Home 2023 गोमूत्र हान‍िकारक ! आयुर्वेद में बताए इसके फायदे, सेवन से पहले इन बातों का रखें ध्यान, नहीं होगा

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

गोमूत्र हान‍िकारक ! आयुर्वेद में बताए इसके फायदे, सेवन से पहले इन बातों का रखें ध्यान, नहीं होगा कोई नुकसान

गो-मूत्र को लेकर कई तरह के रिसर्च सामने आ चुके है। पशुओं को लेकर शोध से जुड़े प्रतिष्ठित संस्थान ICAR-इंडियन वेटेरिनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट की रिसर्च में यह बात सामने आई है क‍ि गाय के ताजा मूत्र में हानिकारक बैक्टीरिया पाया जाता है। इसका सीधा सेवन करना इंसानों के लिए उचित नहीं होता है। हालांक‍ि आयुर्वेद में हिंदू धर्म में गाय को बहुत ही पवित्र माना गया है। अनेक अवसरों पर गाय की पूजा भी हिंदू धर्म में की जाती है। गाय का दूध, गोबर और मूत्र को भी बहुत पवित्र माना गया है। ऐसे में सवाल उठता है क‍ि क्‍या गो-मूत्र पीना चाह‍िए या नहीं।

आइए जानते हैं आयुर्वेद में गो- मूत्र के क्‍या फायदे बताए है और इसे पीते हुए क‍िन बातों का ध्‍यान रखना चाह‍िए।

आयुर्वेद के अनुसार फायदे

आयुर्वेद के अनुसार, गौमूत्र विष नाशक, जीवाणु नाशक और जल्‍द ही पचने वाला होता है। इसमें नाइट्रोजन, कॉपर, फॉस्‍फेट, यूरिक एसिड, पोटैशियम, यूरिक एसिड, क्‍लोराइड और सोडियम पाया जाता है। गौमूत्र दर्दनिवारक, पेट के रोग, स्किन प्रॉब्लम , श्वास रोग (दमा), आंतों से जुड़ी बीमारियां, पीलिया, आंखों से संबंधित बीमारियां, अतिसार (दस्त) आदि के उपचार में औषधि के साथ प्रयोग में ल‍िया जाता है।

क्‍या कहता है आयुर्वेद

आयुर्वेद में गो- मूत्र का बहुत महत्‍व है। सदियों से ही हमारे पूर्वज गाय के गोबर और मूत्र को धार्मिक कार्यों के अलावा औषधीय रुप में इसका इस्‍तेमाल कर रहे हैं। मान्यता है कि नियमित रूप से गौमूत्र पीने से अनेक बीमारियों से बचा जा सकता है। आयुर्वेद विशेषज्ञ की मानें तो गो-मूत्र को सीधे पीने से बचना चाह‍िए। गो-मूत्र को अगर अन्‍य औषधी के साथ मिलाकर सेवन क‍िया जाए, तो ये बेहतर परिणाम देते हैं। मगर आप क‍िसी स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी परेशानी के चलते गो-मूत्र का सेवन करना चाहते हैं तो विशेषज्ञों की राय जरुर लें, खासकर गर्भवती और बच्‍चों के मामले में।

अक्षय कुमार भी पीते है ‘गो मूत्र’

बॉलीवुड स्टार ने अक्षय कुमार ने वाइल्ड लाइफ एडवेंचर बेयर ग्रिल्स के साथ इंस्‍टाग्राम के लाइव सेशन में अपने फिट बॉडी का छोटा सा सीक्रेट शेयर हुए बताया था क‍ि आयुर्वेदिक कारणों के चलते वह रोजाना ‘गो मूत्र’ पीते हैं।

आयुर्वेद ने बताया कैसे हो गो-मूत्र

– देशी गाय का गोमूत्र ही सेवन करें।
– गर्भवती या रोगी गाय का मूत्र सेवन नहीं करना चाह‍िए।
– पहाड़ों या जंगल में चरने वाली गाय का मूत्र उतम माना गया है।
– 1 वर्ष से कम की बछिया का मूत्र अमृत से कम नहीं।
– मालिश के लिए 2 से 7 दिन पुराना गोमूत्र अच्‍छा रहता है।
– गोमूत्र को 4 से 8 बार कपड़े से छानकर ही पीने के प्रयोग में लाना चाह‍िए
– गो-मूत्र को मिट्टी, कांच या स्टील के बर्तन में ही रखें।

हो सकते हैं ये नुकसान

– गोमूत्र के सेवन से दर्द, दस्त की शिकायत, थकान की समस्या, कंधे का दर्द और बुखार की समस्या हो सकती है।
– गौ मूत्र में उच्च मात्रा में एल्कली नामक तत्‍व होता है, जो संवेदनशील त्वचा पर रैशेज और एलर्जी का कारण बन सकता है।
– वहीं, 6 से 8 घंटे के बाद गोमूत्र विषैला हो जाता है। इसलिए ताजे गो-मूत्र में पानी मिलाने की सलाह दी जाती है।
– गोमूत्र के सेवन से एलर्जी व खराश की समस्या भी हो सकती है।


– ” मोक्षभूमि ” डेस्क को फोन कर आप निशुल्क ज्योतिष,वास्तु और तीज – त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।



नवीनतम जानकारी

खरमास की समाप्ति कब..जानिए पूरी बातें

वास्तु : कही आपके घर के आसपास कोई मंदिर तो नहीं…पढ़िए

21 साल की उम्र में कुछ ऐसे दिखते थे प्रभु श्री राम, AI ने साझा किया तस्वीर

चौराहे पर ही क्यों किये जाते हैं टोने-टोटके? जानें क्या कहता है शास्त्र

जानिये किसका अवतार थीं लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला

जानिए हर दिन कौन कौन से पड़ते हैं काल, क्या हैं उनके नाम

शनिवार को शनि की साढ़ेसाती और ढैया के करिये ये उपाय

घर में सुख-शांति के लिए आजमाए वास्तु के ये कारगर उपाय

विघ्नहर्ता गणेश दूर करते हैं जीवन के सभी दुख, नोट करें तिथि व पूजन विधि

क्या आप भी किसी की हथेली पर बिना सोचे समझे रखते हैं कुछ भी सामान.. हो सकता हैं नुकसान

जानिए आखिर क्यों नहीं किया जा सकता 3 मई तक मांगलिक कार्य

वैशाख मास का कब से हो रहा प्रारम्भ ? जानें महत्व, पूजा विधि, मंत्र, कथा और नियम

शास्त्रों के अनुसार अन्नप्राशन संस्कार से पहले छोटे बच्चों को अनाज क्यों नहीं खिलाना चाहिए

दैनिक पंचांग / राशिफल और जन्मदिन फल

आज का पंचांग, वैशाख कृष्ण पक्ष सप्तमी, 2080 ( 12 अप्रैल 2023 ) बुधवार

12 अप्रैल आपका राशिफल, कैसा होगा आज का दिन, किन राशियों के जातको के बनगे काम और …

पंचांग : वैशाख कृष्ण पक्ष, पंचमी, 2080 ( 11 अप्रैल 2023)

11 अप्रैल राशिफळ : किसका रहेगा मूड खराब, किसका होगा वित्तीय लाभ, जानिए कैसे बीतेगा आपका दिन ?
>


अपने मूलांक से जानिए, कौन-कौन से रोग का हो सकता है आपसे कनेक्शन


पौराणिक कथाएं

जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…

कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र

महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध

जानिए पांडवो के स्वर्ग जाने की कथा, किन वजहों से पांचो पांडव बारी बारी नीचे गिरकर मृत्यु को प्राप्त हुए

राक्षसी होलिका, कैसे बनी एक पूजनीय देवी, जानें रोचक पौराणिक कथा

Mahabharat katha : आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को

पौराणिक कथा में पढ़िए कौन है खाटू श्याम जी, क्या है उनकी कहानी और 11 अनजाने रहस्य

कौन थीं शबरी ? जानिए इनके माता पिता और गुरु को

क्या आप जानते हैं सारे ज्योतिर्लिंग जमीन तल से नीचे क्यों स्थित हैं, कितने प्रकार के होते हैं शिव लिंग

महाभारत का युद्ध : आखिर 18 नंबर से क्या था कनेक्शन, क्यों चला था 18 दिन युद्ध ?

पौराणिक कथा : जानिए आखिर कैसे हुई थी श्री राधा रानी की मृत्यु ?

आखिर क्यों अपने ही बेटे के हाथों मारे गए थे अर्जुन

पत्थर रूप में ही क्यों शिंगणापुर में प्रकट हुए शनि पढ़िए पुरी कहानी


धार्मिक हलचल

चक्रपुष्करिणी तीर्थ : उत्तराभिमुख गोमुख का रंगभरी एकादशी पर होंगे दर्शन

ग्रह चाल और आप

चांडाल योग : 6 अनहोनी का जन्म देगा मेष में सूर्य, गुरु और राहु की युति, जानिए इसका आप पर प्रभाव

हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत पर इन चार राशियों का चमक उठेगा भाग्य




अवश्य पढ़िए..

इन पांच लोगों से डरते हैं शनि देव, जानें कौन हैं ये

नई दुल्हन को काले कपड़े पहनने की क्यों होती है मनाही, जानें सही वजह

परेशानियों से बचने के लिए 5 वस्तुएं को सदा रखे तुलसी से दूर

साल का पहला सूर्य ग्रहण, राशियों पर क्या होगा प्रभाव

ज्योतिष के अनुसार माथे पर चंदन का तिलक लगाने के फायदे

किनको और क्यों रखना चाहिए शिखा या चोटी, मिलता हैं ये लाभ…

भगवान विष्णु, राम और कृष्ण की तरह क्यों नहीं लगता महादेव के आगे ‘श्री’

यदि हैं आज कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान, राहत के लिए आजमाये ये उपाय

छिड़कें दो चुटकी नमक, मिलेगा जोरदार तरक्की आपको अपने करियर में

शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव


उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111


डिसक्लेमर

इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।


/strong>

– ” मोक्षभूमि ” डेस्क को फोन कर आप निशुल्क समस्या का समाधान करा सकते हैं।

 



नवीनतम जानकारी

कड़ी मेहनत के बाद भी नहीं मिल रही कामयाबी तो तुरंत करें इस 3 चीज का त्याग

कार्यों में अगर आ रही हैं बाधा तो ऑफिस डेस्क पर करे ये सुधार

जानिए आखिर क्यों नहीं किया जा सकता 3 मई तक मांगलिक कार्य

वैशाख मास का कब से हो रहा प्रारम्भ ? जानें महत्व, पूजा विधि, मंत्र, कथा और नियम

कही आपके घर मे लगे पेड़ पौधे ही तो आपके सफलता के बाधक नहीं…?

आखिर क्यों आता है मंदिर दर्शन का सपना? जानें क्या देता है संकेत

क्या लक्ष्मण जी ने किया था तीन शादियां, जानें उर्मिला, बनमाला और जितपद्मा का पूरा विवरण

आखिर दक्षिण दिशा को क्यों नकारात्मक और अशुभ माना गया है।

कपूर के उपाय : धन लाभ के लिए चैत्र पूर्णिमा के दिन आजमाएं

घर की सुख समृद्धि और धन-धान्य के लिए भूलकर भी घर के मंदिर में न रखें भगवान की ऐसी मूर्तियां

आखिर आपको तुलसी का पौधा क्या दे रहा है संदेश, संदेश कहीं परेशानियों से तो फिर जुड़ा नहीं

शास्त्रों के अनुसार अन्नप्राशन संस्कार से पहले छोटे बच्चों को अनाज क्यों नहीं खिलाना चाहिए

दैनिक पंचांग / राशिफल और जन्मदिन फल

आज का पंचांग, चैत्र शुक्ल पक्ष त्रयोदशी, 2080 (3 अप्रैल 2023 )सोमवार

आज का राशिफल, 3 अप्रैल


अपने मूलांक से जानिए, कौन-कौन से रोग का हो सकता है आपसे कनेक्शन

चैत्र मास का हुआ आरम्भ , जानिए इस मास के प्रमुख व्रत और त्योहार

जानिए, चैत्र मास की पूरी बातें साथ ही इस मास का महत्व, नियम और उपाय


पौराणिक कथाएं

जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…

कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र

महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध

जानिए पांडवो के स्वर्ग जाने की कथा, किन वजहों से पांचो पांडव बारी बारी नीचे गिरकर मृत्यु को प्राप्त हुए

राक्षसी होलिका, कैसे बनी एक पूजनीय देवी, जानें रोचक पौराणिक कथा

Mahabharat katha : आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को

पौराणिक कथा में पढ़िए कौन है खाटू श्याम जी, क्या है उनकी कहानी और 11 अनजाने रहस्य

कौन थीं शबरी ? जानिए इनके माता पिता और गुरु को

क्या आप जानते हैं सारे ज्योतिर्लिंग जमीन तल से नीचे क्यों स्थित हैं, कितने प्रकार के होते हैं शिव लिंग

महाभारत का युद्ध : आखिर 18 नंबर से क्या था कनेक्शन, क्यों चला था 18 दिन युद्ध ?

पौराणिक कथा : जानिए आखिर कैसे हुई थी श्री राधा रानी की मृत्यु ?

आखिर क्यों अपने ही बेटे के हाथों मारे गए थे अर्जुन

पत्थर रूप में ही क्यों शिंगणापुर में प्रकट हुए शनि पढ़िए पुरी कहानी


धार्मिक हलचल

चक्रपुष्करिणी तीर्थ : उत्तराभिमुख गोमुख का रंगभरी एकादशी पर होंगे दर्शन

ग्रह चाल और आप

चांडाल योग : 6 अनहोनी का जन्म देगा मेष में सूर्य, गुरु और राहु की युति, जानिए इसका आप पर प्रभाव

हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत पर इन चार राशियों का चमक उठेगा भाग्य

जानिए, मार्च मास में कैसा होगा आपका का राशिफल

शुक्रवार आज गुरु कर रहे हैं गोचर, पढ़िए क्या होगा असर आप के राशि पऱ ?




अवश्य पढ़िए..

सूर्योदय से पहले उठना क्यों है जरूरी, जानें क्या कहता है शास्त्र

अंधविश्वास : जानिए, महिलाओं के साथ होते अंधविश्वास की 5 खौफनाक कहानियां

नववर्ष का प्रारंभ 22 मार्च से, जानिए उस दिन के वो 3 संयोग जो है अत्यंत शुभकारी

जानिए क्या हैं राम गीता, कृष्ण से नहीं राम से जुड़ी हैं चार गीता

यदि आप रुद्राक्ष धारण करने वाले, भूलकर इन 6 जगहों पऱ न जाय

घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की फोटो लगाने से पहले जान लें ये नियम

आपके हाथ रेखाएं बताती हैं आपके के शरीर का रोग

इन पांच लोगों से डरते हैं शनि देव, जानें कौन हैं ये

नई दुल्हन को काले कपड़े पहनने की क्यों होती है मनाही, जानें सही वजह

परेशानियों से बचने के लिए 5 वस्तुएं को सदा रखे तुलसी से दूर

साल का पहला सूर्य ग्रहण, राशियों पर क्या होगा प्रभाव

ज्योतिष के अनुसार माथे पर चंदन का तिलक लगाने के फायदे

किनको और क्यों रखना चाहिए शिखा या चोटी, मिलता हैं ये लाभ…

भगवान विष्णु, राम और कृष्ण की तरह क्यों नहीं लगता महादेव के आगे ‘श्री’

यदि हैं आज कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान, राहत के लिए आजमाये ये उपाय

छिड़कें दो चुटकी नमक, मिलेगा जोरदार तरक्की आपको अपने करियर में

शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव


उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111


डिसक्लेमर

इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।


Author: Admin Editor MBC

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!