Home 2024 Mauni amavasya : मौनी अमावस्या के दिन जरूर करें मौन स्नान, मोक्ष की हो सकती है प्राप्ति

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

Mauni amavasya : मौनी अमावस्या के दिन जरूर करें मौन स्नान, मोक्ष की हो सकती है प्राप्ति

पंचांग के अनुसार माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को पवित्र नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है। इससे व्यक्ति को पुण्य फल की प्राप्ति हो सकती है।

हिंदू धर्म में सभी तिथि को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता हैष। वहीं माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को माघी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने की मान्यता है। शास्त्रों के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति इस दिन मौन रहकर स्नान और दान करता है। उसकी सभी मनोकामना पूरी हो सकती है और ग्रह दोषों से भी छुटकारा मिल सकता है।

इस दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के बाद सूर्योदय के बाद सूर्यदेव को दूध और तिल से अर्घ्य देना भी लाभकारी माना जाता है। अब ऐसे में इस दिन मौन रहकर स्नान करने का क्या महत्व है।

जानें कब है मौनी अमावस्या?

माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की शुरुआत दिनांक 09 फरवरी को सुबह 08 बजकर 02 मिनट से लेकर इसका समापन दिनांक 10 फरवरी को सुबह 04 बजकर 28 मिनट पर होगा। अब ऐसे में उदया तिथि के हिसाब से इस साल दिनांक 09 फरवरी को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी।

मौन स्नान का क्या है महत्व ?

सभी अमावस्या तिथि में मौनी अमावस्या तिथि को उत्तम माना गया है। इस दिन मौन रहना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन जो व्यक्ति हर काम को मौन रहकर करता है। उसके सभी कार्यों में सिद्धि प्राप्ति होती है और शुभ परिणाम भी मिलते हैं। इस दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र नदी में स्नान जरूर करें और अगर आप नदी में स्नान करने में असमर्थ हैं, तो घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर लें। इससे आपको लाभ हो सकता है।

वहीं सूर्योदय होने के बाद तिल, तिल के लड्डू, तिल का तेल, वस्त्र और आंवला का दान अवश्य करें और इस बात का ध्यान रखें कि मौन रहकर ही दान करें। इस दिन पितरों को अर्घ्य देना और तर्पण करना भी बहुत शुभ माना जाता है। इसलिए अमावस्या तिथि के दिन इन चीजों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।

स्नान करने के दौरान मंत्र का जाप

मौनी अमावस्या के दिन स्नान करने के दौरान इन मंत्रों का मन में ही जाप करें।

गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति।
नर्मदे सिन्धु कावेरी जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु।।


 आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो आप इसे फेसबुक, व्हाट्सप्प पर शेयर और लाइक करें। ताकि 12 भाषा की काशी की पहली धार्मिक न्यूज़ पोर्टल “मोक्ष भूमि” की यह जानकारी दूसरे सनातनी को मिल सके





नवीनतम जानकारियां

First Solar Eclipse 2024: कब लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण ? जानें कहाँ दिखेगा कहाँ नहीं…

Saraswati puja : सफलता में आने वाली बाधाएं दूर करने हेतू घर में रखे मां सरस्वती की तस्वीर

आखिर क्यों भोजन के समय बात करने की होती है मनाही? जानें क्या कहता है शास्त्र

जानिए मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद क्यों टूट जाता है सामने रखा शीशा?

Makar Sankranti : मकर संक्रांति पर क्यों खाते हैं ‘खिचड़ी’ ? क्या है इसके पीछे का कारण ? जानिए किन किन ग्रहों का होता है कनेक्शन

सफला एकादशी : भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा-अर्चना से होगी मनोकामना पूर्ण, व्रत से मिलती है कार्य सिद्धि

Eksloki ramayan : एकश्लोकी रामायण में मात्र एक श्लोक में संपूर्ण राम कथा

शनि देव के प्रिय इस पौधे के हैं अनगिनत फायदे, मां लक्ष्मी की कृपा से बदल जाते हैं दिन

मकर संक्रांति : राशि के अनुसार दान करने से मिलता है दान का सौ गुना लाभ, अभी से कर लेंगे तैयारी …

जानें आखिर शिव मंदिर में क्यों बजाते है ताली, ये है पौराणिक महत्व

अयोध्या के 5 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में शराब बिक्री पर प्रतिबंध के बाद काशी के पंचकोशी क्षेत्र को मांस मदिरा से मुक्त क्षेत्र घोषित करने की मांग तेज, cm को लिखा पत्र

January Vrat-Festivals List: ये हैं जनवरी माह के व्रत और त्योहारों की लिस्ट, जानिए कब है मकर संक्रांति ?

Ullu : आपके घर पर यदि दिखा है उल्लू, तो जानिए क्या है इसके मायने ?

Fasts and festivals of Paush month: जानिये हिंदू पंचांग के पौष मास का महत्व और तीज, त्योहार और व्रत की बातें

Lord Dattatreya : जयंती पर जानिए भगवान दत्तात्रेय के तीन मुख का रहस्य ओर इनके 24 गुरुओं के नाम

वर्ष 2024 के कैलेंडर लगाने से पहले वास्तु को भी जान लें, पुरे वर्ष बनी रहेगी समृद्धि

Rashifal 2024: इन राशियों के जीवन में आएगा बड़ा बदलाव, किस्मत करवट लेने को है तैयार

Ayodhya Ram Mandir Schedule: 16 जनवरी से होगी अनुष्ठान की शुरुआत, देखें पूरे 7 दिवसीय कार्यक्रम की डिटेल्स

जब विष्णुजी के शरीर से कन्या का हुआ जन्म, जानिए कैसे उत्पन्न हुई एकादशी ?

भैरव को प्रसाद में शराब का चढ़ावा, षड्यंत्र है या परंपरा ? जानिए क्या है धर्म ग्रंथ में

December Birthday : जानिए क्या खास होता है दिसंबर के महीने में पैदा हुए जातको में

Astro guru : इन तीन राशि के जातकों का साल 2024 रहेगा शानदार, जानिए कौन है इसका कारक

Vastu shastra : कहां रखना चाहिए झाड़ू…? गलत जगह झाड़ू रखने से क्या होता है..

वास्तु : घर में दो शमी के पौधे रखना ठीक या गलत, जानें इसकी दिशा और ख़ास बातें

जानिये, मांसाहारी को पुराण में क्यों कहा गया है महापापी , कौन 6 लोग होते है जीव हत्या में महापाप के भागी

हनुमान जन्मोत्सव : भगवान शिव के 11वाँ रूद्र अवतार प्रभू हनुमान का दो बार क्यों मनाया जाया है जन्मोत्सव, जानिए इससे जुड़ी कथा

Ahoi ashtami : संतान प्राप्ति में हो रही है देरी, नहीं ठहरता है गर्भ, इस व्रत से मिलेगी सफलता

Papankusha Ekadashi : इस कथा के पाठ से होती है 1000 अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति




चाणक्य की बातें

चाणक्य की बातें : इन 4 तरह के आदतों के लोगों को हमेशा अपने घर से रखे दूर , वरना …

Chanakya ki bat : जीवन में होने लगे ऐसी घटनाएं तो समझ लें मां लक्ष्मी हैं क्रोधित, आर्थिक संकट है नजदीक

थोड़ा नुकसान उठा लीजिए, मगर जीवन में इन 7 लोगों से कभी मदद मत मांगिए


कथाएं रामायण की ..

Ramayan : श्री राम के अलावा इन योद्धाओं के हाथों मरते-मरते बचा था रावण


कथाएं महाभारत की ..

Mahabharata : क्या गांधारी के श्राप के कारण अफगानिस्तान का हुआ है ये हाल ?

महाभारत से : जानिए रहस्य, आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को

Mahabharat Katha: किस श्राप के कारण अर्जुन बन गए थे किन्नर?

क्या चीर हरण के समय द्रौपदी रजस्वला थी ? जानिये ‘बोल्ड’ द्रौपदी से जुडी पूरी बातें

जानिये किसका अवतार थीं लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला

जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…

कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र

महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध

जानिए पांडवो के स्वर्ग जाने की कथा, किन वजहों से पांचो पांडव बारी बारी नीचे गिरकर मृत्यु को प्राप्त हुए

निर्जला एकादशी : जानिए जब युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा था एकादशी व्रत की जानकारी, फिर ..


Author: Admin Editor MBC

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!