Home 2023 Badrinath Dham: श्रद्धालुओं के लिए खुल गए बद्रीनाथ धाम के कपाट

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

Badrinath Dham: श्रद्धालुओं के लिए खुल गए बद्रीनाथ धाम के कपाट

 केदारनाथ धाम के बाद अब श्रद्धालुओं के लिए बद्रीनाथ धाम के भी कपाट खोल दिए गए हैं। सेना के बैंड की मधुर आवाज के बीच आज सुबह बद्रीनाथ धाम के कपाट को खोल दिया गया है।

कपाट खुलने के बाद बद्रीनाथ धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लाईन देखने को मिल रही है। लोग दर्शन को लेकर काफी उत्सुक दिख रहे हैं। बता दें कि इससे पहले बुधवार को केदारनाथ धाम के कपाट को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया था।

भारी बर्फबारी और जयकारों के बीच बद्रीनाथ धाम के कपाट को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। हर साल की तरह इस बार भी पहली पूजा और आरती प्रधानमंत्री के नाम से हुई। इस दौरान आईटीबीपी के बैंड और गढ़वाल स्काउट्स ने अपनी प्रस्तुति दी।

बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद भी मंदिर पहुंच गए थे। मंदिर को आज 15 टन पुष्प से सजाया गया था। मंदिर की सजावट ने हर किसी के मन को मोह लिया।

ऐसी मान्यता है कि 12 महीने जिस जगह पर भगवान विष्णु विराजमान होते हैं, उसे आठवां बैकुंठ धाम कहते हैं और इसे ही बद्रीनाथ के नाम से जाना जाता है। मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु यहां 6 महीने विश्राम करते हैं जबकि 6 महीने भक्तों को दर्शन देते हैं।

एक दूसरी मान्यता के अनुसार 6 महीने मनुष्य भगवान विष्णु की पूजा करते हैं जबकि 6 महीने देवा भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। खुद दवर्षि नारद इस दौरान मुख्य पुजारी की भूमिका में होते हैं। बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा की शुरुआत हो गई है।

बता दें कि गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट पहले ही 22 अप्रैल को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। लेकिन मौसम खराब होने की वजह से लोगों को सुझाव दिया गया है कि वह एहतियात बरतें।

जो तीर्थयात्री केदारनाथ धाम जा रहे हैं उन्हें खराब मौसम की वजह से टिहरी में पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही है। साथ ही यात्रियों से कहा गया है कि वह ऋषिकेश में रुके। माना जा रहा है कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद यहां 10 हजार लोग पहुंचे हैं।


– ” मोक्षभूमि ” डेस्क को फोन कर आप निशुल्क ज्योतिष,वास्तु और तीज – त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।



नवीनतम जानकारी

क्यों बद्रीनाथ में नहीं बजाया जाता शंख, जानें इसके पीछे का बड़ा रहस्य

क्या होता है पंचक, पंचक क्यों नहीं करते हैं ये पांच कार्य

जानिए हर दिन कौन कौन से पड़ते हैं काल, क्या हैं उनके नाम

शनिवार को शनि की साढ़ेसाती और ढैया के करिये ये उपाय

घर में सुख-शांति के लिए आजमाए वास्तु के ये कारगर उपाय

क्या आप भी किसी की हथेली पर बिना सोचे समझे रखते हैं कुछ भी सामान.. हो सकता हैं नुकसान

जानिए आखिर क्यों नहीं किया जा सकता 3 मई तक मांगलिक कार्य

दैनिक पंचांग / राशिफल और जन्मदिन फल

Aaj Ka Rashifal 27 अप्रैल : मेष को मिलेगा अपनों का साथ, जानिए बाकी राशियों का हाल

Aaj Ka Panchang: आज का पंचांग, 27 अप्रैल 2023, गुरुवार

Aaj Ka Rashifal 26 अप्रैल : कर्क को तरक्की का योग , जानिए बाकी राशियों का हाल

Aaj Ka Panchang: आज का पंचांग, 26 अप्रैल 2023, बुधवार

Aaj Ka Rashifal 25 अप्रैल : मीन को मिल सकता है प्रमोशन, जानिए बाकी राशियों का हाल



अपने मूलांक से जानिए, कौन-कौन से रोग का हो सकता है आपसे कनेक्शन


पौराणिक कथाएं

जानिये किसका अवतार थीं लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला

जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…

कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र

महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध

जानिए पांडवो के स्वर्ग जाने की कथा, किन वजहों से पांचो पांडव बारी बारी नीचे गिरकर मृत्यु को प्राप्त हुए

राक्षसी होलिका, कैसे बनी एक पूजनीय देवी, जानें रोचक पौराणिक कथा

Mahabharat katha : आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को

पौराणिक कथा में पढ़िए कौन है खाटू श्याम जी, क्या है उनकी कहानी और 11 अनजाने रहस्य

कौन थीं शबरी ? जानिए इनके माता पिता और गुरु को

क्या आप जानते हैं सारे ज्योतिर्लिंग जमीन तल से नीचे क्यों स्थित हैं, कितने प्रकार के होते हैं शिव लिंग

महाभारत का युद्ध : आखिर 18 नंबर से क्या था कनेक्शन, क्यों चला था 18 दिन युद्ध ?

पौराणिक कथा : जानिए आखिर कैसे हुई थी श्री राधा रानी की मृत्यु ?

आखिर क्यों अपने ही बेटे के हाथों मारे गए थे अर्जुन

पत्थर रूप में ही क्यों शिंगणापुर में प्रकट हुए शनि पढ़िए पुरी कहानी


धार्मिक हलचल

चक्रपुष्करिणी तीर्थ : उत्तराभिमुख गोमुख का रंगभरी एकादशी पर होंगे दर्शन

ग्रह चाल और आप

चांडाल योग : 6 अनहोनी का जन्म देगा मेष में सूर्य, गुरु और राहु की युति, जानिए इसका आप पर प्रभाव

हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत पर इन चार राशियों का चमक उठेगा भाग्य




अवश्य पढ़िए..

इन पांच लोगों से डरते हैं शनि देव, जानें कौन हैं ये

नई दुल्हन को काले कपड़े पहनने की क्यों होती है मनाही, जानें सही वजह

परेशानियों से बचने के लिए 5 वस्तुएं को सदा रखे तुलसी से दूर

साल का पहला सूर्य ग्रहण, राशियों पर क्या होगा प्रभाव

ज्योतिष के अनुसार माथे पर चंदन का तिलक लगाने के फायदे

किनको और क्यों रखना चाहिए शिखा या चोटी, मिलता हैं ये लाभ…

भगवान विष्णु, राम और कृष्ण की तरह क्यों नहीं लगता महादेव के आगे ‘श्री’

यदि हैं आज कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान, राहत के लिए आजमाये ये उपाय

छिड़कें दो चुटकी नमक, मिलेगा जोरदार तरक्की आपको अपने करियर में

शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव


उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111


डिसक्लेमर

इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।


Author: Admin Editor MBC

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!