चौराहे पर ही क्यों किये जाते हैं टोने-टोटके? जानें क्या कहता है शास्त्र
चौराहे का ज्योतिष शास्त्र में अत्यंत महत्व बताया गया है। चौराहे को न सिर्फ दिव्य ऊर्जा का स्रोत माना जाता है बल्कि यह नकारात्मक शक्तियों का भी केंद्र है। जहां एक ओर चौराहे की पूजा का उल्लेख मिलता है तो वहीं चौराहे पर टोटके किये जाने का भी शास्त्रों में वर्णन है।
चौराहे पर दोनों ऊर्जाओं का स्रोत उत्पन्न होता है क्योंकि यह चार दिशाओं को एक साथ जोड़ता है। यही कारण है कि सात्विक और तांत्रिक दोनों ही पूजाओं के लिए चौराहे को बहुत लाभकारी माना जाता है। हालांकि चौराहे को लेकर पूजा-पाठ या टोटकों वाली बात को अंधविश्वास समझा जाता है लेकिन घर के बड़े-बुजुर्ग इस बात की गंभीरता को आज भी मानते हैं इसलिए चौराहे पर संभल कर जाने की सलाह देते हैं।
शास्त्रों में वर्णित जानकारी के अनुसार, चौराहे को चौगान माता का स्थान माना जाता है यानी कि चौराहे की देवी। पहले जब घर में विपदा आती थी तो उसे दूर करने के लिए या कोई खुशी का पर्व होता था वो उसमें बाधा न आए इसलिए चौराहे की पूजा की जाती थी। इस पूजा का अर्थ होता था कि माता चौगान आशीर्वाद दें और चारों दिशाओं से उस विशेष शुभ कार्य को निर्विघ्न संपन्न कराएं। उस कार्य में किसी भी दिशा से कोई भी बाधा न आए क्योंकि ज्योतिष के साथ-साथ वास्तु में भी दिशाओं का महत्व माना गया है।
जिस प्रकार हर एक दिशा के देव और स्वामी ग्रह होते हैं ठीक उसी प्रकार हर दिशा की एक देवी होती हैं। इसी कड़ी में चौगान माता को चौराहे की देवी माना गया है। चूंकि चौराहे पर पहले के समय में सात्विक पूजा की जाती थी इसलिए चौराहे पर से संभलकर जाने के लिए घर के बड़े बोला करते थे ताकि पूजा की सामाग्री को लात न लगे और किसी को पाप न चढ़े।
असल में देखा जाए तो हम में से बहुत से लोग जब भी चौराहे पर कुछ देखते हैं जैसे कि कपड़ा, नींबू, मिर्च, घड़ा आदि तो यह किसी के द्वारा किया गया टोटका नहीं बल्कि पूजा है। हां ये बात अलग है कि आज के समय में अब चौराहे का प्रयोग टोने-टोटके जैसी चीजों के लिए भी होने लगा है। इसलिए सावधानी बरतने में कोई हर्ज नहीं है।
– ” मोक्षभूमि ” डेस्क को फोन कर आप निशुल्क ज्योतिष,वास्तु और तीज – त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।
नवीनतम जानकारी
जानिये किसका अवतार थीं लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला
पढ़िए, यह सप्ताह 10-16 अप्रैल आपके लिए कैसा रहेगा..
जानिए हर दिन कौन कौन से पड़ते हैं काल, क्या हैं उनके नाम
शनिवार को शनि की साढ़ेसाती और ढैया के करिये ये उपाय
घर में सुख-शांति के लिए आजमाए वास्तु के ये कारगर उपाय
विघ्नहर्ता गणेश दूर करते हैं जीवन के सभी दुख, नोट करें तिथि व पूजन विधि
क्या आप भी किसी की हथेली पर बिना सोचे समझे रखते हैं कुछ भी सामान.. हो सकता हैं नुकसान
जानिए आखिर क्यों नहीं किया जा सकता 3 मई तक मांगलिक कार्य
वैशाख मास का कब से हो रहा प्रारम्भ ? जानें महत्व, पूजा विधि, मंत्र, कथा और नियम
शास्त्रों के अनुसार अन्नप्राशन संस्कार से पहले छोटे बच्चों को अनाज क्यों नहीं खिलाना चाहिए
दैनिक पंचांग / राशिफल और जन्मदिन फल
आज का पंचांग, चतुर्थी, कृष्ण पक्ष जेष्ठ 2080 ( 10 अप्रैल 2023)
अपने मूलांक से जानिए, कौन-कौन से रोग का हो सकता है आपसे कनेक्शन
पौराणिक कथाएं
जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…
कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र
महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध
राक्षसी होलिका, कैसे बनी एक पूजनीय देवी, जानें रोचक पौराणिक कथा
Mahabharat katha : आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को
पौराणिक कथा में पढ़िए कौन है खाटू श्याम जी, क्या है उनकी कहानी और 11 अनजाने रहस्य
कौन थीं शबरी ? जानिए इनके माता पिता और गुरु को
महाभारत का युद्ध : आखिर 18 नंबर से क्या था कनेक्शन, क्यों चला था 18 दिन युद्ध ?
पौराणिक कथा : जानिए आखिर कैसे हुई थी श्री राधा रानी की मृत्यु ?
आखिर क्यों अपने ही बेटे के हाथों मारे गए थे अर्जुन
पत्थर रूप में ही क्यों शिंगणापुर में प्रकट हुए शनि पढ़िए पुरी कहानी
धार्मिक हलचल
चक्रपुष्करिणी तीर्थ : उत्तराभिमुख गोमुख का रंगभरी एकादशी पर होंगे दर्शन
ग्रह चाल और आप
चांडाल योग : 6 अनहोनी का जन्म देगा मेष में सूर्य, गुरु और राहु की युति, जानिए इसका आप पर प्रभाव
हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत पर इन चार राशियों का चमक उठेगा भाग्य
अवश्य पढ़िए..
इन पांच लोगों से डरते हैं शनि देव, जानें कौन हैं ये
नई दुल्हन को काले कपड़े पहनने की क्यों होती है मनाही, जानें सही वजह
परेशानियों से बचने के लिए 5 वस्तुएं को सदा रखे तुलसी से दूर
साल का पहला सूर्य ग्रहण, राशियों पर क्या होगा प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार माथे पर चंदन का तिलक लगाने के फायदे
किनको और क्यों रखना चाहिए शिखा या चोटी, मिलता हैं ये लाभ…
भगवान विष्णु, राम और कृष्ण की तरह क्यों नहीं लगता महादेव के आगे ‘श्री’
यदि हैं आज कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान, राहत के लिए आजमाये ये उपाय
छिड़कें दो चुटकी नमक, मिलेगा जोरदार तरक्की आपको अपने करियर में
शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव
उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111
डिसक्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।
/strong>
– ” मोक्षभूमि ” डेस्क को फोन कर आप निशुल्क समस्या का समाधान करा सकते हैं।
नवीनतम जानकारी
कड़ी मेहनत के बाद भी नहीं मिल रही कामयाबी तो तुरंत करें इस 3 चीज का त्याग
कार्यों में अगर आ रही हैं बाधा तो ऑफिस डेस्क पर करे ये सुधार
जानिए आखिर क्यों नहीं किया जा सकता 3 मई तक मांगलिक कार्य
वैशाख मास का कब से हो रहा प्रारम्भ ? जानें महत्व, पूजा विधि, मंत्र, कथा और नियम
कही आपके घर मे लगे पेड़ पौधे ही तो आपके सफलता के बाधक नहीं…?
आखिर क्यों आता है मंदिर दर्शन का सपना? जानें क्या देता है संकेत
क्या लक्ष्मण जी ने किया था तीन शादियां, जानें उर्मिला, बनमाला और जितपद्मा का पूरा विवरण
आखिर दक्षिण दिशा को क्यों नकारात्मक और अशुभ माना गया है।
कपूर के उपाय : धन लाभ के लिए चैत्र पूर्णिमा के दिन आजमाएं
घर की सुख समृद्धि और धन-धान्य के लिए भूलकर भी घर के मंदिर में न रखें भगवान की ऐसी मूर्तियां
आखिर आपको तुलसी का पौधा क्या दे रहा है संदेश, संदेश कहीं परेशानियों से तो फिर जुड़ा नहीं
शास्त्रों के अनुसार अन्नप्राशन संस्कार से पहले छोटे बच्चों को अनाज क्यों नहीं खिलाना चाहिए
दैनिक पंचांग / राशिफल और जन्मदिन फल
आज का पंचांग, चैत्र शुक्ल पक्ष त्रयोदशी, 2080 (3 अप्रैल 2023 )सोमवार
अपने मूलांक से जानिए, कौन-कौन से रोग का हो सकता है आपसे कनेक्शन
चैत्र मास का हुआ आरम्भ , जानिए इस मास के प्रमुख व्रत और त्योहार
जानिए, चैत्र मास की पूरी बातें साथ ही इस मास का महत्व, नियम और उपाय
पौराणिक कथाएं
जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…
कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र
महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध
राक्षसी होलिका, कैसे बनी एक पूजनीय देवी, जानें रोचक पौराणिक कथा
Mahabharat katha : आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को
पौराणिक कथा में पढ़िए कौन है खाटू श्याम जी, क्या है उनकी कहानी और 11 अनजाने रहस्य
कौन थीं शबरी ? जानिए इनके माता पिता और गुरु को
महाभारत का युद्ध : आखिर 18 नंबर से क्या था कनेक्शन, क्यों चला था 18 दिन युद्ध ?
पौराणिक कथा : जानिए आखिर कैसे हुई थी श्री राधा रानी की मृत्यु ?
आखिर क्यों अपने ही बेटे के हाथों मारे गए थे अर्जुन
पत्थर रूप में ही क्यों शिंगणापुर में प्रकट हुए शनि पढ़िए पुरी कहानी
धार्मिक हलचल
चक्रपुष्करिणी तीर्थ : उत्तराभिमुख गोमुख का रंगभरी एकादशी पर होंगे दर्शन
ग्रह चाल और आप
चांडाल योग : 6 अनहोनी का जन्म देगा मेष में सूर्य, गुरु और राहु की युति, जानिए इसका आप पर प्रभाव
हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत पर इन चार राशियों का चमक उठेगा भाग्य
जानिए, मार्च मास में कैसा होगा आपका का राशिफल
शुक्रवार आज गुरु कर रहे हैं गोचर, पढ़िए क्या होगा असर आप के राशि पऱ ?
अवश्य पढ़िए..
सूर्योदय से पहले उठना क्यों है जरूरी, जानें क्या कहता है शास्त्र
अंधविश्वास : जानिए, महिलाओं के साथ होते अंधविश्वास की 5 खौफनाक कहानियां
नववर्ष का प्रारंभ 22 मार्च से, जानिए उस दिन के वो 3 संयोग जो है अत्यंत शुभकारी
जानिए क्या हैं राम गीता, कृष्ण से नहीं राम से जुड़ी हैं चार गीता
यदि आप रुद्राक्ष धारण करने वाले, भूलकर इन 6 जगहों पऱ न जाय
घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की फोटो लगाने से पहले जान लें ये नियम
आपके हाथ रेखाएं बताती हैं आपके के शरीर का रोग
इन पांच लोगों से डरते हैं शनि देव, जानें कौन हैं ये
नई दुल्हन को काले कपड़े पहनने की क्यों होती है मनाही, जानें सही वजह
परेशानियों से बचने के लिए 5 वस्तुएं को सदा रखे तुलसी से दूर
साल का पहला सूर्य ग्रहण, राशियों पर क्या होगा प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार माथे पर चंदन का तिलक लगाने के फायदे
किनको और क्यों रखना चाहिए शिखा या चोटी, मिलता हैं ये लाभ…
भगवान विष्णु, राम और कृष्ण की तरह क्यों नहीं लगता महादेव के आगे ‘श्री’
यदि हैं आज कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान, राहत के लिए आजमाये ये उपाय
छिड़कें दो चुटकी नमक, मिलेगा जोरदार तरक्की आपको अपने करियर में
शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव
उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111
डिसक्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।
Leave a Reply