Home 2023 अनोखा भंडारा : रात के अंधियारे में जलती चिताओं के बीच लोग ग्रहण करते हैं भंडारा, जानिए परंपरा

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अनोखा भंडारा : रात के अंधियारे में जलती चिताओं के बीच लोग ग्रहण करते हैं भंडारा, जानिए परंपरा

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक ऐसे अनोखे भंडारे का आयोजन किया जाता है, जिसके बारे में जानकर आप भी अचंभित रह जाएंगे। इंदौर में जब भी इस प्रसिद्ध भंडारे का आयोजन होता है, पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन जाता है। दरअसल, यह भंडारा होता है श्मशान घाट पर, वह भी सूर्यास्त के बाद।

हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, सूर्यास्त के बाद श्मशान में प्रवेश ( काशी में नहीं ) करने से परहेज किया जाता है, लेकिन इंदौर शहर में एक ऐसा मुक्तिधाम है, जहां साल में एक बार तीन दिवसीय उत्सव होता है। इसके लिए हजारों श्रद्धालु सूर्यास्त के बाद जुटते हैं और श्मशान में विराजित अपने आराध्य का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाते हैं। इतना ही नहीं, श्रद्धालु अपने आराध्य को 56 भोग भी अर्पित करते हैं। वहीं, जलती चिताओं के बीच सुंदरकांड और भजन-कीर्तन किया जाता है।

भंडारे में भारी संख्या में जुटती है भीड़

यह उत्सव मध्य प्रदेश के इंदौर के रामबाग स्थित श्मशान में हर साल भैरव अष्टमी पर मनाया जाता है। यहां जलती चिताओं के बीच भोजन प्रसादी ग्रहण करने के लिए नवजात शिशु से लेकर वृद्धजनों तक, सभी आते हैं और भंडारे में भारी संख्या में भीड़ लगती है। बिना किसी हिचकिचाहट के लोग चिताओं के बीच बैठकर प्रसाद ग्रहण करते हैं।

भैरव अष्टमी के दिन होता है भंडारे का आयोजन

बता दें कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं में विद्यार्थी, कारोबारी, विवाहित-अविवाहित महिलाओं से लेकर इनके नवजात शिशु शामिल होते हैं। ये सभी साल भर अपने आराध्य से मान मन्नत करने के बाद एक बार भैरव अष्टमी पर यहां दर्शन करने के लिए आते हैं। साथ ही, जलती चिताओं के बीच भोजन प्रसादी ग्रहण करते हैं।


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Author: Admin Editor MBC

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