संतोषी माता का रखती हैं व्रत तो भूलकर भी न करें ये गलतियां
हिंदू धर्म में शुक्रवार के दिन रखे जाने वाले संतोषी माता के व्रत का अलग विधान और महत्व है। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति विधि पूर्वक इस व्रत का पालन करता है और माता का पूजन करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
जिस प्रकार सप्ताह के सभी दिनों में अलग देवी-देवताओं की पूजा का मिलता है उसी प्रकार माता संतोषी की पूजा शुक्रवार के दिन की जाती है। आप में से कई लोग इस व्रत का श्रद्धा पूर्वक पालन करते होंगे और माता की पूजा के मंत्रों का उच्चारण भी करते होंगे, लेकिन कुछ ऐसे नियम बनाए गए हैं जो इस व्रत में जरूर पालन करने चाहिए साथ ही, आपको इस व्रत के दौरान कुछ गलतियों को करने से बचना चाहिए।
खट्टी चीजों का सेवन करने से बचें
ऐसा माना जाता है कि यदि आप शुक्रवार के दिन माता संतोषी का व्रत करती हैं तो आपको भूलकर भी खाने की खट्टी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। हिंदू मान्यता के अनुसार माता संतोषी को खट्टी चीजें पसंद नहीं हैं इसलिए इस व्रत के दौरान खट्टी चीजें खानी वर्जित हैं।
यही नहीं जिस घर में कोई भी इस व्रत का पालन करता है उस घर के किसी भी सदस्य को खट्टी चीजें नहीं खानी चाहिए। यदि आप इन नियमों का पालन नहीं करती हैं तो पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है।
गुड़ व चने का भोग जरूरी
मान्यता है कि माता संतोषी को गुड़ व चने का भोग जरूर अर्पित करना चाहिए। यदि आप भोग में सभी सामग्रियां अर्पित करती हैं और गुड़ व चने का भोग नहीं लगाती हैं तो आपको पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है। संतोषी माता व्रत में आप भोग में गुड़ और चना जरूर रखें और पूजन और आरती के बाद सभी को वितरित करें।
मांस-मदिरा का सेवन न करें
यदि आपके घर में कोई भी संतोषी माता का व्रत करता है तो आपको भूलकर भी मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। किसी भी तामसिक भोजन का सेवन आपके घर में दरिद्रता ला सकता है। इस दिन आप भले ही व्रत का पालन न करें लेकिन सात्विक भोजन ही करें।
गरीबों का अपमान न करें
शुक्रवार के दिन संतोषी माता का व्रत करते समय आपको भूलकर भी किसी गरीब या अपाहिज व्यक्ति का अपमान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आपको पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है और संतोषी माता रुष्ट हो सकती हैं। यदि संभव हो तो शुक्रवार के दिन किसी गरीब को भोजन कराएं या दान में सफ़ेद चीजें दें। ऐसा करना आपके जीवन में समृद्धि लाने में मदद करेगा।
देर तक न सोएं
यदि आप संतोषी माता का पूजन और व्रत करती हैं तो आपके लिए जरूरी है कि आप उस दिन देर तक न सोएं। किसी भी व्रत या उपवास में जल्दी उठने की सलाह दी जाती है और सच्चे मन से पूजन करना जरूरी माना जाता है। व्रत वाले दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नान आदि से मुक्त होकर संतोषी माता का पूजन करने से आपकी समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति हो सकती है।
संतोषी माता व्रत क्यों महत्वपूर्ण है
ऐसी मान्यता है कि संतोषी माता का व्रत करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है और इससे संतान का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है।
यदि आप शादी के लिए सुयोग्य वर ढूढ़ रही हैं तो 16 शुक्रवार के दिन संतोषी व्रत का पालन आपको सुयोग्य वर दिलाने में मदद करेगा।
यदि आप अच्छी नौकरी की तलाश में हैं तो शुक्रवार के दिन संतोषी माता का व्रत आपकी मनोकामनाओं पूर्ति करेगा।
संतोषी माता व्रत करते समय यदि आप यहां बताई बातों का विशेष ध्यान रखती हैं तो आपकी समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति होती है और पूजा का पूर्ण फल मिलता है।
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