इस स्थान पर होती है शिवलिंग की रात में पूजा, जानें इसकी वजह
हिन्दू धर्म में देवी-देवताओं की पूजाका विधान प्रातः काल का बताया गया है लेकिन भगवान शिव के एक मंदिर में रात की पूजा का विशेष महत्व है। यूं तो किसी भी मंदिर में रात को भगवान को शयन कराया जाता है लेकिन इस मंदिर में शिवलिंग की रात में अराधना की जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस मंदिर में रात की पूजा करने से अत्यंत दिव्य फलों की प्राप्ति होती है।
जिस मंदिर की हम बात कर रहे हैं वह पुणे से 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित है। इस शिव मंदिर का नाम है भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग मंदिर। यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस ज्योतिर्लिंग का नाम भीमाशंकर इसलिए क्यों कि यह मंदिर भीम की तरह मोटा और सामान्य शिवलिंग के मुकाबले अधिक बड़ा है।
इसके अलावा, इस मंदिर का यह नाम पड़ने के पीछे का एक कारण यह भी है कि इस स्थान पर भगवान शिव और भीमा नामक एक राक्षस का युद्ध हुआ था। युद्ध के दौरान भगवान शंकर के शरीर से निकला पसीना भीमारथी नदी में परिवर्तित हुआ और तभी से इस ज्योतिर्लिंग का नाम भीमाशंकर पड़ गया।
क्यों की जाती है रात को पूजा
इस मंदिर में दो पूजा का विधान है। एक पूजा वो जो सुबह और दिन के समय होती है और एक पूजा वो जो भक्तों द्वारा रात में की जाती है। मान्यता है कि रात में भी भक्त यहां भगवान शिव के शिवलिंग रूप की श्रद्धा से पूजा करते हैं।
पूजा के बाद भक्तों को दिव्य फलों की प्राप्ति होती है और उनमें सिद्धि शक्ति का संचार होता है। हालांकि माना यह भी जाता है कि इस मंदिर में रात की पूजा इसलिए भी भक्त करते हैं क्योंकि अपने पापों के कारण वह भयंकर कष्ट भोग रहे होते हैं और पाप मुक्ति की इच्छा से भगवा शिव के पास रात में आते हैं।
इन्हें भी पढ़िए..
किनको और क्यों रखना चाहिए शिखा या चोटी, मिलता हैं ये लाभ…
परेशानियों से अलग रहने के लिए, होलिका दहन के दिन करें ये 10 टोटके
घर की ये दिशा कराती है पैसों में वृद्धि, रखते ही तेजी से बढ़ता है धन; खुद आजमा कर देख लें
घड़ी ही नहीं, खिड़की की दिशा से भी लगता है वास्तु दोष, जानें कैसे वापस लाएं सुख-शांति
लोबान के धुएं से अत्यंत प्रसन्न हो जाते हैं शनि देव, जानें कारण और उपाय
भगवान विष्णु, राम और कृष्ण की तरह क्यों नहीं लगता महादेव के आगे ‘श्री’
दैनिक पंचांग / राशिफल
साप्ताहिक राशिफल 13 -19 फरवरी : जानिए ग्रहों के चाल से कैसा रहेगा यह सप्ताह
जिनका आज जन्मदिन है 13 फरवरी, कुछ ऐसा रहेगा यह वर्ष…
आज का पंचांग, 13 फरवरी 2023, सोमवार
आज का राशिफल, 13 फरवरी 2023, सोमवार
आज का पंचांग 12 फरवरी 2023 रविवार
जिनका आज जन्मदिन है 12 फरवरी 2023
अवश्य पढ़िए..
जानें शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में क्या है अंतर
इस साल 7 या 8 मार्च, किस दिन खेली जाएगी होली? जानें होलिका दहन का सही मुहूर्त
जानिए क्या है फाल्गुन मास का धार्मिक महत्व, किनका करें पूजा…
ये हैं आज से शुरू हुए हिंदी कैलेंडर के अंतिम मास फागुन की ख़ास बातें
आज से शुरू हो रहा है फाल्गुन माह, जानें महत्त्व, नियम और पूजा विधि
यदि हैं आज कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान, राहत के लिए आजमाये ये उपाय
छिड़कें दो चुटकी नमक, मिलेगा जोरदार तरक्की आपको अपने करियर में
शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव
कुछ ऐसा रहेगा आपका फरवरी में ग्रह चाल , जानिए अपने राशि का हाल
ये है फरवरी माह के व्रत, त्योहार और छुट्टी की लिस्ट, जानिए कब है महाशिवरात्रि ?
पौराणिक कथाएं
आखिर क्यों अपने ही बेटे के हाथों मारे गए थे अर्जुन
पत्थर रूप में ही क्यों शिंगणापुर में प्रकट हुए शनि पढ़िए पुरी कहानी
उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111
डिसक्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।
Leave a Reply