द्वितीय दिवस: मां गंगा तट पर ज्ञानवापी शिव महापुराण कथा का
द्वितीय दिवस: मां गंगा तट पर ज्ञानवापी शिव महापुराण कथा का
प्रख्यात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने आज की कथा में कहा कि देवाधिदेव महादेव पर नित्य एक बेलपत्र व एक लोटा जल चढ़ाने से मनुष्य के जीवन की सभी समस्याओं का हल हो जाता है। रमना-मलहिया में विश्व सुंदरी पुल के नीचे मां गंगा के तट पर श्री विट्ठल सेवा समिति के तत्वाधान में काशी वासियों के सहयोग से आयोजित सप्ताह व्यापी ज्ञानवापी शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन बोल रहे थे। श्री शिवाय नमस्ते नमस्तुम्यम् मंत्र अथवा नमः शिवाय ऊॅ0 नमः शिवाय मंत्र का जाप करने से जीवन में कोई भी समस्या निकट नहीं आती। जिस भाव से बाबा का स्मरण किया जाए वैसे ही उसकी प्राप्ति होती है।
शिवलिंग ही महादेव है उनमें भगवान श्री गणेश जी, कार्तिकेय, मॉं पार्वती व उनकी पांचों बेटियों की उपस्थिति है। शिवलिंग पर चढ़ाया गया जल समग्र शिव परिवार तक पहुंच जाता है। ब्रह्मा विष्णु महेश में कोई भेदभाव नहीं है। भगवान का स्मरण जो मनुष्य छल से नहीं करेगा उसका अवश्य कल्याण होगा। आगे बताया कि भगवान विष्णु ही नारायण है और नारायण ही सत्यनारायण हैं। सत्यनारायण की कथा मनुष्य के सभी कष्टों का निवारण कर देती है।
पूज्य पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि ब्रह्मा जी के रक्त से ही कर्मनाशा नदी बनी है। कर्म कर्मनाशा के जल का उपयोग हानिकारक है इससे बचना चाहिए आप ने बताया कि झूठ बोलने से पुण्य का छय होता है इसलिए कभी किसी को झूठ नहीं बोलना चाहिए और कर्ज नहीं लेना चाहिए व्यासपीठ के पूज्य पंडित प्रदीप मिश्रा ने भारत एवं काशी की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि इंग्लैंड में जब एक स्कूल था तो भारत में 7 लाख 32 हजार गुरुकुल थे और आधा गुरुकुल काशी में था। आपने भारत में मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में भी कराने के लिए श्री अमित शाह जी को बधाई दी।
कथा से पूर्व व्यासपीठ का पूजन व आरती कथा के मुख्य यजमान कौशल कुमार सिंह, गीता सिंह, निधि अग्रवाल, संजय केसरी, संजय महेश्वरी, आत्मा विशेश्वर, नीरज केसरी, डॉ रमेश पांडेय आदि ने किया कार्यों का संचालन श्री आशीष वर्मा ने किया। पूज्य पंडित प्रदीप मिश्रा ने आज प्रातः काशी विश्वनाथ व काल भैरव का दर्शन पूजन किया।
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