Home 2024 क्या रविवार के दिन तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाना चाहिए ?

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

क्या रविवार के दिन तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाना चाहिए ?

यदि आप तुलसी के पवित्र पौधे की पूजा नियमित रूप से करती हैं, तो आपको इसमें जल चढ़ाने और दीपक जलाने के नियमों के बारे में भी जरूर जान लेना चाहिए। 

तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना जाता है और यह अपने पवित्र और शुद्ध करने वाले गुणों के लिए हिंदू धर्म में बहुत पूजनीय माना जाता है। इसे देवी लक्ष्मी का सांसारिक स्वरूप माना जाता है और माना जाता है कि यह पौधा भक्त को आशीर्वाद, सुरक्षा और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है।

इस पौधे को आप अगर घर के आंगन में लगाते हैं तो घर के लिए सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। मान्यता है कि तुलसी के पूजन के समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है जिससे खुशहाली बनी रहे और पूजा का पूर्ण फल मिले। वहीं इसमें नियमित रूप से जल चढ़ाने और दीपक जलाने से समृद्धि के द्वार खुलते हैं और धन लाभ भी होता है।

वहीं ऐसी मान्यता है कि इस पौधे में कुछ विशेष अवसरों और दिनों पर जल नहीं चढ़ाना चाहिए। जैसे रविवार के दिन तुलसी में जल चढ़ाने की मनाही होती है, लेकिन प्रश्न यह उठता है कि क्या इस दिन तुलसी में दीपक भी नहीं जलाना चाहिए। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया जी से जानें इसके बारे में विस्तार से। 

क्या हम रविवार को तुलसी पर दीपक जला सकते हैं?

ज्योतिष में ऐसा माना जाता है कि तुलसी के पौधे में नियमित रूप से जल चढ़ाना चाहिए और इसका पूजन करना चाहिए। जिससे घर की समृद्धि बनी रहती है, लेकिन शास्त्रों में कुछ विशेष दिन बताए गए हैं जिसमें तुलसी में जल चढ़ाने की मनाही होती है।

ऐसा माना जाता है कि तुलसी माता रविवार के दिन विष्णु भगवान् के लिए निर्जला उपवास करती हैं, इसलिए इस दिन जल चढ़ाने से उनका व्रत टूट जाता है और आपकी पूजा का पूर्ण फल भी नहीं मिलता है।

वहीं इस दिन तुलसी में दीपक जलाने की मनाही भी होती है और ऐसा माना जाता है कि रविवार के दिन तुलसी पूजन भी नहीं करना चाहिए। रविवार के दिन आपको तुलसी के पौधे का स्पर्श भी नहीं करना चाहिए। 
तुलसी में दीपक कब नहीं जलाना चाहिए?

ऐसा माना जाता है कि शाम के समय यानी कि सूर्यास्त के बाद तुलसी के पौधे में दीपक नहीं जलाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि सूर्यास्त के बाद तुलसी का पौधा सो जाता है और इस समय उनकी पूजा स्वीकार्य नहीं मानी जाती है।

इस समय आपको तुलसी में जल भी नहीं चढ़ाना चाहिए। रविवार के दिन भी तुलसी में दीपक नहीं जलाना चाहिए। दरअसल रविवार को भगवान सूर्य का दिन माना जाता है और तुलसी को माता लक्ष्मी का अवतार माना जाता है।

ज्योतिष में सूर्य और विष्णु की पूजा एक साथ नहीं करने की सलाह दी जाती है, इसलिए इस दिन तुलसी पूजन या तुलसी में दीपक जलाने की मनाही होती है। इसके अलावा किसी भी ग्रहण के दौरान तुलसी में दीपक न जलाने की सलाह दी जाती है। 

तुलसी में किस समय दीपक जलाना चाहिए? 

अगर हम शास्त्रों की मानें तो तुलसी के पौधे की पूजा के लिए सबसे अच्छा समय प्रातः काल का माना जाता है। यदि आप इस समय तुलसी में दीपक जलाती हैं तो बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता यह है कि तुलसी के पौधे में सूर्यास्त से पहले ही दीपक जलाना चाहिए और इसी समय पूजन भी करना चाहिए।

वहीं अगर हम तुलसी में जल चढ़ाने की बात करें तो तुलसी में जल सुबह सूरज निकलने से पहले यानी कि सूर्योदय से पहले चढ़ाना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है। यदि आप इस समय तुलसी में जल न भी चढ़ा पाएं तो सूर्योदय के दो घंटे बाद तक का समय जल चढ़ाने और तुलसी पूजन के लिए शुभ होता है। 

तुलसी में कौन सा दीपक जलाना चाहिए?

तुलसी के पौधे के पास हमेशा घी का दीपक जलाना चाहिए और इनकी पूजा में भी घी का ही इस्तेमाल करना चाहिए। गाय के घी को किसी भी पूजन के लिए बहुत शुभ माना जाता है और यदि आप घी का दीपक तुलसी के पास जलाती हैं तो पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है और भगवान् विष्णु की कृपा भी बनी रहती है। 

किस दिन जल नहीं चढ़ाना चाहिए?

ऐसा माना जाता है कि तुलसी माता रविवार और एकादशी के दिन विष्णु भगवान के लिए निर्जला उपवास रखती हैं, इसलिए इन दो दिनों में भूलकर भी तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। यदि आप इन दिनों में तुलसी को जल देती हैं तो इससे आपको पूजा का फल नहीं मिलता है और माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं। 


 आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो आप इसे फेसबुक, व्हाट्सप्प पर शेयर और लाइक करें। ताकि 12 भाषा की काशी की पहली धार्मिक न्यूज़ पोर्टल “मोक्ष भूमि” की यह जानकारी दूसरे सनातनी को मिल सके





श्री राम दर्शन …

Jatayu : पहले शहीद हुए योद्धा पक्षीराज जटायु कौन थे, राजा दशरथ के मित्र संग जानिए जटायु से जुड़ी आठ अनसुनी कथा..

Ram vriksh : एक पेड़ ऐसा जिसके जड़, तना,पत्ती व डाली पर अंकित रहता है राम नाम

Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर में होंगे 5 मंडप, जानें इन मण्डपों का धार्मिक महत्व

मकर संक्रांति के दिन क्यों उड़ाते हैं पतंग ? आखिर क्या है भगवान राम से इसका कनेक्शन

Narajagi : किसने कहा..? राम मंदिर रामानंद संप्रदाय का तो उन्हें सौंपें, इस्तीफा देना चाहिए चंपतराय को

Sita janm katha : क्या आप जानते हैं माता सीता के जन्म की कहानी

Shri Ram Janm Katha: जानें कैसे हुआ था मर्यादा पुरुषोतम श्री राम का जन्म, पढ़ें ये कथा

Devi shanta : कौन थीं देवी शांता ? श्री राम से क्या है संबंध, रामायण में क्यों नहीं है शांता का जिक्र ?

Ayodhya Ram Mandir : श्री राम मंदिर के बारे में वो तथ्य, जो है विशेष आप भी जानिए..

Ayodhya Ram Mandir: आसान शब्दों में ये है पूरी कहानी, राम लला के मंदिर बनने की..

Ayodhya Ram Mandir: जानिये श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तारीख, क्यों की जाती है प्राण प्रतिष्ठा ?

100 रु के वेतन पर करते रहे राम लला की पूजा, जानिये अयोध्या राम मंदिर के पुजारी के बारे में दिलचस्प जानकारी

अखंड भारत में कब आये मुसलमान..क्या प्रभू श्रीराम शासनकाल में मुसलमान थे ?

Ayodhya : जानिए पवित्र सप्त पुरियों में अयोध्या के हिन्दू पौराणिक इतिहास को, अयोध्या पर किसने किnया शासन ? कितना था इसका क्षेत्रफल

अयोध्या थी दुनिया की पहली स्मार्ट सिटी ? जानिए क्या लिखा हैं धार्मिक ग्रंथ में

शर्मनाक : राम शाकाहारी नहीं मांसाहारी थे शिकार करके खाते थे किसके है यह विवादित बोल

Maharshi Vashishth : जानिए किस देवता के प्राण वायु से जन्मे थे महर्षि वशिष्ठ, प्रभू श्री राम के पूर्व किस किस के थे गुरु, सूर्यवंश के कुलगुरु की पूरी जानकारी

जानिए आखिर कौन हैं रूमा देवी, जिन्हें मिला अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का विशिष्ट महानुभाव श्रेणी का न्योता

AYODHYA RAM Mandir : राम मंदिर में बाल स्वरूप और श्याम वर्ण में विराजेंगे रामलला, जानें उनकी पुरानी मूर्ति का क्या होगा, कौन है अरुण..


नवीनतम जानकारियां

Makar Sankranti : मकर संक्रांति पर क्यों खाते हैं ‘खिचड़ी’ ? क्या है इसके पीछे का कारण ? जानिए किन किन ग्रहों का होता है कनेक्शन

सफला एकादशी : भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा-अर्चना से होगी मनोकामना पूर्ण, व्रत से मिलती है कार्य सिद्धि

Eksloki ramayan : एकश्लोकी रामायण में मात्र एक श्लोक में संपूर्ण राम कथा

शनि देव के प्रिय इस पौधे के हैं अनगिनत फायदे, मां लक्ष्मी की कृपा से बदल जाते हैं दिन

मकर संक्रांति : राशि के अनुसार दान करने से मिलता है दान का सौ गुना लाभ, अभी से कर लेंगे तैयारी …

जानें आखिर शिव मंदिर में क्यों बजाते है ताली, ये है पौराणिक महत्व

अयोध्या के 5 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में शराब बिक्री पर प्रतिबंध के बाद काशी के पंचकोशी क्षेत्र को मांस मदिरा से मुक्त क्षेत्र घोषित करने की मांग तेज, cm को लिखा पत्र

January Vrat-Festivals List: ये हैं जनवरी माह के व्रत और त्योहारों की लिस्ट, जानिए कब है मकर संक्रांति ?

Ullu : आपके घर पर यदि दिखा है उल्लू, तो जानिए क्या है इसके मायने ?

Fasts and festivals of Paush month: जानिये हिंदू पंचांग के पौष मास का महत्व और तीज, त्योहार और व्रत की बातें

Lord Dattatreya : जयंती पर जानिए भगवान दत्तात्रेय के तीन मुख का रहस्य ओर इनके 24 गुरुओं के नाम

वर्ष 2024 के कैलेंडर लगाने से पहले वास्तु को भी जान लें, पुरे वर्ष बनी रहेगी समृद्धि

Rashifal 2024: इन राशियों के जीवन में आएगा बड़ा बदलाव, किस्मत करवट लेने को है तैयार

Ayodhya Ram Mandir Schedule: 16 जनवरी से होगी अनुष्ठान की शुरुआत, देखें पूरे 7 दिवसीय कार्यक्रम की डिटेल्स

जब विष्णुजी के शरीर से कन्या का हुआ जन्म, जानिए कैसे उत्पन्न हुई एकादशी ?

भैरव को प्रसाद में शराब का चढ़ावा, षड्यंत्र है या परंपरा ? जानिए क्या है धर्म ग्रंथ में

December Birthday : जानिए क्या खास होता है दिसंबर के महीने में पैदा हुए जातको में

Astro guru : इन तीन राशि के जातकों का साल 2024 रहेगा शानदार, जानिए कौन है इसका कारक

Vastu shastra : कहां रखना चाहिए झाड़ू…? गलत जगह झाड़ू रखने से क्या होता है..

वास्तु : घर में दो शमी के पौधे रखना ठीक या गलत, जानें इसकी दिशा और ख़ास बातें

जानिये, मांसाहारी को पुराण में क्यों कहा गया है महापापी , कौन 6 लोग होते है जीव हत्या में महापाप के भागी

हनुमान जन्मोत्सव : भगवान शिव के 11वाँ रूद्र अवतार प्रभू हनुमान का दो बार क्यों मनाया जाया है जन्मोत्सव, जानिए इससे जुड़ी कथा

Ahoi ashtami : संतान प्राप्ति में हो रही है देरी, नहीं ठहरता है गर्भ, इस व्रत से मिलेगी सफलता

Papankusha Ekadashi : इस कथा के पाठ से होती है 1000 अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति




चाणक्य की बातें

चाणक्य की बातें : इन 4 तरह के आदतों के लोगों को हमेशा अपने घर से रखे दूर , वरना …

Chanakya ki bat : जीवन में होने लगे ऐसी घटनाएं तो समझ लें मां लक्ष्मी हैं क्रोधित, आर्थिक संकट है नजदीक

थोड़ा नुकसान उठा लीजिए, मगर जीवन में इन 7 लोगों से कभी मदद मत मांगिए


कथाएं रामायण की ..

Ramayan : श्री राम के अलावा इन योद्धाओं के हाथों मरते-मरते बचा था रावण


कथाएं महाभारत की ..

Mahabharata : क्या गांधारी के श्राप के कारण अफगानिस्तान का हुआ है ये हाल ?

महाभारत से : जानिए रहस्य, आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को

Mahabharat Katha: किस श्राप के कारण अर्जुन बन गए थे किन्नर?

क्या चीर हरण के समय द्रौपदी रजस्वला थी ? जानिये ‘बोल्ड’ द्रौपदी से जुडी पूरी बातें

जानिये किसका अवतार थीं लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला

जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…

कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र

महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध

जानिए पांडवो के स्वर्ग जाने की कथा, किन वजहों से पांचो पांडव बारी बारी नीचे गिरकर मृत्यु को प्राप्त हुए

निर्जला एकादशी : जानिए जब युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा था एकादशी व्रत की जानकारी, फिर ..


Author: Admin Editor MBC

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!