गुप्त नवरात्रि कब से शुरू होगी? जानिए महत्व और पूजा मन्त्र
वर्ष में दो गुप्त नवरात्रियां आती हैं। पहले आषाढ़ माह में और दूसरी माघ माह में माघ माह की गुप्त नवरात्रि का खास महत्व रहता है। यह साधना, दान, पुण्य और पूजा का माह है। गुप्त नवरात्र में दस महाविद्याओं की पूजा होती है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह नवरात्रि 22 जनवरी से प्रारंभ हो रही है और 30 जनवरी को यह समाप्त होगी। जानिए महत्व और पूजा का मंत्र ।
गुप्त नवरात्रि का महत्व
गुप्त अर्थात छिपा हुआ। इस नवरात्रि में गुप्त विद्याओं की सिद्धि हेतु साधना की जाती है। गुप्त नवरात्रि में तंत्र साधनाओं का महत्व होता है और तंत्र साधना को गुप्त रूप से ही किया जाता है। इसीलिए इसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं। इसमें विशेष कामनाओं की सिद्धि की जाती है। साधकों को इसका ज्ञान होने के कारण या इसके छिपे हुए होने के कारण इसको गुप्त नवरात्र कहते हैं। यह साधना की नवरात्रि है उत्सव की नहीं। इसलिए इसमें खास तरह की पूजा और साधना का महत्व होता है। यह नवरात्रि विशेष कामना हेतु तंत्र-मंत्र की सिद्धि के लिए होती है। गुप्त नवरात्रि में विशेष पूजा से कई प्रकार के दुखों से मुक्ति पाई जा सकती है। अघोर तांत्रिक लोग गुप्त नवरात्रि में महाविद्याओं को सिद्ध करने के लिए उपासना करते हैं। यह नवरात्रि मोक्ष की कामना से भी की जाती है।
गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा होती है जिनके नाम है-
1. काली, 2. तारा, 3. त्रिपुरसुंदरी, 4. भुवनेश्वरी, 5. छिन्नमस्ता, 6. त्रिपुरभैरवी, 7. धूमावती, 8. बगलामुखी, 9. मातंगी और 10. कमला। उक्त दस महाविद्याओं का संबंध अलग अलग देवियों से हैं।
पूजा के मंत्र :
इस नवरात्रि में आप जिस भी देवी की पूजा या साधना करते हैं पूजा में उनके मंत्र का ही जाप करते हैं।
1. काली ऊँ क्रीं क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं ह्रीं हूं हूं दक्षिण कालिके क्री क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं ह्रीं हूं हूं स्वाहाः ।
2. तारा : ऐं ॐ ह्रीं क्रीं हूं फट् ।
3. त्रिपुर सुंदरी श्री ह्रीं क्लीं ऐं सौः ॐ ह्रीं क्रीं कए इल हीं सकल ह्रीं सौः ऐं क्लीं ह्रीं श्रीं नमः ।
4. भुवनेश्वरी ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं सौः भुवनेश्वर्ये नमः या हीं।
5. छिन्नमस्ता : श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं वज्रवैरोचनीये हूं हूं फट् स्वाहा: ।
6. त्रिपुरभैरवी ह स हसकरी हसे।”
7. धूमावती धूं धूं धूमावती ठः ठः।
8. बगलामुखी : ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिव्हा कीलय, बुद्धि विनाश्य ह्रीं ॐ स्वाहाः ।
9. मातंगी : श्री ह्रीं क्लीं हूं मातंग्यै फट् स्वाहा: ।
10. कमला ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद-प्रसीद श्रीं। ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः ।
नवीनतम लेख
आइये जानते हैं माघ मास के “गुप्त नवरात्रि” में किस तिथि को किस देवी का करते हैं आराधना
जानिए गुप्त नवरात्र में संतान प्राप्ति से लेकर कर्ज से मु्क्ति पाने के उपाय
कल रविवार को होने जा रहा है शुक्र गोचर, इन राशियों के जीवन में होगा बल्ले बल्ले
जानिए कब शुरू हो रहा हैं गुप्त नवरात्रि ? क्या हैं इनका महत्व और पूजा एवं मन्त्र
माता सरस्वती को समर्पित हैं बसंत पंचमी, जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व जानें
मौनी अमावस्या पर क्या करें दान?, स्नान के क्या हैं महत्व, कैसे करें भगवान विष्णु को प्रसन्न
मौनी अमावस्या : शनिवार अमावस्या की रात करें लौंग का ये प्रयोग , पैसों के आवक की बढ़ेगी रफ़्तार
आइये जानते हैं अमावस्या के 10 रहस्य, कलशनिवार को हैं मौनी अमावस्या
पितरों से आशीर्वाद पाने के लिए कल मौनी अमावस्या को ये उपाय, ये होंगे लाभ
आखिर क्यों महाभारत में गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को
आज बुधवार से शनिदेव कुंभ राशि में किये प्रवेश, इन राशियों पऱ पड़ेगा असर…
जानिए आखिर क्यों जाते हैं मंदिर, क्या होता हैं इसका अनगिनत लाभ
दो नहीं चार कन्याओं से किया था भीम ने विवाह, हर एक की है पौराणिक कथा
30 साल बाद गोचर शनि इन चार राशियों का बदलेगा किस्मत राह
उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111
दैनिक पंचांग / जन्मदिन राशिफल / जन्मदिन राशिफल
आज का पंचांग, 21 जनवरी 2023, शनिवार
दैनिक राशिफल 21 जनवरी( शनिवार ), जानिए आज का भाग्यफल
जिनका आज जन्मदिन हैं उनका कैसा होगा ये साल
आज का पंचांग, 20 जनवरी 2023, शुक्रवार, जानिए किस समय करें सफलता के लिए कार्य
दैनिक राशिफल 20 जनवरी (Thursday), ऐसा रहेगा आज का दिन
साल 2023 में कैसा रहेगा आपका भाग्य, मेष राशि से मीन राशि तक का जानिए वार्षिक राशिफल
खबरों के लिए क्लिक करें – https://innovest.co.in
यदि आप सनातनी है तो काशी की नष्ट हो रही ऊर्जा को बचाने के लिए अभियान में आप के साथ की जरूरत है। कृपया सम्पर्क करें… 9889881111, 8765000123
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।
Leave a Reply