Home 2023 आज का पंचांग, 23 अप्रैल 2023, रविवार

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

आज का पंचांग, 23 अप्रैल 2023, रविवार

आज रविवार और विनायक चतुर्थी है। आज के दिन भगवान सूर्यदेव का पूजन करके आदित्यहृदय स्तोत्र का पाठ करने से मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा का अभाव दूर होता है। आज पूरे दिन अपने मस्तक और दोनों भुजाओं पर लाल चंदन का तिलक लगाकर रखें। आज विनायक चतुर्थी भी है। आज के दिन भगवान गणेश का पूजन करें। गणेशार्चन करें, इससे संकट दूर होंगे। कार्य सिद्ध होंगे। आज किसी गणेश मंदिर में बैठकर गणपति अथर्वशीर्ष के पाठ करें। गणेशजी को दूर्वा और मोदक का नैवेद्य लगाएं।

विक्रम संवत : 2080

शालिवाहन शके : 1945

मास : वैशाख शुक्ल पक्ष

ऋतु : ग्रीष्म

अयन : उत्तरायण

तिथि : तृतीया प्रात: 7:46 तक पश्चात चतुर्थी

नक्षत्र : रोहिणी रात्रि 12:25 तक

योग : सौभाग्य प्रात: 8:19 तक

करण : गर प्रात: 7:46 तक

सूर्योदय : 6:01:28

सूर्यास्त : 6:48:55

दिनकाल : 12 घंटे 47 मिनट 27 सेकंड

रात्रिकाल : 11 घंटे 11 मिनट 46 सेकंड

चंद्रोदय : प्रात: 8:05

चंद्रास्त : रात्रि 10:07

आज की ग्रह स्थिति

सूर्य राशि : मेष

चंद्र राशि : वृषभ

मंगल : मिथुन में

बुध : मेष में अस्त पश्चिम में प्रात: 6:55 से

गुरु : मेष में

शुक्र : वृषभ में

शनि : कुंभ में

राहु : मेष में

केतु : तुला में

दिन का चौघड़िया

चर : प्रात- 7:37 से 9:13

लाभ : प्रात: 9:13 से 10:49

अमृत : प्रात: 10:49 से दोप 12:25

शुभ : दोप 2:01 से 3:37

अभिजित : दोप 11:59 से 12:51

रात्रि का चौघड़िया

शुभ : साये 6:49 से रात्रि 8:13

अमृत : रात्रि 8:13 से 9:37

त्याज्य समय

राहु काल : सायं 5:13 से 6:49

यम घंट : दोप 12:25 से 2:01

आज विशेष :

श्री विनायक चतुर्थी

आज का शुभ रंग : लाल, कत्थई

आज के पूज्य देव : श्री सूर्यदेव

आज का मंत्र : ऊं सूर्याय नम:


– ” मोक्षभूमि ” डेस्क को फोन कर आप निशुल्क ज्योतिष,वास्तु और तीज – त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।



नवीनतम जानकारी

परशूराम जयंती विशेष : माता मां कुष्मांडा देवी की बड़ी बहन माता रेणुका है भगवान परशुराम की मां का काशी में यहाँ है मंदिर

Lord Parshuram: जानिए, भगवान परशुराम से जुड़े उन रहस्य को जिनका सभी को नहीं है जानकारी

जानिए, भगवान परशुराम किस देवता के है अवतार, सम्पूर्ण जानकारी

23 अप्रैल को रखा जाएगा विनायक चतुर्थी का व्रत, ऐसे करे श्री गणेश का पूजा….सही विधि

सोम प्रदोष व्रत : सोम प्रदोष व्रत और कथा सुनने से दूर होंगे शारीरिक कष्ट

क्यों बद्रीनाथ में नहीं बजाया जाता शंख, जानें इसके पीछे का बड़ा रहस्य

क्या होता है पंचक, पंचक क्यों नहीं करते हैं ये पांच कार्य

दुख-दरिद्रता से मुक्ति देती है वरुथिनी एकादशी, जानें तिथि, मुहूर्त, पूजा विधि

अक्षय तृतीया के ही दिन क्यों शुरू होती है चारधाम यात्रा? 1200 साल पुराना है इससे जुड़ा इतिहास

जानिये किसका अवतार थीं लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला

जानिए हर दिन कौन कौन से पड़ते हैं काल, क्या हैं उनके नाम

शनिवार को शनि की साढ़ेसाती और ढैया के करिये ये उपाय

घर में सुख-शांति के लिए आजमाए वास्तु के ये कारगर उपाय

विघ्नहर्ता गणेश दूर करते हैं जीवन के सभी दुख, नोट करें तिथि व पूजन विधि

क्या आप भी किसी की हथेली पर बिना सोचे समझे रखते हैं कुछ भी सामान.. हो सकता हैं नुकसान

जानिए आखिर क्यों नहीं किया जा सकता 3 मई तक मांगलिक कार्य

दैनिक पंचांग / राशिफल और जन्मदिन फल



अपने मूलांक से जानिए, कौन-कौन से रोग का हो सकता है आपसे कनेक्शन


पौराणिक कथाएं

जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…

कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र

महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध

जानिए पांडवो के स्वर्ग जाने की कथा, किन वजहों से पांचो पांडव बारी बारी नीचे गिरकर मृत्यु को प्राप्त हुए

राक्षसी होलिका, कैसे बनी एक पूजनीय देवी, जानें रोचक पौराणिक कथा

Mahabharat katha : आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को

पौराणिक कथा में पढ़िए कौन है खाटू श्याम जी, क्या है उनकी कहानी और 11 अनजाने रहस्य

कौन थीं शबरी ? जानिए इनके माता पिता और गुरु को

क्या आप जानते हैं सारे ज्योतिर्लिंग जमीन तल से नीचे क्यों स्थित हैं, कितने प्रकार के होते हैं शिव लिंग

महाभारत का युद्ध : आखिर 18 नंबर से क्या था कनेक्शन, क्यों चला था 18 दिन युद्ध ?

पौराणिक कथा : जानिए आखिर कैसे हुई थी श्री राधा रानी की मृत्यु ?

आखिर क्यों अपने ही बेटे के हाथों मारे गए थे अर्जुन

पत्थर रूप में ही क्यों शिंगणापुर में प्रकट हुए शनि पढ़िए पुरी कहानी


धार्मिक हलचल

चक्रपुष्करिणी तीर्थ : उत्तराभिमुख गोमुख का रंगभरी एकादशी पर होंगे दर्शन

ग्रह चाल और आप

चांडाल योग : 6 अनहोनी का जन्म देगा मेष में सूर्य, गुरु और राहु की युति, जानिए इसका आप पर प्रभाव

हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत पर इन चार राशियों का चमक उठेगा भाग्य




अवश्य पढ़िए..

इन पांच लोगों से डरते हैं शनि देव, जानें कौन हैं ये

नई दुल्हन को काले कपड़े पहनने की क्यों होती है मनाही, जानें सही वजह

परेशानियों से बचने के लिए 5 वस्तुएं को सदा रखे तुलसी से दूर

साल का पहला सूर्य ग्रहण, राशियों पर क्या होगा प्रभाव

ज्योतिष के अनुसार माथे पर चंदन का तिलक लगाने के फायदे

किनको और क्यों रखना चाहिए शिखा या चोटी, मिलता हैं ये लाभ…

भगवान विष्णु, राम और कृष्ण की तरह क्यों नहीं लगता महादेव के आगे ‘श्री’

यदि हैं आज कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान, राहत के लिए आजमाये ये उपाय

छिड़कें दो चुटकी नमक, मिलेगा जोरदार तरक्की आपको अपने करियर में

शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव


उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111


डिसक्लेमर

इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।


Author: Admin Editor MBC

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!