Home 2024 Basant Panchami 2024 : मां सरस्वती से मिलती है ये शिक्षा , जानिये कौन सी है शिक्षा?

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

Basant Panchami 2024 : मां सरस्वती से मिलती है ये शिक्षा , जानिये कौन सी है शिक्षा?

बसंत पंचमी का पर्व पूरे देश में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती प्रकट हुईं थीं। इनका वाहन हंस है। मां कमल के फूल में विराजमान हैं। इनके हाथ में वीणा, दूसरे हाथ में पुस्तक, तीसरे हाथ मे माला हैं। ऐसे में मां सरस्वती के ये स्वरूप हमें अलग-अलग सीख देते हैं। अगर इनके स्वरूप को अपने जीवन में अपनाया जाए, तो व्यक्ति के व्यक्तित्व में निखार आ सकता है।

मां सरस्वती हैं कमल पर विराजमान

मां सरस्वती का आसन कमल का फूल है। कमल का फूल कीचड़ में खिलता है, लेकिन वह फूल खुद को इतना ऊंचा रखता है कि उसे कीचड़ स्पर्श नहीं कर पाता है। ऐसे में इससे हमें यह सिख मिलती है कि हमारे आसपास का माहौल कैसा भी हो। उसका हमारे ऊपर प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। हमें कमल की तरह खुद के व्यक्तित्व को निखारने की जरूरत है। अपनी कमियों को गिनकर उसे सुधारने का प्रयास करना चाहिए, ताकि हम एक अच्छे व्यक्ति बन सके।

मां सरस्वती के हाथ में है पुस्तक

मां सरस्वती के हाथ में पुस्तक विराजमान है। इसलिए उन्हें ज्ञान की देवा कहा जाता है। ऐसे में मां के हाथ की ये पुस्तक हमें यह शिक्षा देती है, कि हमें शिक्षा को कभी नहीं छोड़ना चाहिए। हर दिन कुछ न कुछ सीखना चाहिए। पढ़ने-लिखने से हम जीवन में एक अच्छा मुकाम हासिल कर सकते हैं। ऐसे में अगर आप मां सरस्वती को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो मन लगाकर उन्हें याद करके ज्ञान अर्जित करना चाहिए।

मां सरस्वती के हाथ में है वीणा

मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि जन्म के बाद मां सरस्वती ने वीणा की तार को जब छेड़ा तो सारा संसार आनंद से खिल उठा थे। उसी तरह हमें भी अपने मन को हमेशा खुश और उत्साह से भरपूर रखना चाहिए। अगर हम स्वयं को खुश रखेंगे। तभी सभी लोगों को खुश रखेंगे और इससे सभी लोगों के चेहरे पर भी मुस्कान आएगा। वीणा का अर्थ से खुश रहना और दूसरों को खुशियां बांटना।

मां सरस्वती के हाथ में है माला

मां सरस्वती के एक हाथ में माला है। इसका अर्थ यह है कि हमें धर्म के मार्ग पर हमेशा चलना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि भगवान को ध्यान करने से हम हमेशा उनके करीब रह सकते हैं और जीवन में खुशियां भी बांट सकते हैं। साथ ही अहंकार की भावना को दूर रखने की जरूरत है।

मां सरस्वती का आशीर्वाद मुद्रा

मां सरस्वती का आशीर्वाद मुद्रा हमें भला सोचने की सीख देता है। इसलिए हमें हमेशा अच्छा करना चाहिए और अच्छा बोलना चाहिए। क्योंकि हम कुछ भी बोलते और करते हैं। उसका प्रभाव खुद पर भी पड़ता है। ऐसे में दूसरों का हमेशा हित सोचना चाहिए।

माता का हंस स्वरूप

मां सरस्वती का वाहन हंस है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह दूध और पानी को अलग करने की क्षमता रखता है। इससे हमे जागरूक होने की सीख मिलती है। इसके साथ ही हमें सही और गलत की पहचान होने की भी सीख मिलती है।


 आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो आप इसे फेसबुक, व्हाट्सप्प पर शेयर और लाइक करें। ताकि 12 भाषा की काशी की पहली धार्मिक न्यूज़ पोर्टल “मोक्ष भूमि” की यह जानकारी दूसरे सनातनी को मिल सके





“विशेष में” गुप्त नवरात्र

Gupt navratr : कैसे हुआ देवी त्रिपुर सुंदरी का जन्म, कहाँ है इनका दिव्य धाम

Gupt Navratri : गुप्त नवरात्र के दूसरे दिन पूजे जाने वाली महाविद्या तारा देवी की कैसे हुई थी उत्पत्ति ? कहाँ है मंदिर, क्या है पौराणिक कथा

Gupt navaratr : नवरा‍त्रि की 10 देवियां की पहली देवी है काली, जानिए माता से जुड़ी सभी जानकारियां

गुप्त नवरात्र की सम्पूर्ण जानकारी, नामकरण, महत्व, दस देवियों की आराधना और पूजा की विधि

Magh Gupt Navratri 2024 : गुप्त नवरात्रि 10 फरवरी से, पूरे नौ दिन होगी माता की आराधना


नवीनतम जानकारियां

Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी के दिन इस दिशा में स्थापित करें सरस्वती यंत्र, बनगे सभी काम

Mauni amavasya : मौनी अमावस्या के दिन जरूर करें मौन स्नान, मोक्ष की हो सकती है प्राप्ति

First Solar Eclipse 2024: कब लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण ? जानें कहाँ दिखेगा कहाँ नहीं…

Saraswati puja : सफलता में आने वाली बाधाएं दूर करने हेतू घर में रखे मां सरस्वती की तस्वीर

आखिर क्यों भोजन के समय बात करने की होती है मनाही? जानें क्या कहता है शास्त्र

जानिए मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद क्यों टूट जाता है सामने रखा शीशा?

Makar Sankranti : मकर संक्रांति पर क्यों खाते हैं ‘खिचड़ी’ ? क्या है इसके पीछे का कारण ? जानिए किन किन ग्रहों का होता है कनेक्शन

सफला एकादशी : भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा-अर्चना से होगी मनोकामना पूर्ण, व्रत से मिलती है कार्य सिद्धि

Eksloki ramayan : एकश्लोकी रामायण में मात्र एक श्लोक में संपूर्ण राम कथा

शनि देव के प्रिय इस पौधे के हैं अनगिनत फायदे, मां लक्ष्मी की कृपा से बदल जाते हैं दिन

मकर संक्रांति : राशि के अनुसार दान करने से मिलता है दान का सौ गुना लाभ, अभी से कर लेंगे तैयारी …

जानें आखिर शिव मंदिर में क्यों बजाते है ताली, ये है पौराणिक महत्व

अयोध्या के 5 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में शराब बिक्री पर प्रतिबंध के बाद काशी के पंचकोशी क्षेत्र को मांस मदिरा से मुक्त क्षेत्र घोषित करने की मांग तेज, cm को लिखा पत्र

Ullu : आपके घर पर यदि दिखा है उल्लू, तो जानिए क्या है इसके मायने ?

Lord Dattatreya : जयंती पर जानिए भगवान दत्तात्रेय के तीन मुख का रहस्य ओर इनके 24 गुरुओं के नाम

वर्ष 2024 के कैलेंडर लगाने से पहले वास्तु को भी जान लें, पुरे वर्ष बनी रहेगी समृद्धि

Rashifal 2024: इन राशियों के जीवन में आएगा बड़ा बदलाव, किस्मत करवट लेने को है तैयार

जब विष्णुजी के शरीर से कन्या का हुआ जन्म, जानिए कैसे उत्पन्न हुई एकादशी ?

भैरव को प्रसाद में शराब का चढ़ावा, षड्यंत्र है या परंपरा ? जानिए क्या है धर्म ग्रंथ में

Astro guru : इन तीन राशि के जातकों का साल 2024 रहेगा शानदार, जानिए कौन है इसका कारक

Vastu shastra : कहां रखना चाहिए झाड़ू…? गलत जगह झाड़ू रखने से क्या होता है..

वास्तु : घर में दो शमी के पौधे रखना ठीक या गलत, जानें इसकी दिशा और ख़ास बातें

जानिये, मांसाहारी को पुराण में क्यों कहा गया है महापापी , कौन 6 लोग होते है जीव हत्या में महापाप के भागी

हनुमान जन्मोत्सव : भगवान शिव के 11वाँ रूद्र अवतार प्रभू हनुमान का दो बार क्यों मनाया जाया है जन्मोत्सव, जानिए इससे जुड़ी कथा

Ahoi ashtami : संतान प्राप्ति में हो रही है देरी, नहीं ठहरता है गर्भ, इस व्रत से मिलेगी सफलता

Papankusha Ekadashi : इस कथा के पाठ से होती है 1000 अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति




चाणक्य की बातें

चाणक्य की बातें : इन 4 तरह के आदतों के लोगों को हमेशा अपने घर से रखे दूर , वरना …

Chanakya ki bat : जीवन में होने लगे ऐसी घटनाएं तो समझ लें मां लक्ष्मी हैं क्रोधित, आर्थिक संकट है नजदीक

थोड़ा नुकसान उठा लीजिए, मगर जीवन में इन 7 लोगों से कभी मदद मत मांगिए


कथाएं रामायण की ..

Ramayan : श्री राम के अलावा इन योद्धाओं के हाथों मरते-मरते बचा था रावण


कथाएं महाभारत की ..

Mahabharata : क्या गांधारी के श्राप के कारण अफगानिस्तान का हुआ है ये हाल ?

महाभारत से : जानिए रहस्य, आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को

Mahabharat Katha: किस श्राप के कारण अर्जुन बन गए थे किन्नर?

क्या चीर हरण के समय द्रौपदी रजस्वला थी ? जानिये ‘बोल्ड’ द्रौपदी से जुडी पूरी बातें

जानिये किसका अवतार थीं लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला

जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…

कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र

महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध

जानिए पांडवो के स्वर्ग जाने की कथा, किन वजहों से पांचो पांडव बारी बारी नीचे गिरकर मृत्यु को प्राप्त हुए

निर्जला एकादशी : जानिए जब युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा था एकादशी व्रत की जानकारी, फिर ..


Author: Admin Editor MBC

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!