्ठा रात्रि 04:05 तक तत्पश्चात मूल
योग – शूल शाम 05:43 तक तत्पश्चात गण्ड
राहुकाल – दोपहर 01:30 से शाम 03:00 तक
सूर्योदय- 06:47
सूर्यास्त – 17:13
दिशाशूल – दक्षिण दिशा में
ज्योतिषचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र
उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111
नवीनतम
जानिये कैसे आया भीम में दस हजार हाथियों का बल ? जबकि भीम और दुर्योधन में एक हजार हाथियों का था बल
पुखराज और पन्ना को न करे एक साथ धारण जानिए आखिर क्यों ?
स्वास्तिक को इन जगहों पर नहीं बनाना चाहिए , सामना करना पड़ सकता है अशुभता का
क्या वाकई हिन्दू धर्म में हैं 84 लाख योनियां ? पढ़िए शास्त्रों का सत्य
जानिए, ज्योतिष काल गणना के अनुसार प्रतिदिन किस समय कौन कौन से काल होते हैं
क्या शाम के समय झाड़ू लगाने से माता लक्ष्मी रूठ जाती हैं, क्या कहता है शास्त्र ?
जीवन में सभी कष्टों को ख़त्म करता है चमत्कारी श्री बजरंग बाण का पाठ !
पंच कन्याओं में एक थी मंदोदरी, आइए जानते है कैसे हुआ मंदोदरी और रावण का विवाह
जानिए, विघ्नहर्ता भगवान गणेश शंकर-पार्वती के पुत्र तो माता लक्ष्मी से संबंध
अशुभ माने जाने वाले खरमास में भी कर सकते हैं ये काम, मिलेगा शुभ परिणाम
क्या है दिशाओं की अहमियत ? गुडलक के लिए किस दिशा में कौन-सी लगाए तस्वीर
जानिए मकरसंक्रांति क्यों मनाया जाता है और क्या है इसका महत्व
खरमास 16 दिसंबर 2022 से : खरमास की पूरी जानकारी, भूल से भी ना करें खरमास में ये कार्य
क्या वाकई शुभ कार्यों में काले रंग के कपड़े पहनना होता है अशुभ ?
कैसा होगा आने वाला साल 2023
2023 : जानें कैसा होगा नये साल में तुला राशि वालों का स्वास्थ्य
वृषभ राशि : नये वर्ष में ऐसा रहेगा वृषभ राशि के जातको का सेहत, ये करें उपाय
जानें कन्या राशि वालों के स्वास्थ्य के लिए कैसा रहेगा नया वर्ष 2023
जानिए आखिर किन किन ग्रहो के प्रभाव से जातक अपने जीवन यापन के लिए उन फील्ड में करता हैं प्रवेश
जानें कन्या राशि वालों के स्वास्थ्य के लिए कैसा रहेगा नया वर्ष 2023
सिंह राशि वालों के करियर के लिए ऐसा रहेगा आने वाला वर्ष 2023
2023 में शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही बनेगा ये राजयोग, 5 राशियों की चमक जाएगी तकदीर
VIVAH VISHESH
जानिए, आखिर क्यों होती हैं ज्यादातर विवाह रात में… ?
प्रसिद्ध देव स्थान
शनि शिंगणापुर : गाँव वालों पर शनि देव के प्रकोप का खौफ़
जानिए कौन हैं तीनों लोकों की देवी मां अन्नपूर्णा
देव स्थान : ऐसा मंदिर जहाँ चूहा करते हैं भक्तों की मनोकामना पूरी
बृहदेश्वर मंदिर : कई भूकंपों के बाद भी नहीं टूटा यह मंदिर, बगैर नींव के बना है …
काशी में एकमात्र ऐसा मंदिर जहां पूजा करने से दूर होते हैं सफेद दाग जैसे भी असाध्य रोग….
दैनिक पंचांग / जन्मदिन राशिफल / जन्मदिन राशिफल
साप्ताहिक राशिफल
साप्ताहिक राशिफल : जानिये आपके लिए कैसा रहेगा 28 नवंबर से 4 दिसंबर 2022 का समय
मासिक राशिफल : सिंह और कन्या राशि के जातको का ऐसा रहेगा दिसंबर माह , जाने क्या हैं भाग्योदय टिप्स
व्रत – त्यौहार
जानिए, इस हप्ते आने वाले व्रत और त्यौहार का महत्व
व्रत : पति की दीर्घायु और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए इस व्रत का महत्व
– वास्तु – टोटका
वास्तु के अनुसार कुछ विशेष धातुओं की मूर्ति ही रखे घर के मंदिर में
सुख-समृद्धि लाता है एक्वेरियम, घर में रखने से पहले जान लें ये नियम
वास्तु के अनुसार आपके सोने का बिस्तर कुछ यूँ होना चाहिए
वास्तु : अपने घर या प्रतिष्ठान में लगाए कुबेर का पौधा, ये मिलेगा चमत्कारी परिणाम
वास्तु : जानिये काले चावल के उपाय जो आप में ला देगा बदलाव
वास्तु : अपने घर या प्रतिष्ठान में लगाए कुबेर का पौधा, ये मिलेगा चमत्कारी परिणाम
वास्तु : घोड़ा के नाल से न सिर्फ सुख-समृद्धि आती है बल्कि बचाती है बुरी नजर से भी
यदि आपके दाम्पत्य जीवन में है कुछ खटास तो करें ये उपाय, होगा सुखी वैवाहिक जीवन
परेशानियों से छुटकारा का उपाय है पवित्र पीपल पेड़, जानिए क्या है उपाय
– इन्हें भी जानिए
ग्रह चाल : जीवन के इन क्षेत्रों में मंगल की दशा का होता हैं प्रभाव, ये देता हैं शुभ एवं अशुभ फल
किसी काम में आ रही हो बाधा या हो आर्थिक संकट, इनसे बचने के लिए रखें मां वैभव लक्ष्मी का व्रत
शनि शिंगणापुर : गाँव वालों पर शनि देव के प्रकोप का खौफ़
कुंडली में यदि बुध ठीक है तो, जीवन में सब कुछ ठीक है बुध खराब तो, सब कुछ खराब
जानिए, रावण कुम्भकर्ण और विभीषण के पूर्वजन्म की एक अनसुनी कथा
किसने आशीर्वाद के कारण शनिदेव को चढ़ाया जाता है सरसों का तेल ? मिलता है ये फल
पंच कन्या : ये हैं यज्ञ कुंड से जन्मी ‘द्रौपदी’ के पांच पति पाने का रहस्य
पढ़िए वाल्मीकि रामायण का वर्णन, क्या अहिल्या वास्तव में निर्दोष थी..
“नवधा भक्ति” : पढ़िए क्या है नौ प्रकार की भक्ति ?
जानिए पूजा का सही समय …आखिर दोपहर के समय पूजा क्यों नहीं करनी चाहिए?
खबरों के लिए क्लिक करें – https://innovest.co.in
यदि आप सनातनी है तो काशी की नष्ट हो रही ऊर्जा को बचाने के लिए अभियान में आप के साथ की जरूरत है। कृपया सम्पर्क करें… 9889881111, 8765000123
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।
Leave a Reply