Mohini Ekadashi : कब है मोहिनी एकादशी? जानें पूजा मुहूर्त, महत्व और व्रत पारण समय
हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि का अत्यंत महत्व है। एकादसी तिथि के व्रत को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, साल में 26 एकादशी पड़ती हैं। इन्हीं में से एक है वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी जिसे मोहिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है।
कब है मोहिनी एकादशी 2023?
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का शुभारंभ 30 अप्रैल, दिन रविवार को रात 08 बजकर 28 मिनट पर होगा। वहीं, इसका समापन 1 मई, दिन सोमवार को रात 10 बजकर 09 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, मोहिनी एकादशी का व्रत 1 मई को रखा जाएगा।
मोहिनी एकादशी 2023 का शुभ योग
मोहिनी एकादशी के दिन रवि योग और ध्रुव योग बन रहा है। इस दिन रवि योग सुबह 5 बजकर 41 मिनट से शाम 5 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। वहीं, ध्रुव योग ब्रह्म मुहूर्त से लेकर 11सुबह के बजकर 45 मिनट तक होगा।
मोहिनी एकादशी 2023 का पूजा मुहूर्त
1 मई, दिन सोमवार को सुबह 9 बजे से 10 बजकर 39 मिनट तक शुभ-उत्तम मुहूर्त रहने वाला है। ऐसे में इस अवधि के दौरान पूजा करना शुभ फलदायी रहेगा। इस शुभ योग में पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा हमेशा बनी रहेगी और पूजा का अक्षत फल समस्त परिवार को प्राप्त होगा।
मोहिनी एकादशी 2023 की पूजा विधि
प्रातः स्नान करने के बाद भगवान विष्णु के समक्ष बैठकर उनके मोहिनी रूप का ध्यान करें।भगवान विष्णु को स्नान कराएं और उनका श्रृंगार करें। साथ ही नए वस्त्र धारण कराएं।भगवान विष्णु को पुष्प, अक्षत, माला, चंदन, पीले वस्त्र, पीले मिष्ठान आदि अर्पित करें।भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें और व्रत का संकल्प लें। इसके बाद उन्हें भोग लगाएं।भगवान विष्णु की आरती करें और भोग को प्रसाद के रूप में परिवार के बीच वितरित करें।
मोहिनी एकादशी 2023 का महत्व
मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के मोहिनी रूप की पूजा का विधान है।मान्यता है कि मोहिनी एकादशी के दिन व्रत रखने से असीम सौंदर्य और तीव्र बुद्धि की प्राप्ति होती है।इस दिन व्रत रखने से सौभग्य बढ़ता है और शरीर एवं व्यक्तित्व में आकर्षक तेज उत्पन्न होता है।
मोहिनी एकादशी 2023 का व्रत पारण समय
एकादशी का व्रत हमेशा द्वादशी के दिन संपन्न किया जाता है। ऐसे में 2 मई, दिन मंगलवार को सुबह 5 बजकर 40 मिनट से 8 बजकर 19 मिनट के मध्य में व्रत का समापन किया जा सकता है। इसके बाद व्रत पारण का सीधा समय रत को 11 बजकर 17 मिनट पर है।
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