ज्ञानवापी शिव महापुराण कथा तृतीय दिवस
करवा चौथ व्रत से ज्यादा प्रेम से बोलने पर पति की उम्र बढ़ती है कर्म में बीमारी व रिक्शा टन से मुक्ति सुनिश्चित होती है– पंडित प्रदीप मिश्रा
– पति की दीर्घायु के लिए करवा चौथ का व्रत से ज्यादा जरूरी प्रेम से बोल है
परस्पर एक-दूसरे का आदर आपसी सामंजस्य वह सद्भाव से दांपत्य जीवन के साथ परिवार में भी सुख खुशहाली आती है ऐसे परिवार में तनाव नहीं होगा और शुगर व बी.पी. जैसी बीमारी से भी बचा जा सकता है l
जय मां गंगा के तट पर विश्व सुंदरी पुल के नीचे मलहीया( रमना )में हो रही सप्ताह व्यापी ज्ञानवापी शिव महापुराण कथा के तृतीय दिवस भक्तों को कथा अमृत का पान करा रहे थे l
आपने कहा कि दांपत्य जीवन में खुशहाली के लिए एक दूसरे में जिद वह क्रोध को स्थान नहीं मिलना चाहिए ऐसी स्थिति में तलाक हो जाने पर अदालत ने भी राजीनामा तब होता है जब कोई अपनी जिद छोड़ता है अन्यथा अमूल्य जीवन का अमूल्य समय धन और ऊर्जा नष्ट हो जाती है l अपने बताएं कि आजकल 25 से 30 उम्र में बहुत से लोग परिणय सूत्र में बंधते हैं और चार-पांच वर्ष में या उसके बाद दूसरों के चढ़ाने पर एक दूसरे से अलग हो जाते हैं l जीवन में तरह तरह के तनाव को बीमारी बढ़ती है बाद में समस्या का हल होते होते जीवन निरर्थक हो जाता है इससे बचना चाहिए l
आपने कहा कि आज विकारी और बीमारी बहुत बढ़ रही है जिसे अच्छे कर्मों के द्वारा दूर किया जा सकता है उदाहरणार्थ एक आदमी बीमार था घर में पड़े-पड़े और बीमार हो गया उधर उसकी फैक्ट्री में भी वर्कर्स के काम ना करने से उकसान हो रहा था किसी ने उस व्यक्ति को बताया कि उसकी फैक्ट्री व घर के बीच 8 किलोमीटर की दूरी में सोने का मुर्गा है जिसे देखने के लिए वह पैदल निकल निकला और अपनी फैक्ट्री पहुंच गया वहां देखा सभी कर्मी आराम फरमा रहे थे उसे देखकर काम पर लगा गए मालिक सोने के मुर्गे की खोज में रोज आने लगा परिणाम स्वरुप वह पूरी तरह स्वस्थ हो गया और फैक्टरी सोने का अंडा देने लगी इसी तरह भिकारी भिक्षाटन की बजाय कुछ भी काम करके खाने का संकल्प ले ले तो अपने कर्म से अपना जीवन स्वाभिमान से जी सकते हैं l
पूज्य पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि बेटियों की शादी के बाद मायके वालों को अनावश्यक हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए बेटियों को भी मायके अथवा कहीं भी बार-बार नहीं जाना चाहिए इससे उनकी इज्जत कम हो जाती है वहीं यदि महादेव के दरबार में जितनी बार हाजिरी लगाएंगी उनकी इज्जत उतनी ही बढ़ जाएगी l साथ ही किसी की भी निंदा वह बुराई करने से बचना चाहिए आपने कहा कि मानव जीवन अत्यंत कठिन है यदि वह मिल भी जाए तो अविरल भक्ति मुश्किल है हम सौभाग्यशाली हैं जो भगवान भक्ति में लगे हैं l
पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि किसी को भी गुरु बनाने से ज्यादा जरूरी है उसकी बात मानना आपने कहा कि भगवान पर जिसका भरोसा है उसे किसी भी अस्त्र-शस्त्र की जरूरत नहीं है l
इस मौके पर पधारे विशिष्ट अतिथि जगद्गुरु डॉक्टर चंद्रशेखर शिवाचार्य महास्वामी ने कहा कि काशी में पंडित प्रदीप मिश्रा स्वयं शिव होकर शिव की रचना कर रहे हैं जिसका संसार वासियों पर अच्छा प्रभाव पड़ रहा है l आप ने बताया कि ओम नमः शिवाय सभी विधाओं का सहार है किंतु जो मनुष्य यह भी ना बोल सके वह शिव शिव बोलकर 64 विधाओं का फल प्राप्त कर सकता है हर व्यक्ति में शिव है शिव की प्रिय नगरी है काशी यहां शिव की कथा शिव ही कहते हैं और शिव ही सुनते हैंl पंडित प्रदीप मिश्रा बार-बार यहां हाय और कथा अमृत का पान कराते रहें l
इस मौके पर मध्यप्रदेश के अशोकनगर गुना के सांसद कृष्ण पाल सिंह यादव ने महादेव की महत्ता जन जन तक पहुंचाने के लिए पंडित प्रदीप मिश्रा जी की स्तुति की l
इस अवसर पर भाजपा उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी सुशील ओझा जिला महानगर के अध्यक्ष विद्यासागर राय ने व्यासपीठ की पूजा अर्चना की l
प्रारंभ में कथा से पूर्व पूज्य पंडित प्रदीप मिश्रा ने व्यास पीठ का पूजन किया तत्पश्चात गुरु वंदन हुई अंत में व्यासपीठ की आरती कथा के मुख्य यजमान कौशल कुमार सिंह, गीता देवी, निधि सिंह, संजय केसरी आत्मा विशेश्वर, संदीप केसरी, नीरज केसरी, शोभित यादव, बीना देवी, प्रदीप मानसिंहका, संजय महेश्वरी, वासुदेव अग्रवाल आदि अनेक लोग ने किया कथा का संचालन आशीष वर्मा ने किया l
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