क्या लक्ष्मण जी ने किया था तीन शादियां, जानें उर्मिला, बनमाला और जितपद्मा का पूरा विवरण
रामायण ग्रंथ के अनुसार, श्री राम की भांति ही लक्ष्मण जी ने भी अपने जीवन काल में मात्र एक ही विवाह किया था। लक्ष्मण भैय्या का विवाह माता सीता की छोटी बहन उर्मिला से हुआ था। हालांकि कुछ अन्य ग्रंथों और किंवदंतियों में लक्ष्मण जी के अन्य दो विवाह की बात भी की गई है।
हिन्दू धार्मिक किंवदंतियों के अनुसार, त्रेता युग में महीधर नाम के एक राजा हुआ करते थे। उनकी एक पुत्री थी जिसका नाम वनमाला था। वनमाला आने बाल्य काल से ही अयोध्या और भाई राम के प्रति लक्ष्मण के सेवा भाव के किस्से सुनकर बड़ी हुई थीं और वह लक्ष्मण से बहुत प्रभावित भी थीं।
यही कारण था कि वनमाला के मन में लक्ष्मण से विवाह की प्रबल इच्छा थी। जब लक्ष्मण अपने भाई राम और भाभी सीता की सेवा के लिए वनवास तक भोगने को तैयार हो गए और वन-वन भटकने लगे तब वनमाला की इस इच्छा को और प्रबलता मिली। वनमाला ने लक्ष्मण से मिलने की योजना बनाई।
माना जाता है कि जब लक्ष्मण वनवास भोग रहे थे तब वनमाला लक्ष्मण से मिलने के लिए वन जा पहुंची थीं। उन्होंने लक्ष्मण से भेंट की और और अपने मन की इच्छा बताई लेकिन पत्नी व्रता होने के कारण उन्होंने इस विवाह के लिए मना कर दिया, जिसके बाद वनमाला आत्मदाह करने की कोशिश करने लगीं।
वनमाला की ऐसी व्यथा देख श्री राम ने लक्ष्मण को उनका वरण करने और उनसे विवाह करने का अनुग्रह किया, जिसके बाद भाई के अनुग्रह को आज्ञा मानते हुए लक्ष्मण ने वनमाला से विवाह कर लिया। इसके अलावा, एक और किंवदंती भी है जिसके अनुसार लक्ष्मण ने तीसरा विवाह भी किया था।
लक्ष्मण ने क्षेत्रांजलिपुर नामक एक राज्य की राजकुमारी जितपद्मा से भी विवाह किया था। यह विवाह भी वनवास के समय ही हुआ था। हालांकि वाल्मीकि रामायण या रामचरितमानस लक्ष्मण भैय्या के एक ही विवाह के बारे में जानकारी मिलती है। अन्य विवाह के बारे में कोई भी बात वर्णित नहीं है।
रामनवमी विशेष
आखिर कौन सा 16 गुण और 12 कलाएं थे प्रभू श्रीराम के पास, जानिए इसका रहस्य
पौराणिक कथा : श्री राम जी ने बाली को छुपकर क्यों मारा ?
दुबई में राम मंदिर : रामनवमी पर दर्शन करिये श्री राम दरबार का जानिए क्यों हैं ख़ास
प्रेरक कथा : जब भक्त का पहना माला पहने भगवान फिर क्या हुआ …
नवीनतम जानकारी
आखिर दक्षिण दिशा को क्यों नकारात्मक और अशुभ माना गया है।
नवरात्रि के दौरान क्यों रखा जाता है व्रत? जानें क्या है इसका महत्व और नियम
कपूर के उपाय : धन लाभ के लिए चैत्र पूर्णिमा के दिन आजमाएं
कपूर के उपाय : धन लाभ के लिए चैत्र पूर्णिमा के दिन आजमाएं
गणगौर तीज : जानिए माता पार्वती के किस 10 स्वरूप को पूजा जाता है इस व्रत में
घर की सुख समृद्धि और धन-धान्य के लिए भूलकर भी घर के मंदिर में न रखें भगवान की ऐसी मूर्तियां
जानिये अंतरिक्ष मे हिन्दू नव वर्ष के कौन होंगे राजा और कौन होगा मंत्री, आखिर कैसा होगा ये साल
कैसा होगा बुधवार से शुरू हो रहे नव संवत्सर में आपका राशि का फल
आखिर आपको तुलसी का पौधा क्या दे रहा है संदेश, संदेश कहीं परेशानियों से तो फिर जुड़ा नहीं
तिथि विशेष : जीवन को बनाना निष्कंटक तो जानिए आज अमावस्या पर क्या करें क्या न करें
शास्त्रों के अनुसार अन्नप्राशन संस्कार से पहले छोटे बच्चों को अनाज क्यों नहीं खिलाना चाहिए
जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…
भगवान श्री राम के जन्मोत्सव से जुड़ी दिलचस्प बातें जानें, क्या है लौकी कनेक्शन
दैनिक पंचांग / राशिफल और जन्मदिन फल
पंचांग : चैत्र शुक्ल दशमी शुक्रवार, 2080 ( 31 मार्च 2023 )
30 march, Aaj Ka Rashifal : कन्या को मिलेगा सम्मान , तो जानिए बाकी राशियों का हाल
आज का पंचांग, चैत्र शुक्ल नवमी, गुरूवार 2080 ( 30 मार्च 2023 )
अपने मूलांक से जानिए, कौन-कौन से रोग का हो सकता है आपसे कनेक्शन
चैत्र मास का हुआ आरम्भ , जानिए इस मास के प्रमुख व्रत और त्योहार
जानिए, चैत्र मास की पूरी बातें साथ ही इस मास का महत्व, नियम और उपाय
पौराणिक कथाएं
कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र
महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध
राक्षसी होलिका, कैसे बनी एक पूजनीय देवी, जानें रोचक पौराणिक कथा
Mahabharat katha : आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को
पौराणिक कथा में पढ़िए कौन है खाटू श्याम जी, क्या है उनकी कहानी और 11 अनजाने रहस्य
कौन थीं शबरी ? जानिए इनके माता पिता और गुरु को
महाभारत का युद्ध : आखिर 18 नंबर से क्या था कनेक्शन, क्यों चला था 18 दिन युद्ध ?
पौराणिक कथा : जानिए आखिर कैसे हुई थी श्री राधा रानी की मृत्यु ?
आखिर क्यों अपने ही बेटे के हाथों मारे गए थे अर्जुन
पत्थर रूप में ही क्यों शिंगणापुर में प्रकट हुए शनि पढ़िए पुरी कहानी
धार्मिक हलचल
चक्रपुष्करिणी तीर्थ : उत्तराभिमुख गोमुख का रंगभरी एकादशी पर होंगे दर्शन
ग्रह चाल और आप
चांडाल योग : 6 अनहोनी का जन्म देगा मेष में सूर्य, गुरु और राहु की युति, जानिए इसका आप पर प्रभाव
हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत पर इन चार राशियों का चमक उठेगा भाग्य
जानिए, मार्च मास में कैसा होगा आपका का राशिफल
शुक्रवार आज गुरु कर रहे हैं गोचर, पढ़िए क्या होगा असर आप के राशि पऱ ?
अवश्य पढ़िए..
सूर्योदय से पहले उठना क्यों है जरूरी, जानें क्या कहता है शास्त्र
अंधविश्वास : जानिए, महिलाओं के साथ होते अंधविश्वास की 5 खौफनाक कहानियां
नववर्ष का प्रारंभ 22 मार्च से, जानिए उस दिन के वो 3 संयोग जो है अत्यंत शुभकारी
जानिए क्या हैं राम गीता, कृष्ण से नहीं राम से जुड़ी हैं चार गीता
यदि आप रुद्राक्ष धारण करने वाले, भूलकर इन 6 जगहों पऱ न जाय
घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की फोटो लगाने से पहले जान लें ये नियम
आपके हाथ रेखाएं बताती हैं आपके के शरीर का रोग
इन पांच लोगों से डरते हैं शनि देव, जानें कौन हैं ये
नई दुल्हन को काले कपड़े पहनने की क्यों होती है मनाही, जानें सही वजह
परेशानियों से बचने के लिए 5 वस्तुएं को सदा रखे तुलसी से दूर
साल का पहला सूर्य ग्रहण, राशियों पर क्या होगा प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार माथे पर चंदन का तिलक लगाने के फायदे
किनको और क्यों रखना चाहिए शिखा या चोटी, मिलता हैं ये लाभ…
भगवान विष्णु, राम और कृष्ण की तरह क्यों नहीं लगता महादेव के आगे ‘श्री’
यदि हैं आज कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान, राहत के लिए आजमाये ये उपाय
छिड़कें दो चुटकी नमक, मिलेगा जोरदार तरक्की आपको अपने करियर में
शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव
उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111
डिसक्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।
Leave a Reply