प्रवचन : काशी के दो रूप, मूर्त रूप और दूसरा अमूर्त रूप
मूर्त काशी में अमूर्त काशी- आनंद मूर्ति गुरु मां
आनंदमूर्ति गुरु में ने आज अपने प्रवचन में काशी के दो रूपो की चर्चा की। एक मूर्त रूप और दूसरा अमूर्त रूप। भक्ति रस से प्रारम्भ कर वेदान्त की गहराई तक की कला एक प्रबुद्ध संत और ब्रह्मवेता संत ही कर सकता है। इतिहास के पन्नो को खोल कर काशी का पुरातन रूप आनन्दपुर से लेकर काशी, काशी विश्वनाथ, बनारस और वाराणसी की अद्भुत विलक्षण विवेचना कर साधकों के दिलो दिमाग़ में शिव तत्व का समावेश इस प्रकार किया कि श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हो गए। गद्य और पद्य का स्मिश्रण विलक्षण गुरु माँ जैसा ब्रह्मयोगी ही कर सकता है। कैसे शिव पार्वती आकाश मार्ग से होते हुए इस रमणीक स्थान से प्रभावित हो इस नगरी को जो पहले वन था, अपना वास बनाते है।
कैसे माँ भागीरथी शिव की जटाओ से निकल कर दुर्लभ दर्शन देती है उसे काव्य रूप में प्रस्तुत कर गुरु माँ ने समा बांधा वह द्रष्य अविश्वसनीय था। सत्संग का शुभारंभ महात्मा हरिमिलन के अभिनंदन शब्दों द्वारा और फिर काशी विश्वनाथ के मंदिर के ट्रस्टी ने के. वेंकटरामन ने मन्त्रों उचाचरण से किया कि जिसके फलस्वरूप गुरु माँ ने संस्कृत भाषा की महत्त्वता पर बल दिया। उनके कथन अनुसार जो ग्रंथों का चिंतन पाश्चात्य जगत कर रहा है, विशेष कर जर्मनी और दक्षिण अमेरिका वो आग और जिज्ञासा ऋषियों के देश भारत में भी होनी चाहिए। युवा पीढ़ी को संस्कृत पर बल देना चाहिए और उसे अपनाना चाहिए।
अंत में गुरु माँ ने सुझाव्तमक निर्देश दिया कि जब भी हम काशी के किसी भी मंदिर दर्शनार्थी बन कर जाये तो स्वच्छता का विशेष ध्यान दे और कही कोई कूड़ा करकट या प्लास्टिक बोतल इत्यादि देखे तो वहाँ सफ़ाई करे। तीर्थ पर जैसे एक बार शिव नाम से करोडो नाम का पुन मिलता है ऐसे ही प्रोपकारी काम करने से आध्यात्मिक लाभ मिलेगा।
सत्संग के यजमान संदीप गोयल ने सपत्नीक पुष्पों के माध्यम से गुरु माँ का आशीर्वाद लिया।
इन्हें भी पढ़िए..
कल, गुरूवार को है माध मास का अंतिम प्रदोष व्रत, जानें मुहूर्त और महत्व
कुछ ऐसा रहेगा आपका फरवरी में ग्रह चाल , जानिए अपने राशि का हाल
ये है फरवरी माह के व्रत, त्योहार और छुट्टी की लिस्ट, जानिए कब है महाशिवरात्रि ?
घर में रखा आटा खोल सकता है धन के मार्ग
जानें हनुमान चालीसा में वर्णित अष्ट सिद्धियों के नाम और रहस्य
क्यों की जाती है मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा ? बरतें ये सावधानियां…
शनि को ख़ुश कर पाना हो मान और सम्मान तो करिये ये खास चमत्कारिक उपाय
दैनिक पंचांग / जन्मदिन राशिफल / जन्मदिन राशिफल
आज का पंचांग, 2 फरवरी 2023, गुरुवार
दैनिक राशिफल 02 फरवरी (Thursday)
दैनिक राशिफल 01 फरवरी 2023 बुधवार
आज का पंचांग 1 फरवरी 2023, बुधवार
उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111
अभियान में आप के साथ की जरूरत है। कृपया सम्पर्क करें… 9889881111, 8765000123
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।
Leave a Reply