Home 2023 वीडिओ, काशी में अनोखी होली चिताओं के बीच होली

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

वीडिओ, काशी में अनोखी होली चिताओं के बीच होली

काशी.. एक ऐसा शहर जहां मृत्यु का आलिंगन और मौत पर नृत्य होता है। एक ऐसा शहर जहां श्मशान में भी फागुन की फाग गाई जाती है रंग और अबीर उड़ाई जाती है और यही नहीं चारों ओर मातमी माहौल के बीच गीत और नृत्य का आनंद उठाया जाता है। जीवन के शाश्वत सत्य से परिचित कराती श्मशान पर होली खेलने का दृश्य सिर्फ यही नजर आता है ।

देखिये मशान की होली

रंगभरी एकादशी के दिन श्मशान घाट हरिश्चंद्र पर जहां सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अपने धर्म की परीक्षा को न केवल पूरा किया था बल्कि एक आदर्श प्रस्तुत करके लोगों को सत्य और निष्ठा का साक्षात्कार भी कराया था। अंतिम यात्रा को पूरी कर जलती हुई चिताओं में जलती माटी का यह देह, के बीच तेज ध्वनि के बीच लोग उमंग और उत्साह से होली खेलते हुए देखे जा सकते हैं। ऐसा नहीं कि यहां जुटे हुए लोग खाटी बनारसी हो.. अलग-अलग राज्यों के आए ये लोग जरूरी नहीं है कि शिवभक्त ही हो.. घाट का आलम यह होता है कि इस अद्भुत होली को देखने के लिए सात समुंदर पार से भी आए हुए सैलानी बरबस ही खींचे चले आते हैं और होली के शुरूर में कहीं खो से जाते हैं.. अलग-अलग भेष धरे भक्त अपने महादेव को रिझाने के लिए कुछ अलग ही अंदाज में भक्ति के रंग में सराबोर दिखते है..होली का रंग और अबीर उड़ाते हैं।

हरिश्चंद्र घाट की तरह महाश्मशान मणिकर्णिका घाट का भी शिवरात्रि के अगले दिन कुछ ऐसा ही नजारा होता है। भगवान भास्कर जब अपने सफर के मध्य में होते हैं ठीक उसी दुपहरिया में काशी के मलंग आस्था और श्रद्धा के उफान के बीच चिंताओं के बीच होली खेलने पहुंचते हैं। दूसरी तरफ घाट के व्यवस्था में लगे लोग तेज आवाज पर भजन लोक संगीत और भोजपुरी गानों कीp कान फाडू आवाज में की व्यवस्था करते है फिर समय आता है भक्तों का होली खेलने का.. घाट पर चहुओर सफेद अबीर की घना बादल छा जाता है।

जिसके बाद भक्तों ने बाबा के भाल भस्म और गुलाल चढ़ाकर फागुन की मस्ती की शुरुआत की जाती है । होली खेलते भक्तों का मन अद्वितीय आनंद से सराबोर रहा, तो उन्हें निहारते लोगों का झुंड एकत्र हो गया।

लेकिन इस होली को शास्त्रीय दृष्टि कोण से विद्वान गलत बताते है, मत हैं कि भगवान शंकर श्मशान में कभी होली नहीं खेला….


विशेष : होली है ..

आज रंगभरी एकादशी पऱ करे ये पांच उपाय, फिर देखिये भाग्य की लकीर

जानें आखिर श्री विष्णु को समर्पित एकादशी से क्या है शिव कनेक्शन और रंगभरी एकादशी के शुभ मुहूर्त और महत्व को

ये है रंगभरी एकादशी से जुड़ी कथा और जानिए पूजा विधि ….

जानें आखिर श्री विष्णु को समर्पित एकादशी से क्या है शिव कनेक्शन और रंगभरी एकादशी के शुभ मुहूर्त और महत्व को

जानिए क्यों मनाते है रंगभरी एकादशी, क्या है इसका काशी से कनेक्शन

क्या है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त, जानिए इससे जुडी पौराणिक कथा और महत्व

Braj ki holi : जहां खेली जाती है अलबेली 12 तरह होली, जानें इसके मायने

होलाष्टक में करें कौन से 7 अचूक उपाय, होगा आपको बेहद लाभ

जानिए, होलाष्टक के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए

होलाष्टक के दौरान करना चाहिए ये 15 कार्य, सबकुछ मिलेगा

आइये जानते हैं क्या होता हैं होलाष्टक, इससे जुड़ी पौराणिक कथा और आखिकर क्या है इसके पीछे का कारण?

जानिए क्या है रंग पंचमी कब और क्यों मनाया जाता है यह त्यौहार



पौराणिक कथाएं

जानिए पांडवो के स्वर्ग जाने की कथा, किन वजहों से पांचो पांडव बारी बारी नीचे गिरकर मृत्यु को प्राप्त हुए

राक्षसी होलिका, कैसे बनी एक पूजनीय देवी, जानें रोचक पौराणिक कथा

कौन थीं शबरी ? जानिए इनके माता पिता और गुरु को

क्या आप जानते हैं सारे ज्योतिर्लिंग जमीन तल से नीचे क्यों स्थित हैं, कितने प्रकार के होते हैं शिव लिंग

महाभारत का युद्ध : आखिर 18 नंबर से क्या था कनेक्शन, क्यों चला था 18 दिन युद्ध ?

पौराणिक कथा : जानिए आखिर कैसे हुई थी श्री राधा रानी की मृत्यु ?

आखिर क्यों अपने ही बेटे के हाथों मारे गए थे अर्जुन

पत्थर रूप में ही क्यों शिंगणापुर में प्रकट हुए शनि पढ़िए पुरी कहानी


धार्मिक हलचल

चक्रपुष्करिणी तीर्थ : उत्तराभिमुख गोमुख का रंगभरी एकादशी पर होंगे दर्शन

पंचांग में समन्वय स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय पंचांग समन्वय संगोष्ठी का आयोजन

तीर्थाटन और पर्यटन को अलग करें सरकार : स्वामी जीतेन्द्रानन्द सरस्वती

बाबा विश्वनाथ का मंगला आरती आम भक्त से और दूर, 500 रूपये के टिकट पऱ मिलेंगे दर्शन, सभी आरती के बढ़ें मूल्य



दैनिक पंचांग / राशिफल

जिनका आज जन्मदिन है 3 मार्च

आजका पंचांग, 3 मार्च 2023, शुक्रवार

आज का राशिफल, 03 मार्च 2023: कन्या राशि वालों को मिल सकता है संपत्ति सुख, जानिए बाकी राशियों का हाल

आज का राशिफल, 2 मार्च 2023, गुरुवार

आज का पंचांग, 2 मार्च 2023, गुरुवार

जिनका है 2 मार्च जन्मदिन


ग्रह चाल और आप

हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत पर इन चार राशियों का चमक उठेगा भाग्य

जानिए, मार्च मास में कैसा होगा आपका का राशिफल

जानिए, आज से शुरू सप्ताह आपके भविष्‍य पर क्‍या प्रभाव डालेगा ?

शुक्रवार आज गुरु कर रहे हैं गोचर, पढ़िए क्या होगा असर आप के राशि पऱ ?



अवश्य पढ़िए..

हॉलीवुड की इन मशहूर हस्तियों ने अपनाया सनातन धर्म

जानिए क्या हैं राम गीता, कृष्ण से नहीं राम से जुड़ी हैं चार गीता

यदि आप रुद्राक्ष धारण करने वाले, भूलकर इन 6 जगहों पऱ न जाय

घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की फोटो लगाने से पहले जान लें ये नियम

आपके हाथ रेखाएं बताती हैं आपके के शरीर का रोग

इन पांच लोगों से डरते हैं शनि देव, जानें कौन हैं ये

नई दुल्हन को काले कपड़े पहनने की क्यों होती है मनाही, जानें सही वजह

परेशानियों से बचने के लिए 5 वस्तुएं को सदा रखे तुलसी से दूर

क्या है मंगला आरती ? जानिए महत्व और इससे जुड़ी पहलू

साल का पहला सूर्य ग्रहण, राशियों पर क्या होगा प्रभाव

ज्योतिष के अनुसार माथे पर चंदन का तिलक लगाने के फायदे

किनको और क्यों रखना चाहिए शिखा या चोटी, मिलता हैं ये लाभ…

भगवान विष्णु, राम और कृष्ण की तरह क्यों नहीं लगता महादेव के आगे ‘श्री’

इस साल 7 या 8 मार्च, किस दिन खेली जाएगी होली? जानें होलिका दहन का सही मुहूर्त

जानिए क्या है फाल्गुन मास का धार्मिक महत्व, किनका करें पूजा…

ये हैं आज से शुरू हुए हिंदी कैलेंडर के अंतिम मास फागुन की ख़ास बातें

आज से शुरू हो रहा है फाल्गुन माह, जानें महत्त्व, नियम और पूजा विधि

यदि हैं आज कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान, राहत के लिए आजमाये ये उपाय

छिड़कें दो चुटकी नमक, मिलेगा जोरदार तरक्की आपको अपने करियर में

शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव

कुछ ऐसा रहेगा आपका फरवरी में ग्रह चाल , जानिए अपने राशि का हाल

जानिए, फरवरी में ये हैं शादी के मूहूर्त, कब कर सकते हैं गृहप्रवेश, मुंडन, साथ ही पंचक का मतलब और कब है पंचक ?

ये है फरवरी माह के व्रत, त्योहार और छुट्टी की लिस्ट, जानिए कब है महाशिवरात्रि ?


उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111


डिसक्लेमर

इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।

Author: Admin Editor MBC

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!