Badrinath Dham: श्रद्धालुओं के लिए खुल गए बद्रीनाथ धाम के कपाट
केदारनाथ धाम के बाद अब श्रद्धालुओं के लिए बद्रीनाथ धाम के भी कपाट खोल दिए गए हैं। सेना के बैंड की मधुर आवाज के बीच आज सुबह बद्रीनाथ धाम के कपाट को खोल दिया गया है।
कपाट खुलने के बाद बद्रीनाथ धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लाईन देखने को मिल रही है। लोग दर्शन को लेकर काफी उत्सुक दिख रहे हैं। बता दें कि इससे पहले बुधवार को केदारनाथ धाम के कपाट को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया था।
भारी बर्फबारी और जयकारों के बीच बद्रीनाथ धाम के कपाट को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। हर साल की तरह इस बार भी पहली पूजा और आरती प्रधानमंत्री के नाम से हुई। इस दौरान आईटीबीपी के बैंड और गढ़वाल स्काउट्स ने अपनी प्रस्तुति दी।
बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद भी मंदिर पहुंच गए थे। मंदिर को आज 15 टन पुष्प से सजाया गया था। मंदिर की सजावट ने हर किसी के मन को मोह लिया।
ऐसी मान्यता है कि 12 महीने जिस जगह पर भगवान विष्णु विराजमान होते हैं, उसे आठवां बैकुंठ धाम कहते हैं और इसे ही बद्रीनाथ के नाम से जाना जाता है। मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु यहां 6 महीने विश्राम करते हैं जबकि 6 महीने भक्तों को दर्शन देते हैं।
एक दूसरी मान्यता के अनुसार 6 महीने मनुष्य भगवान विष्णु की पूजा करते हैं जबकि 6 महीने देवा भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। खुद दवर्षि नारद इस दौरान मुख्य पुजारी की भूमिका में होते हैं। बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा की शुरुआत हो गई है।
बता दें कि गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट पहले ही 22 अप्रैल को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। लेकिन मौसम खराब होने की वजह से लोगों को सुझाव दिया गया है कि वह एहतियात बरतें।
जो तीर्थयात्री केदारनाथ धाम जा रहे हैं उन्हें खराब मौसम की वजह से टिहरी में पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही है। साथ ही यात्रियों से कहा गया है कि वह ऋषिकेश में रुके। माना जा रहा है कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद यहां 10 हजार लोग पहुंचे हैं।
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