Home 2022 आखिर क्यों हनुमान जी को चढ़ाया जाता है नारंगी सिंदूर, जानें इसके कारण

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

आखिर क्यों हनुमान जी को चढ़ाया जाता है नारंगी सिंदूर, जानें इसके कारण

ज्योतिष के अनुसार हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने को विशेष रूप से महत्वपूर्ण बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी को नारंगी सिंदूर सिन्दूर चढ़ाने से भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उनकी भक्ति का पूर्ण फल मिलता है।
आमतौर पर लोग पूजन के साथ हनुमान जी को नारंगी सिंदूर चढ़ाकर सभी कामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं और साथ ही ऐसा कहा जाता है कि इससे बजरंगबली प्रसन्न होकर सभी इच्छाओं की पूर्ति करते हैं।
बात जब सिंदूर चढ़ाने की आती है तब दिमाग में सबसे पहले ये ख्याल आता है कि आखिर नारंगी सिन्दूर चढ़ाने के पीछे क्या वजह हो सकती है।

हनुमान जी को क्यों प्रिय है सिंदूर

पौराणिक कथा के अनुसार, लंका से लौटने के बाद एक दिन जब माता सीता अपनी मांग में सिंदूर भर रही थीं उस समयत भी हनुमान जी ने उनसे इसका कारण पूछा। हनुमान जी के इस प्रश्न का जवाब देते हुए माता सीता ने कहा कि प्रभु श्रीराम की लंबी उम्र की कामना के लिए वो मांग में सिंदूर लगाती हैं।

माता सीता की यह बात सुनकर हनुमान जी ने सोचा कि अगर थोड़ा सा सिंदूर लगाने से प्रभु को इतना लाभ है तो पूरे शरीर पर सिंदूर लगाने से प्रभु श्रीराम अमर हो जाएंगे। उस दिन से हनुमान जी ने अपने शरीर में सिंदूर का लेप लगाना शुरू कर दिया। उसी समय से हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने की प्रथा भी प्रचलित हो गई।


हिंदू धर्म के बारे में विस्तार से जानकारी पाने के इच्छुक लोग ” मोक्ष भूमि ” ग्रुप से जुड़ सकते हैं। यहाँ हिंदू देवी-देवताओं की कथाएं, पौराणिक गाथाएं, मंदिर, त्योहार, उत्सव, व्रत विवरण संग भगवद्गीता, रामायण, महाभारत कथा संग कई चालीसा और आरतियां का विवरण हैं। जो धार्मिक लोगों को पसंद आएगा।

नारंगी सिंदूर ही क्यों चढ़ाया जाता है

सिंदूर मुख्य रूप से दो तरह के होते हैं- लाल और नारंगी। ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी को नारंगी सिंदूर ही लगाना चाहिए। दरअसल, लाल सिंदूर श्रृंगार और विवाह का प्रतीक माना जाता है। वहीं नारंगी सिंदूर समर्पण को दर्शाता है। चूंकि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी हैं इसलिए उन्हें लाल नहीं बल्कि नारंगी सिन्दूर लगाने की ही सलाह दी जाती है।

सिंदूर चढ़ाने और लगाने में क्या अंतर है

ऐसा कहा जाता है कि हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने और सिंदूर लगाने में अंतर है। सिंदूर चढ़ाने से तात्पर्य है कि हनुमान जी के सामने सिंदूर अर्पित करना और यदि आप उन्हें सिर्फ सिन्दूर चढ़ा रहे हैं तो लाल रंग का सिन्दूर भी अर्पित किया जा सकता है।
वहीं सिंदूर लगाना यानि कि हनुमान जी के शरीर पर सिंदूर का तिलक का लेप करना। यदि आप सिंदूर हनुमान जी के शरीर में लगाते हैं तो नारंगी सिन्दूर का ही इस्तेमाल करें।

हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने के फायदे

मान्यता है कि हनुमान जी में लाल सिंदूर चढ़ाने से वैवाहिक जीवन का सुख, सौभाग्य और जल्दी विवाह के योग जैसे लाभ मिलते हैं। वहीं उनके शरीर पर नारंगी सिंदूर का लेप करने से आध्यात्म की प्राप्ति होती है और हनुमान जी की कृपा मिलती है।
यही नहीं नारंगी सिंदूर का लेप करने से हनुमान जी के साथ श्री राम का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। सभी तरह के भय और रोग से मुक्ति मिलती है। ज्योतिष के अनुसार हनुमान जी को लगाया हुआ सिंदूर घर पर जरूर लाना चाहिए और खुद भी तिलक की तरह लगाना चाहिए, इससे भाग्य साथ देता है और बजरंगबली की कृपा प्राप्त होती है।

” मोक्ष भूमि ” शनिवार विशेष

आखिर क्यों हनुमान जी को चढ़ाया जाता है नारंगी सिंदूर, जानें इसके कारण

हनुमान चालीसा में वर्णित हनुमान जी के 12 नामों में छिपा है बारह समस्याओं का हल, जानिए इससे जुड़ी कथा

बड़ा नुकसान से बचने के लिए शनिवार के दिन भूलकर भी न करें इनका दान

हनुमान जी का ये मंत्र है उनके सभी पाठों से ज्यादा शक्तिशाली, जानें विधि और नियम

कैसे बना गदा हनुमान जी का शस्त्र, किसने दिया गदा

घर में है हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ति तो भूलकर भी ना करें ये 6 गलतियां

घर में करते हैं हनुमान चालीसा का पाठ तो भूलकर भी न करें ये गलतियां

हनुमान जी की पूजा करते वक्‍त महिलाएं रखें इन 4 बातों का ध्‍यान

जानें आखिर शनिदेव के कितने है वाहन, इन वाहनों का क्या है महत्व


नवीनतम लेख

काशी में संकटा माता मंदिर .. जहां रात में सुनाई पड़ती है शेर की गर्जना

वर्ष 2022 की 5 भविष्यवाणियाँ जो हुई सत्य

जानिए कौन है दक्षिणामूर्ति शिव, काशी में कहां है स्थित, क्या है महत्ता

विशेष : अगर आपका जन्म गुरुवार के दिन हुआ है तो आजमाइये इन रंगो को जो बदल सकते हैं आपके किस्मत

विशेष : अगर आपका जन्म गुरुवार के दिन हुआ है तो आजमाइये इन रंगो को जो बदल सकते हैं आपके किस्मत

वास्तु दोष के कारण भी बिजली उपकरण होते हैं बार बार खराब, ये करे उपाय

जानिए कैसे है मोरपंख आपके घर परिवार के लिए चमत्कारी, अद्भुत लाभों के लिए करें ऐसे प्रयोग

अशुभ माने जाने वाले खरमास में भी कर सकते हैं ये काम, मिलेगा शुभ परिणाम

जानिए मकरसंक्रांति क्यों मनाया जाता है और क्या है इसका महत्व

खरमास 16 दिसंबर 2022 से : खरमास की पूरी जानकारी, भूल से भी ना करें खरमास में ये कार्य


उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111


Pदैनिक पंचांग / जन्मदिन राशिफल / जन्मदिन राशिफल

दैनिक पंचांग : 31 दिसंबर 2022

आज जिनका जन्मदिन है : 31 दिसंबर 2022

राशिफल : 31 दिसंबर 2022

पंचांग 30 दिसम्बर 2022

जन्मदिन 30 दिसम्बर 2022

आज का राशिफल : 30 दिसम्बर 2022

पंचांग 29 दिसंबर. 2022

जन्मदिन 29 दिसंबर. 2022

राशिफल 29 दिसंबर. 2022

साप्ताहिक राशिफल 26 दिसंबर 2022 से 1 जनवरी 2023: जानें इस सप्ताह का अपना राशिफळ


कैसा होगा आने वाला साल 2023


2023 : जानें कैसा होगा नये साल में तुला राशि वालों का स्वास्थ्य

वृषभ राशि : नये वर्ष में ऐसा रहेगा वृषभ राशि के जातको का सेहत, ये करें उपाय

जानें कन्या राशि वालों के स्वास्थ्य के लिए कैसा रहेगा नया वर्ष 2023

जानिए आखिर किन किन ग्रहो के प्रभाव से जातक अपने जीवन यापन के लिए उन फील्ड में करता हैं प्रवेश

जानिए अंग्रेजी वर्णमाला के किन 8 अक्षर से शुरू होने वाली नाम की पत्नियां अपने पति को बना सकती हैं धनवान

जानें कन्या राशि वालों के स्वास्थ्य के लिए कैसा रहेगा नया वर्ष 2023

सिंह राशि वालों के करियर के लिए ऐसा रहेगा आने वाला वर्ष 2023

2023 में शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही बनेगा ये राजयोग, 5 राशियों की चमक जाएगी तकदीर


विवाह विशेष

जानिए, आखिर क्यों होती हैं ज्यादातर विवाह रात में… ?

Vivah vishesh : जानिए आखिर विवाह के पूर्व वर- वधु के कुंडली में किन जरुरी बातों की होती हैं गणना, क्यों हैं ये जरूरी


प्रसिद्ध देव स्थान

जानिए कौन हैं तीनों लोकों की देवी मां अन्नपूर्णा

काशी का वो पवित्र स्थान जहां विराजते है मोक्ष प्राप्ति करने वालों का मनुष्य का लेखा जोखा रखने वाले भगवान

देव स्थान : ऐसा मंदिर जहाँ चूहा करते हैं भक्तों की मनोकामना पूरी

बृहदेश्वर मंदिर : कई भूकंपों के बाद भी नहीं टूटा यह मंदिर, बगैर नींव के बना है …

काशी में एकमात्र ऐसा मंदिर जहां पूजा करने से दूर होते हैं सफेद दाग जैसे भी असाध्य रोग….


व्रत – त्यौहार

जानिए, इस हप्ते आने वाले व्रत और त्यौहार का महत्व

व्रत : पति की दीर्घायु और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए इस व्रत का महत्व


वास्तु – टोटक

घर में फिटकरी रखने से होते हैं ये 15 चमत्कार, आप भी जानें

जानिए, कब और किस देश से जन्‍मदिन पर शुरू हुई मोमबत्ती बुझाने की परंपरा

टोटका : जल्द शादी, धन प्राप्ति, दाम्पत्य जीवन, ग्रह शांति और मनोकामना पूर्ति के लिए गुरुवार को हल्दी से करें ये अचूक उपाय

वास्तु के अनुसार कुछ विशेष धातुओं की मूर्ति ही रखे घर के मंदिर में

टोटका : जल्द शादी, धन प्राप्ति, दाम्पत्य जीवन, ग्रह शांति और मनोकामना पूर्ति के लिए गुरुवार को हल्दी से करें ये अचूक उपाय

सुख-समृद्धि लाता है एक्वेरियम, घर में रखने से पहले जान लें ये नियम

वास्तु के अनुसार आपके सोने का बिस्तर कुछ यूँ होना चाहिए

वास्तु : अपने घर या प्रतिष्ठान में लगाए कुबेर का पौधा, ये मिलेगा चमत्कारी परिणाम

वास्तु : जानिये काले चावल के उपाय जो आप में ला देगा बदलाव

वास्तु : अपने घर या प्रतिष्ठान में लगाए कुबेर का पौधा, ये मिलेगा चमत्कारी परिणाम

वास्तु : घोड़ा के नाल से न सिर्फ सुख-समृद्धि आती है बल्कि बचाती है बुरी नजर से भी

यदि आपके दाम्पत्य जीवन में है कुछ खटास तो करें ये उपाय, होगा सुखी वैवाहिक जीवन

परेशानियों से छुटकारा का उपाय है पवित्र पीपल पेड़, जानिए क्या है उपाय


– इन्हें भी जानिए

ग्रह चाल : जीवन के इन क्षेत्रों में मंगल की दशा का होता हैं प्रभाव, ये देता हैं शुभ एवं अशुभ फल

किसी काम में आ रही हो बाधा या हो आर्थिक संकट, इनसे बचने के लिए रखें मां वैभव लक्ष्मी का व्रत

शनि शिंगणापुर : गाँव वालों पर शनि देव के प्रकोप का खौफ़

कुंडली में यदि बुध ठीक है तो, जीवन में सब कुछ ठीक है बुध खराब तो, सब कुछ खराब

जानिए, रावण कुम्भकर्ण और विभीषण के पूर्वजन्म की एक अनसुनी कथा

किसने आशीर्वाद के कारण शनिदेव को चढ़ाया जाता है सरसों का तेल ? मिलता है ये फल

पंच कन्या : ये हैं यज्ञ कुंड से जन्मी ‘द्रौपदी’ के पांच पति पाने का रहस्य

पढ़िए वाल्मीकि रामायण का वर्णन, क्या अहिल्या वास्तव में निर्दोष थी..

“नवधा भक्ति” : पढ़िए क्या है नौ प्रकार की भक्ति ?

जानिए पूजा का सही समय …आखिर दोपहर के समय पूजा क्यों नहीं करनी चाहिए?


खबरों के लिए क्लिक करें – https://innovest.co.in


यदि आप सनातनी है तो काशी की नष्ट हो रही ऊर्जा को बचाने के लिए अभियान में आप के साथ की जरूरत है। कृपया सम्पर्क करें… 9889881111, 8765000123


  • डिसक्लेमर
    ‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।
  • Author: Admin Editor MBC

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    error: Content is protected !!