आज का पंचांग 17 अप्रैल : आज के मुहूर्त संग जानिए व्रत
दिनांक – 17 अप्रैल 2023
दिन -सोमवार
विक्रम संवत – 2080
शक संवत -1945
अयन – उत्तरायण
ऋतु – वसंत ॠतु
मास – वैशाख
पक्ष – कृष्ण
तिथि – द्वादशी 14:31 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
नक्षत्र – पूर्वभाद्रपद रात्रि 01: 35-तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद
योग – ब्रह्म रात्रि 20:22 तक तत्पश्चात इन्द्र
राहुकाल- सुबह 07:30 से सुबह 09:00 तक
सूर्योदय-05:40
सूर्यास्त- 18:20
दिशाशूल- पूर्व दिशा में
व्रत पर्व विवरण – सोमप्रदोष व्रत
– ” मोक्षभूमि ” डेस्क को फोन कर आप निशुल्क ज्योतिष,वास्तु और तीज – त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।
नवीनतम जानकारी
क्यों बद्रीनाथ में नहीं बजाया जाता शंख, जानें इसके पीछे का बड़ा रहस्य
क्या होता है पंचक, पंचक क्यों नहीं करते हैं ये पांच कार्य
दुख-दरिद्रता से मुक्ति देती है वरुथिनी एकादशी, जानें तिथि, मुहूर्त, पूजा विधि
अक्षय तृतीया के ही दिन क्यों शुरू होती है चारधाम यात्रा? 1200 साल पुराना है इससे जुड़ा इतिहास
सूर्य ग्रहण के दौरान पूजा की मनाही और मंदिर के कपाट रखते हैं बंद, जानें इसका कारण
जानिए आखिर खरमास में सूर्य के रथ से गद्हों का क्या है कनेक्शन
जानिये वर्ष में 2 बार लगने वाले खरमास के नाम और खरमास का अर्थ
जानें खरमास खत्म होने के बाद भी क्यों नहीं है शादी के मुहूर्त, देखें कब बजेगी शहनाई
आपके घर की महिलायों में हैं अगर स्वास्थ्य समस्या तो अपने किचेन को यूँ करे ठीक
सूर्य मेष संक्रांति असर : इन पांच राशियों को देगा सूर्य अपनी तरह चमक
खरमास की समाप्ति कब..जानिए पूरी बातें
वास्तु : कही आपके घर के आसपास कोई मंदिर तो नहीं…पढ़िए
21 साल की उम्र में कुछ ऐसे दिखते थे प्रभु श्री राम, AI ने साझा किया तस्वीर
चौराहे पर ही क्यों किये जाते हैं टोने-टोटके? जानें क्या कहता है शास्त्र
जानिये किसका अवतार थीं लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला
जानिए हर दिन कौन कौन से पड़ते हैं काल, क्या हैं उनके नाम
शनिवार को शनि की साढ़ेसाती और ढैया के करिये ये उपाय
घर में सुख-शांति के लिए आजमाए वास्तु के ये कारगर उपाय
विघ्नहर्ता गणेश दूर करते हैं जीवन के सभी दुख, नोट करें तिथि व पूजन विधि
क्या आप भी किसी की हथेली पर बिना सोचे समझे रखते हैं कुछ भी सामान.. हो सकता हैं नुकसान
जानिए आखिर क्यों नहीं किया जा सकता 3 मई तक मांगलिक कार्य
वैशाख मास का कब से हो रहा प्रारम्भ ? जानें महत्व, पूजा विधि, मंत्र, कथा और नियम
शास्त्रों के अनुसार अन्नप्राशन संस्कार से पहले छोटे बच्चों को अनाज क्यों नहीं खिलाना चाहिए
दैनिक पंचांग / राशिफल और जन्मदिन फल
आज का पंचांग 17 अप्रैल : आज के मुहूर्त संग जानिए व्रत
आज का राशिफल 17 अप्रैल: तुला वाले तनाव में रहेंगे, सिंह दूसरों के मामले में ना पड़ें,….
अपने मूलांक से जानिए, कौन-कौन से रोग का हो सकता है आपसे कनेक्शन
पौराणिक कथाएं
जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…
कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र
महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध
राक्षसी होलिका, कैसे बनी एक पूजनीय देवी, जानें रोचक पौराणिक कथा
Mahabharat katha : आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को
पौराणिक कथा में पढ़िए कौन है खाटू श्याम जी, क्या है उनकी कहानी और 11 अनजाने रहस्य
कौन थीं शबरी ? जानिए इनके माता पिता और गुरु को
महाभारत का युद्ध : आखिर 18 नंबर से क्या था कनेक्शन, क्यों चला था 18 दिन युद्ध ?
पौराणिक कथा : जानिए आखिर कैसे हुई थी श्री राधा रानी की मृत्यु ?
आखिर क्यों अपने ही बेटे के हाथों मारे गए थे अर्जुन
पत्थर रूप में ही क्यों शिंगणापुर में प्रकट हुए शनि पढ़िए पुरी कहानी
धार्मिक हलचल
चक्रपुष्करिणी तीर्थ : उत्तराभिमुख गोमुख का रंगभरी एकादशी पर होंगे दर्शन
ग्रह चाल और आप
चांडाल योग : 6 अनहोनी का जन्म देगा मेष में सूर्य, गुरु और राहु की युति, जानिए इसका आप पर प्रभाव
हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत पर इन चार राशियों का चमक उठेगा भाग्य
अवश्य पढ़िए..
इन पांच लोगों से डरते हैं शनि देव, जानें कौन हैं ये
नई दुल्हन को काले कपड़े पहनने की क्यों होती है मनाही, जानें सही वजह
परेशानियों से बचने के लिए 5 वस्तुएं को सदा रखे तुलसी से दूर
साल का पहला सूर्य ग्रहण, राशियों पर क्या होगा प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार माथे पर चंदन का तिलक लगाने के फायदे
किनको और क्यों रखना चाहिए शिखा या चोटी, मिलता हैं ये लाभ…
भगवान विष्णु, राम और कृष्ण की तरह क्यों नहीं लगता महादेव के आगे ‘श्री’
यदि हैं आज कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान, राहत के लिए आजमाये ये उपाय
छिड़कें दो चुटकी नमक, मिलेगा जोरदार तरक्की आपको अपने करियर में
शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव
उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111
डिसक्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।
Leave a Reply