Home 2024 मंगलवार को वरद् वैनायकी ( अंगारकी ) श्रीगणेश चतुर्थी, करेंगे केतु ग्रह दशा को ठीक

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

मंगलवार को वरद् वैनायकी ( अंगारकी ) श्रीगणेश चतुर्थी, करेंगे केतु ग्रह दशा को ठीक

-वरद् वैनायकी श्रीगणेश चतुर्थी व्रत से होती है सुख-सौभाग्य में अभिवृद्धिदूर्वा व मोदक से होते हैं गौरीनन्दन श्रीगणेश जी प्रसन्न

– ज्योतिर्विद् विमल जैन

भारतीय संस्कृति के हिन्दु धार्मिक परम्परा में श्रीगणेशजी की अपार महिमा है। समस्त देवताओं में श्रीगणेशजी की पूजा ही सर्वोपरि है। सर्वप्रथम श्रीगणेश पूजन से ही समस्त कार्य प्रारम्भ होते हैं । गौरीनन्दन श्रीगणेशजी की पूजा-अर्चना यों तो कभी भी की जा सकती है, लेकिन चतुर्थी तिथि के दिन की गई पूजा विशेष फलदायी होती है। चतुर्थी तिथि भगवान श्रीगणेशजी को अति प्रिय है।

प्रत्येक मास के दोनों पक्ष में चतुर्थी तिथि के दिन व्रत-उपवास रखकर भगवानश्रीगणेशजी की पूजा-अर्चना करना विशेष फलदायी रहता है। चन्द्रमास में शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि वरद् वैनायकी श्रीगणेशचतुर्थी के नाम से जबकि कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी के नाम से जानी जाती है । इस बार आषाढ़ शुक्लपक्ष की मध्याह्न व्यापिनी चतुर्थी तिथि मंगलवार, 9 जुलाई को प्रात: 6 बजकर 09 मिनट पर लगेगी जो कि अगले दिन बुधवार, 10 जुलाई को प्रातः 7 बजकर 53 मिनट तक रहेगी। मंघा नक्षत्र मंगलवार, 9 जुलाई को प्रातः 7 बजकर 53 मिनट से बुधवार, 10 जुलाई को प्रात:10 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। फलस्वरूप वरद् वैनायकी श्रीगणेश चतुर्थी का व्रत मंगलवार, 9 जुलाई को रखा जाएगा। मंगलवार के दिन पड़ने वाली चतुर्थी तिथि अंगारकीय श्रीगणेश चतुर्थी के नाम से जानी जाती है। श्रीगणेश भक्त श्रीगणेशजी की पूजा-अर्चनाकर पुण्यफल से लाभान्वित होंगे।

ऐसे करे पूजन

व्रतकर्ता को प्रातःकाल अपने समस्त दैनिक नित्य कृत्यों सेनिवृत्त होकर अपने आराध्य देवी-देवता की पूजा-अर्चना करने के पश्चात् वैनायकी श्रीगणेश चतुर्थी के कव्रत का संकल्प लेना चाहिए।तत्पश्चात् श्रीगणेश जी की पंचोपचार, दशोपचार या षोडशेपचार से विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। श्रीगणेश को दूर्वा एवं दूर्वा की माला, मोदक (लड्डू), अन्य मिष्ठान्न ऋतुफल आदि अर्पित किए जाते हैं ।

ऐसे होगी मनोकामना की पूर्ति

श्रीगणेशजी की विशेष अनुकम्पा प्राप्त करने के लिए उनकी महिमा में यशगान के रूपमें श्रीगणेश स्तुति, संकटनाशन श्रीगणेश स्तोत्र, श्रीगणेश अथर्वशीर्ष, श्रीगणेश सहस्रनाम, श्रीगणेश चालीसा एवं श्रीगणेश जी सेसम्बन्धित अन्य स्तोत्र अदि का पाठ अवश्य करना चाहिए। साथ ही श्रीगणेशजी से सम्बन्धित मन्त्र का जप करना लाभकारी रहता है। ऐसी धार्मिक व पौराणिक मान्यता है कि श्रीगणेश अथर्वशीर्ष का प्रात: काल पाठ करने से रात्रि के समस्त पापों का नाश होता है।संध्या समय पाठ करने पर दिन के सभी पापों का शमन होता है, यदि विधि-विधानपूर्वक एक हजार पाठ किए जाएं तो मनोरथ की पूर्ति के साथ ही धर्म, अथर्थ, काम और मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। गणेश चतुर्थी का व्रत महिला-पुरुष तथा विद्यार्थियों के लिए समान रूप से फलदायी है। जिन्हें केतु ग्रह की महादशा, अन्तर्दशा, प्रत्यन्तर्दशा चल रही हो अथात् जिन्हें अपने कार्य- व्यवसाय, घर परिवार में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हो, उन्हें वरद् वैनायकी श्रीगणेश चतुर्थी का व्रत-उपवास रखकर श्रीगणेशजी कीपूजा-अर्चना करके लाभान्वत होना चाहिए । श्रीगणेश पुराण के अनुसार भक्तिभाव व पूर्ण आस्था के साथ किए गए वरद् वैनायकीश्रीगणेश चतुर्थी के व्रत से सर्वविध्न खत्म होकर जीवन में सुख-सौभाग्य में अभिवृद्धि के साथ ही मनोरथ की पूर्ति भी होती है।


 आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो आप इसे फेसबुक, व्हाट्सप्प पर शेयर और लाइक करें। ताकि 12 भाषा की काशी की पहली धार्मिक न्यूज़ पोर्टल “मोक्ष भूमि” की यह जानकारी दूसरे सनातनी को मिल सके





नवीनतम जानकारियां

Basi Bhojan : आखिर क्यों नहीं खाना चाहिए बासी भोजन, जानिए क्या कहता है शास्त्र

Chanakya ki baten : आजमाएं इन सात आदतों को, जो देती है अल्प समय में ही सफलता

Narad muni : जानिए नारद मुनि के जन्म की रोचक कथा, पूर्वजन्म और श्राप से क्या है संबंध

Parshuram : विष्णु अवतार होने के बाद भी क्यों नहीं होती परशुराम जी की पूजा ? जानें इनके जीवन से जुड़ी 5 अनसुनी बातें

Akshy Tritiya : त्रेतायुग के प्रारंभ का दिन अक्षय तृतीया क्यों है ख़ास, जानिए किन चीजों का करना चाहिए दान और क्यों..

Vaishakh amavasya : आखिर क्यों वैशाख अमावस्या 7 मई, मंगलवार और 8 मई, बुधवार को जानिए क्या है वजह

Ravi pradosh vrat : प्रदोष व्रत व पूजा कैसे करें और इस दिन क्या उपाय करने से आपका भाग्योदय हो..

हनुमान जी की माता अंजना क्यों बनी अप्सरा से वानरी, कौन थे हैं हनुमान जी ने नाना

Hanuman Jyanti : हनुमान जी के पैर के नीचे किसका स्थान है ?

Lord Hanuman: जानिए आखिर तीन पत्नियों के बाद भी हनुमान जी क्यों कहलाते हैं बालब्रह्मचारी ?

Hanuman rahasy : क्या है हनुमान क़े जीवित होने की कथा संग जानिए उनके बंदर, जन्म, निवास, सिंदूर और पत्नी का नाम से जुड़ी 9 रहस्य

Powerful Hanuman Mantra : समस्या या संकट से हों परेशान, तो करें इस मंत्र का जाप, परेशानियों पर सीधा चलेगा बजरंग बाण

Duj ka chand : दूज का चांद क्यों होता है खास, क्यों करते हैं द्वितीया के चंद्र का दर्शन, मुसलमानों का संबंध

Pradosh vrat : जानिए शनि प्रदोष पर पूजा का विधान, क्या है वार के अनुसार प्रदोष व्रत के लाभ

Mahavaruni parv : शनिवार को है दुर्लभ महावारुणी योग आखिर क्यों है आप के लिये ख़ास, जानिए इस योग का क्या है पुराणों में वर्णन

यदि पैर का अंगूठा और उसके पास वाली उंगली दोनों हो बराबर तो मिलता है ये लाभ …..

आखिर 7 दिनों का ही क्यों होता है सप्ताह, जानें इसकी खास वजह

Phalgun Mas : जानिए फाल्गुन मास में मोरपंख की पूजा की क्या है वजह ?

Bhishm ashtami : आज के दिन भीष्म पितामह ने त्यागा था शरीर, जानें इस दिन का महत्व

Shaniwar : शनिवार करें ये उपाय, कष्ट होंगे दूर, जीवन में आएगी जबरदस्त बदलाव

Shani Dev: आज भूलकर भी ना करें ये काम वरना झेलना पड़ेगा शनि देव का कोप

Shani dev : आखिर क्यों शनि की सवारी है कौआ, क्या है इसका धार्मिक महत्व, कैसे हुआ शनि का जन्म ?

आखिर क्यों भोजन के समय बात करने की होती है मनाही? जानें क्या कहता है शास्त्र

जानिए मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद क्यों टूट जाता है सामने रखा शीशा?

Makar Sankranti : मकर संक्रांति पर क्यों खाते हैं ‘खिचड़ी’ ? क्या है इसके पीछे का कारण ? जानिए किन किन ग्रहों का होता है कनेक्शन

सफला एकादशी : भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा-अर्चना से होगी मनोकामना पूर्ण, व्रत से मिलती है कार्य सिद्धि

Eksloki ramayan : एकश्लोकी रामायण में मात्र एक श्लोक में संपूर्ण राम कथा

शनि देव के प्रिय इस पौधे के हैं अनगिनत फायदे, मां लक्ष्मी की कृपा से बदल जाते हैं दिन

जानें आखिर शिव मंदिर में क्यों बजाते है ताली, ये है पौराणिक महत्व

अयोध्या के 5 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में शराब बिक्री पर प्रतिबंध के बाद काशी के पंचकोशी क्षेत्र को मांस मदिरा से मुक्त क्षेत्र घोषित करने की मांग तेज, cm को लिखा पत्र

Ullu : आपके घर पर यदि दिखा है उल्लू, तो जानिए क्या है इसके मायने ?

Lord Dattatreya : जयंती पर जानिए भगवान दत्तात्रेय के तीन मुख का रहस्य ओर इनके 24 गुरुओं के नाम

जब विष्णुजी के शरीर से कन्या का हुआ जन्म, जानिए कैसे उत्पन्न हुई एकादशी ?

भैरव को प्रसाद में शराब का चढ़ावा, षड्यंत्र है या परंपरा ? जानिए क्या है धर्म ग्रंथ में

Vastu shastra : कहां रखना चाहिए झाड़ू…? गलत जगह झाड़ू रखने से क्या होता है..

वास्तु : घर में दो शमी के पौधे रखना ठीक या गलत, जानें इसकी दिशा और ख़ास बातें

जानिये, मांसाहारी को पुराण में क्यों कहा गया है महापापी , कौन 6 लोग होते है जीव हत्या में महापाप के भागी

हनुमान जन्मोत्सव : भगवान शिव के 11वाँ रूद्र अवतार प्रभू हनुमान का दो बार क्यों मनाया जाया है जन्मोत्सव, जानिए इससे जुड़ी कथा

Ahoi ashtami : संतान प्राप्ति में हो रही है देरी, नहीं ठहरता है गर्भ, इस व्रत से मिलेगी सफलता

Papankusha Ekadashi : इस कथा के पाठ से होती है 1000 अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति

नवरात्रि विशेष

Chaitra Navratri daan : करिये चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन इन चीजों का दान, मिलेगा कमाल की सफलता

Upaay : आज हिंदू नववर्ष के दिन इन जगहों पर जलाएं दीपक, सभी परेशानियां होंगी दूर

Hindu New Year : हिन्दू नये साल का आरंभ आज 9 अप्रैल से, जानिए नव संवत्सर का नाम और कैसा होना वर्ष के राजा और मंत्री का स्वभाव

Duraga saptashati : इन सिद्ध सम्पुट मन्त्र से कराये / करें श्रीदुर्गा सप्तशती के पाठ, मनोरथ में जल्दी मिलेगी सफलता

Chaitra Navratri : धन लाभ के लिए चैत्र नवरात्रि में आजमाएं ये उपाय

Vrat upavas : जानिए व्रत का अर्थ, इस दौरान क्या करें ? क्या न करें ?

चैत्र नवरात्रि: नवरात्र के नव दिनों में स्वास्थ्य, प्रसन्नता, समृद्धि और संतान के उन्नति के लिए करिए ये उपाय

Akhand jyoti : अखंड ज्योति जलाने से पूर्व जानिए इन वास्तु के नियमों को, साथ ही सम्पूर्ण जानकारी ज्योत से जुड़ी

Chaitra navaratri : शुभ फल प्राप्ति के लिये नवरात्र के दौरान इन 11 बातों का रखिये ध्यान दिया जाना चहिये

काशी में नौ गौरी का मंदिर, जानिए कहां है स्थित क्या है इनका महत्व

Vasantik navratri : कब शुरू हो रहा है वासंतिक / चैत्र नवरात्रि, जानिये मुहूर्त, आराधना विधान, कलश स्थापन और माँ गौरी और दुर्गा के नौ स्वरूप

Chaitra navaratri : चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से प्रारंभ, जानिए मां दुर्गा जी की सवारी का असर , कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त व विधि




चाणक्य की बातें

चाणक्य की बातें : इन 4 तरह के आदतों के लोगों को हमेशा अपने घर से रखे दूर , वरना …

Chanakya ki bat : जीवन में होने लगे ऐसी घटनाएं तो समझ लें मां लक्ष्मी हैं क्रोधित, आर्थिक संकट है नजदीक

थोड़ा नुकसान उठा लीजिए, मगर जीवन में इन 7 लोगों से कभी मदद मत मांगिए


कथाएं रामायण की ..

Ramayan : श्री राम के अलावा इन योद्धाओं के हाथों मरते-मरते बचा था रावण


कथाएं महाभारत की ..

Mahabharata : क्या गांधारी के श्राप के कारण अफगानिस्तान का हुआ है ये हाल ?

महाभारत से : जानिए रहस्य, आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को

Mahabharat Katha: किस श्राप के कारण अर्जुन बन गए थे किन्नर?

क्या चीर हरण के समय द्रौपदी रजस्वला थी ? जानिये ‘बोल्ड’ द्रौपदी से जुडी पूरी बातें

जानिये किसका अवतार थीं लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला

जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…

कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र

महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध

जानिए पांडवो के स्वर्ग जाने की कथा, किन वजहों से पांचो पांडव बारी बारी नीचे गिरकर मृत्यु को प्राप्त हुए

निर्जला एकादशी : जानिए जब युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा था एकादशी व्रत की जानकारी, फिर ..


Mata sarasvati : क्या ब्रह्माजी ने अपनी बेटी सरस्वती से विवाह किया था ? जानिए क्या है सच.

Basant Panchami 2024 : 14 फरवरी को बसंत पंचमी, जानिए मुहूर्त, मंत्र और वंदना

Basant Panchami 2024 : मां सरस्वती से मिलती है ये शिक्षा , जानिये कौन सी है शिक्षा?

Basant Panchami 2024 : बसंत पंचमी के दिन क्या करें और क्या न करें?

Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी के दिन बादाम की माला से करें ये उपाय, विवाह में आ रही रुकावटें हो सकती हैं दूर

Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी के दिन आजमाएं वास्तु के ये 7 उपाय, पूरे साल बनी रहेगी माता सरस्वती की कृपा


 आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो आप इसे फेसबुक, व्हाट्सप्प पर शेयर और लाइक करें। ताकि 12 भाषा की काशी की पहली धार्मिक न्यूज़ पोर्टल “मोक्ष भूमि” की यह जानकारी दूसरे सनातनी को मिल सके





“विशेष में” गुप्त नवरात्र

Gupt navratr : कैसे हुआ देवी त्रिपुर सुंदरी का जन्म, कहाँ है इनका दिव्य धाम

Gupt Navratri : गुप्त नवरात्र के दूसरे दिन पूजे जाने वाली महाविद्या तारा देवी की कैसे हुई थी उत्पत्ति ? कहाँ है मंदिर, क्या है पौराणिक कथा

Gupt navaratr : नवरा‍त्रि की 10 देवियां की पहली देवी है काली, जानिए माता से जुड़ी सभी जानकारियां

गुप्त नवरात्र की सम्पूर्ण जानकारी, नामकरण, महत्व, दस देवियों की आराधना और पूजा की विधि

Magh Gupt Navratri 2024 : गुप्त नवरात्रि 10 फरवरी से, पूरे नौ दिन होगी माता की आराधना


नवीनतम जानकारियां

Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी के दिन इस दिशा में स्थापित करें सरस्वती यंत्र, बनगे सभी काम

Mauni amavasya : मौनी अमावस्या के दिन जरूर करें मौन स्नान, मोक्ष की हो सकती है प्राप्ति

First Solar Eclipse 2024: कब लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण ? जानें कहाँ दिखेगा कहाँ नहीं…

Saraswati puja : सफलता में आने वाली बाधाएं दूर करने हेतू घर में रखे मां सरस्वती की तस्वीर

आखिर क्यों भोजन के समय बात करने की होती है मनाही? जानें क्या कहता है शास्त्र

जानिए मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद क्यों टूट जाता है सामने रखा शीशा?
2024
Makar Sankranti : मकर संक्रांति पर क्यों खाते हैं ‘खिचड़ी’ ? क्या है इसके पीछे का कारण ? जानिए किन किन ग्रहों का होता है कनेक्शन

सफला एकादशी : भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा-अर्चना से होगी मनोकामना पूर्ण, व्रत से मिलती है कार्य सिद्धि

Eksloki ramayan : एकश्लोकी रामायण में मात्र एक श्लोक में संपूर्ण राम कथा

शनि देव के प्रिय इस पौधे के हैं अनगिनत फायदे, मां लक्ष्मी की कृपा से बदल जाते हैं दिन

मकर संक्रांति : राशि के अनुसार दान करने से मिलता है दान का सौ गुना लाभ, अभी से कर लेंगे तैयारी …

जानें आखिर शिव मंदिर में क्यों बजाते है ताली, ये है पौराणिक महत्व

अयोध्या के 5 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में शराब बिक्री पर प्रतिबंध के बाद काशी के पंचकोशी क्षेत्र को मांस मदिरा से मुक्त क्षेत्र घोषित करने की मांग तेज, cm को लिखा पत्र

Ullu : आपके घर पर यदि दिखा है उल्लू, तो जानिए क्या है इसके मायने ?

Lord Dattatreya : जयंती पर जानिए भगवान दत्तात्रेय के तीन मुख का रहस्य ओर इनके 24 गुरुओं के नाम

वर्ष 2024 के कैलेंडर लगाने से पहले वास्तु को भी जान लें, पुरे वर्ष बनी रहेगी समृद्धि

Rashifal 2024: इन राशियों के जीवन में आएगा बड़ा बदलाव, किस्मत करवट लेने को है तैयार

जब विष्णुजी के शरीर से कन्या का हुआ जन्म, जानिए कैसे उत्पन्न हुई एकादशी ?

भैरव को प्रसाद में शराब का चढ़ावा, षड्यंत्र है या परंपरा ? जानिए क्या है धर्म ग्रंथ में

Astro guru : इन तीन राशि के जातकों का साल 2024 रहेगा शानदार, जानिए कौन है इसका कारक

Vastu shastra : कहां रखना चाहिए झाड़ू…? गलत जगह झाड़ू रखने से क्या होता है..

वास्तु : घर में दो शमी के पौधे रखना ठीक या गलत, जानें इसकी दिशा और ख़ास बातें

जानिये, मांसाहारी को पुराण में क्यों कहा गया है महापापी , कौन 6 लोग होते है जीव हत्या में महापाप के भागी

हनुमान जन्मोत्सव : भगवान शिव के 11वाँ रूद्र अवतार प्रभू हनुमान का दो बार क्यों मनाया जाया है जन्मोत्सव, जानिए इससे जुड़ी कथा

Ahoi ashtami : संतान प्राप्ति में हो रही है देरी, नहीं ठहरता है गर्भ, इस व्रत से मिलेगी सफलता

Papankusha Ekadashi : इस कथा के पाठ से होती है 1000 अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति




चाणक्य की बातें

चाणक्य की बातें : इन 4 तरह के आदतों के लोगों को हमेशा अपने घर से रखे दूर , वरना …

Chanakya ki bat : जीवन में होने लगे ऐसी घटनाएं तो समझ लें मां लक्ष्मी हैं क्रोधित, आर्थिक संकट है नजदीक

थोड़ा नुकसान उठा लीजिए, मगर जीवन में इन 7 लोगों से कभी मदद मत मांगिए


कथाएं रामायण की ..

Ramayan : श्री राम के अलावा इन योद्धाओं के हाथों मरते-मरते बचा था रावण


कथाएं महाभारत की ..

Mahabharata : क्या गांधारी के श्राप के कारण अफगानिस्तान का हुआ है ये हाल ?

महाभारत से : जानिए रहस्य, आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को

Mahabharat Katha: किस श्राप के कारण अर्जुन बन गए थे किन्नर?

क्या चीर हरण के समय द्रौपदी रजस्वला थी ? जानिये ‘बोल्ड’ द्रौपदी से जुडी पूरी बातें

जानिये किसका अवतार थीं लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला

जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…

कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र

महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध

जानिए पांडवो के स्वर्ग जाने की कथा, किन वजहों से पांचो पांडव बारी बारी नीचे गिरकर मृत्यु को प्राप्त हुए

निर्जला एकादशी : जानिए जब युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा था एकादशी व्रत की जानकारी, फिर ..


Author: Admin Editor MBC

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!