Home 2023 शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव

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शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव

ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’

शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है।

हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।

इस किए गए उपायों से शनि के दोष को शांत किया जा सकता है.

पांच आसान उपाय

1. सूर्यास्त के बाद ऐसे पीपल के पास दीपक जलाएं जो सुनसान स्थान पर हो या फिर किसी मंदिर में हो. इस उपाय से धन संबंधी परेशानियां दूर होगीं.

2. शनिदेव को तेल अर्पित करें और पूजन करें. शनिदेव को नीले पुष्प चढ़ाएं. शनिदेव का पूजन करते समय सीधे शनि की मूर्ति के दर्शन न करें.

3. पीपल को जल चढ़ाएं, पूजा करें और सात परिक्रमा करें. किसी निर्धन व्यक्ति को भोजन कराएं, ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और दरिद्रता दूर होती है.

4. हर शनिवार सुबह-सुबह स्नान आदि कर्मों से निवृत्त होकर तेल का दान करें. इसके लिए एक कटोरी में तेल लें और उसमें अपना चेहरा देखें, फिर तेल का दान किसी जरूरतमंद व्यक्ति करें.

5. हनुमानजी को सिंदूर और चमेली का चढ़ाएं. हनुमान चालीसा का पाठ करें. हनुमान बाबा की पूजा करने वाले को शनि प्रताड़ित नहीं करते हैं.


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Author: Admin Editor MBC

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