Home 2023 Nirjala Ekadash: जानें निर्जला एकादशी की संपूर्ण व्रत विधि और लाभ

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

Nirjala Ekadash: जानें निर्जला एकादशी की संपूर्ण व्रत विधि और लाभ

निर्जला एकादशी का व्रत 31 मई, दिन बुधवार को रखा जाएगा।

निर्जला एकादशी का व्रत सबसे कठिन माना जाता है। निर्जला एकादशी के व्रत में जल का त्याग करना पड़ता है।

निर्जला एकादशी 2023 की व्रत विधि

निर्जला एकादशी में एकादशी के सूर्योदय से द्वादशी यानी कि अगले दिन के सूर्योदय तक निर्जला रहना होता है।

इस 24 घंटे की अवधि में व्रत रखने और पूजा करने के दौरान पानी की एक भी बूंद को मुंह में नहीं डालना होता है।

निर्जला एकादशी के दिन सुबह प्रातः उठकर स्नान करें और भगवान विष्णु का ध्यान करें।

इसके बाद स्वच्छ वस्त्र पहनें और आसन पर बैठकर भगवन विष्णु का जलाभिषेक करें।

भगवान विष्णु को नए वस्त्र धारण कराएं और उनका श्रृंगार करें। उन्हें चंदन लगाएं।

फिर भगवान विष्णु को धुप, दीप, पुष्प, अक्षत, माला और नैवेद्य अर्पित करें।

भगवान विष्णु को पीले वस्त्र चढ़ाएं और भगवान विष्णु का लागतार ध्यान करते रहें।

पान के पत्ते पर सुपारी रखकर लाल टिका लगाएं और फिर भगवान विष्णु को अर्पित करें।

इसके बाद भगवान विष्णु को भोग लगाएं। भोग में पीली चीजें ज्यादा रखें जैसे पीले लड्डू।

फिर भगवान विष्णु के ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः’ मंत्र का जाप करें।

इसके बाद भगवान विष्णु के ‘विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र’ का पाठ अवश्य करें।

भगवान विष्णु की आरती उतारें और भोग को प्रसाद के रूप में वितरित करें।

शाम के समय फिर भगवान विष्णु की आरती करें और अगले दिन व्रत पारण करें।

अगले दिन सूर्योदय के बाद जल ग्रहण करें और फलाहार कर व्रत खोलें।

निर्जला एकादशी 2023 व्रत के लाभ

निर्जला एकादशी का व्रत रखने से भाग्व्कान विष्णु की असीम कृपा प्राप्त होती है।

इस दिन व्रत रखने से वैवाहिक जीवन के सभी सुखों की प्राप्ति होती है

भगवान विष्णु का साक्षात साथ मिलता है और कष्टों से छुटकारा मिल जाता है।

इस दिन व्रत रखने से भगवान विष्णु के साथ ही मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी मिलता है।

आर्थिक स्थिति बेहतर होती है और पारिवारिक शांति बनी रहती है।

निर्जला एकादशी का व्रत रखने से घर में सुख-समृद्धि और संपन्नता आती है।


– ” मोक्षभूमि ” डेस्क को फोन कर आप निशुल्क ज्योतिष,वास्तु और तीज – त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।



नवीनतम जानकारी

Nirjala Ekadashi : बिना अन्न-जल के होने वाला निर्जला एकादशी व्रत 31 मई को, इन 3 बातों का रखना चाहिए विशेष ध्यान

Nirjala Ekadashi : कब है निर्जला एकादशी? जानें शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि

Weekly Vrat and Festivals List (May): निर्जला एकादशी, वट पूर्णिमा के अलावा इस हफ्ते पड़ेगे ये बड़े त्योहार

Naked Bath: कभी भी न करें बिना कपड़े के स्नान, क्योंकि इनकी नाराजगी कर सकता है आपका नुकसान

Planet : आपकी परेशानियों के पीछे शनि और राहु की युति तो नहीं

Guru-Pushya Yog Today : गुरु-पुष्य के साथ वृद्धि योग आज, धन लाभ देने वाला अचूक दिन

घर में गंगाजल रखना है शुभ फिर क्यों गंगा मूर्ति रखने की है मनाही

जानिए जब आपके घर में दिखें ये संकेत तो आपके घर हो सकता है पितृ दोष

दैनिक पंचांग / राशिफल और जन्मदिन फल

Aaj Ka Panchang: आज का पंचांग, 30 मई 2023, मंगलवार

Aaj Ka Rashifal 30 मई : तुला वालों का बढ़ेगा प्रभाव , जानिए बाकी राशियों का हाल

Aaj Ka Panchang: आज का पंचांग, 29 मई 2023, सोमवार

Aaj Ka Rashifal 29th May: इन राशियों के जीवन में आएगी आज खुशियों की बहार

Aaj Ka Panchang&upay : जानिए आज के दिन का उपाय और पंचांग, 28 मई 2023, रविवार

Aaj Ka Rashifal 28th May: तुला राशि वालों को मिलेगा आज भाग्य का साथ, बाकी भी जानें अपने दिन का हाल

Aaj Ka Panchang: आज का पंचांग, 27 मई 2023, शनिवार

Aaj Ka Rashifal 27th May: इन राशियों पर रहेगी आज शनिदेव की टेढ़ी नज़र

ग्रह चाल और आप

ज्येष्ठ माह : इस मास के महत्व के साथ जानिए व्रत और त्योहारों की सूची

k1चांडाल योग : 6 अनहोनी का जन्म देगा मेष में सूर्य, गुरु और राहु की युति, जानिए इसका आप पर प्रभाव



वास्तु शास्त्र ..

जानिए गाय, कुत्ता, कौवा, चींटी और पक्षी को खिलाने और पानी पिलाने से क्या है किस्मत का कनेक्शन

घर में सुख-शांति के लिए आजमाए वास्तु के ये कारगर उपाय

Vastu Tips: वास्तु पुरुष के मुख से निकलता रहता है तथास्तु, घर में कभी न बोलें बुरे वचन


पवित्र देव स्थान

देव स्थान : बिना भगवान रथ पर बनें इस मंदिर के 56 स्तंभों से निकलता है संगीत..

एक मंदिर जहां नरसिंह देवता के पतले हो रहे हाथ, आखिर क्या है रहस्य, जानिए

जानिए आखिर कहां कहां है माता सीता का मंदिर, क्यों है ख़ास


धार्मिक मान्यतायें

Svapn vichar : सपने में खुद को आम खाते हुए देखने का क्या है मतलब? आम के सपने भी होते हैं ख़ास

Death in Dream: मौत के सपने आना और उसके प्रतीकात्मक अर्थ के गहरे रहस्यों के बारे में जानें

Mangal Gochar : मंगल के राशि परिवर्तन से इन जातकों का हो सकता है अमंगल, बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय

पूजा-पाठ के दौरान पत्नी को पति के किस तरफ बैठना चाहिए, आखिर क्या है वजह

जानिए आखिर प्रसाद लेने के बाद सिर पर हाथ क्यों घुमाते हैं ?


पौराणिक कथाएं

कुत्ता और मूषक को देवी-देवताओं ने अपनी सवारी चुना, मगर क्यों बिल्ली को किया नजरअंदाज

क्या आप जानते हैं शंख से शिवजी ने किया था विषपान! आज भी है मंदार पर्वत पर मौजूद

Shani dev : आखिर क्यों शनि की सवारी है कौआ, क्या है इसका धार्मिक महत्व ?

Narad Jayanti: पढ़िए नारद मुनि के पत्रकार बनने की पौराणिक कथा, नारद मुनी थे पूर्व जन्म में….

Shri Ram Brother In Law: पौराणिक कथा में जानें कौन थे श्री राम के जीजा जी

” कर्पूर गौरम करुणावतारम ” मंत्र से मिलते हैं अनगिनत फायदे, जानें इसका मतलब और महत्व

क्या चीर हरण के समय द्रौपदी रजस्वला थी ? जानिये ‘बोल्ड’ द्रौपदी से जुडी पूरी बातें

जानिये किसका अवतार थीं लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला

जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…

कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र

महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध

जानिए पांडवो के स्वर्ग जाने की कथा, किन वजहों से पांचो पांडव बारी बारी नीचे गिरकर मृत्यु को प्राप्त हुए

राक्षसी होलिका, कैसे बनी एक पूजनीय देवी, जानें रोचक पौराणिक कथा

Mahabharat katha : आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को

पौराणिक कथा में पढ़िए कौन है खाटू श्याम जी, क्या है उनकी कहानी और 11 अनजाने रहस्य

कौन थीं शबरी ? जानिए इनके माता पिता और गुरु को

क्या आप जानते हैं सारे ज्योतिर्लिंग जमीन तल से नीचे क्यों स्थित हैं, कितने प्रकार के होते हैं शिव लिंग

महाभारत का युद्ध : आखिर 18 नंबर से क्या था कनेक्शन, क्यों चला था 18 दिन युद्ध ?

पौराणिक कथा : जानिए आखिर कैसे हुई थी श्री राधा रानी की मृत्यु ?

आखिर क्यों अपने ही बेटे के हाथों मारे गए थे अर्जुन

पत्थर रूप में ही क्यों शिंगणापुर में प्रकट हुए शनि पढ़िए पुरी कहानी




अवश्य पढ़िए..

Bada Mangal : क्या है बड़ा मंगल का महत्त्व, ज्येष्ठ माह में कब है बुढ़वा मंगल की तिथियां, कृपा पाने के लिए करें ये उपाय

Chewing Nails Signs: कहीं आप में भी नाखून चबाने की तो नहीं है आदत, जानिए दरिद्रता संग और क्या है नुकसान ल्य

Wearing Tree Roots: ग्रहओं को शांत ही नहीं बीमारियों से मुक्त करते है इन पेड़ों की जड़

आखिर क्यों भंडारे में नहीं करना चाहिए भोजन, जानें असल कारण

अनोखा भंडारा : रात के अंधियारे में जलती चिताओं के बीच लोग ग्रहण करते हैं भंडारा, जानिए परंपरा

भंडारा : जानें कैसे हुई शुरुआत भंडारे की, क्या है इसे जुड़ी कथा

क्यों बद्रीनाथ में नहीं बजाया जाता शंख, जानें इसके पीछे का बड़ा रहस्य

क्या होता है पंचक, पंचक क्यों नहीं करते हैं ये पांच कार्य

जानिए हर दिन कौन कौन से पड़ते हैं काल, क्या हैं उनके नाम

शनिवार को शनि की साढ़ेसाती और ढैया के करिये ये उपाय

क्या आप भी किसी की हथेली पर बिना सोचे समझे रखते हैं कुछ भी सामान.. हो सकता हैं नुकसान

इन पांच लोगों से डरते हैं शनि देव, जानें कौन हैं ये

नई दुल्हन को काले कपड़े पहनने की क्यों होती है मनाही, जानें सही वजह

परेशानियों से बचने के लिए 5 वस्तुएं को सदा रखे तुलसी से दूर

ज्योतिष के अनुसार माथे पर चंदन का तिलक लगाने के फायदे

किनको और क्यों रखना चाहिए शिखा या चोटी, मिलता हैं ये लाभ…

भगवान विष्णु, राम और कृष्ण की तरह क्यों नहीं लगता महादेव के आगे ‘श्री’

शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव


प्रयोग / उपाय / टोटका ..

उपाय : खुशहाली के लिए महिलाएं सिंदूर से करें ये अचूक उपाय

यदि हैं आज कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान, राहत के लिए आजमाये ये उपाय

छिड़कें दो चुटकी नमक, मिलेगा जोरदार तरक्की आपको अपने करियर में

Hari Elaichi Ke Upay: नाकामयाबी को दूर कर सकते हैं हरी इलायची के ये उपाय


उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111


डिसक्लेमर

इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।


Author: Admin Editor MBC

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!