मिथुन में गोचर कर मंगल बनाएंगे शनि के साथ षडाष्टक योग, इन 5 राशियों पर पड़ेगा शुभ असर जबकि इन 4 राशियों पर विपरीत
मिथुन में गोचर कर मंगल बनाएंगे शनि के साथ षडाष्टक योग, इन 5 राशियों पर पड़ेगा शुभ असर जबकि इन 4 राशियों पर विपरीत
कुंडली में मंगल का प्रभाव
मंगल के प्रभाव से ही जातक में साहस, ऊर्जा और आत्मबल प्रभावित होता है। ऐसे में जिसकी कुंडली में मंगल की स्थिति मजबूत हो तो, वो जातक एक योद्धा की भांति अपने जीवन में आने वाली हर समस्या से निजात पाने में सक्षम रहता है। मंगल का बलवान होना, जातक को अपने शत्रुओं पर विजय दिलाता है और ऐसे व्यक्ति अपने हर कार्य को ऊर्जा पूर्वक व आक्रामकता के साथ पूरा करने के लिए तत्पर दिखाई देते हैं।
जबकि इसके विपरीत अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति कमज़ोर या निर्बल हो तो, इससे जातक के जीवन में कई समस्या उत्पन्न हो सकती है। ऐसे व्यक्तियों के साथ किसी कारणवश कोई दुर्घटना होने की आशंका अधिक रहती है। वहीं यदि किसी जातक की जन्म कुंडली में मंगल पीड़ित हो या मांगलिक दोष हो तो उसके कारण उसे विवाह में देरी के साथ-साथ दांपत्य जीवन में कई समस्या हो सकती हैं। पीड़ित मंगल जातक के शत्रुओं की संख्या में इजाफा करने के साथ-साथ ज़मीन संबंधी कोई कोर्ट केस या क़र्ज़ का बोझ बढ़ा सकता है।
ज्योतिष में मंगल ग्रह
अग्नि तत्व ग्रह मंगल का स्थान समस्त ग्रहों में से महत्वपूर्ण हैं, जो प्राकृतिक रूप से दूसरे ग्रहों की तुलना में गर्म है। राशियों की बात करें तो, मेष और वृश्चिक राशि पर मंगल ग्रह का आधिपत्य है। वहीं मकर राशि उनकी उच्च और कर्क उनकी नीच राशि होती है। ग्रह मैत्री के अनुसार सूर्य और चंद्रमा, मंगल के मित्र ग्रह होते हैं। जबकि बुध, मंगल के शत्रु ग्रह हैं।
मंगल के गोचरकाल की अवधि
मंगल ग्रह को एक राशि से दूसरी राशि में जाने में लगभग 45 दिनों का समय लगता है। अब यही ऊर्जा, बड़े भाई, जमीन-भूमि, शक्ति, साहस, पराक्रम, क्रोध, शौर्य आदि के कारक ग्रह मंगल एक बार फिर वृषभ राशि से निकलकर Aaj16 अक्टूबर 2022, रविवार दोपहर 12 बजकर 04 मिनट पर दूसरी राशि में अपना गोचर करेंगे। जहाँ वे अपने शत्रु ग्रह बुध की मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में मंगल के मिथुन राशि में प्रवेश करने से जहाँ देशभर में बदलाव आएंगे, वहीं इस गोचर का प्रभाव सभी राशि के जातकों पर भी पड़ने वाला है।
तो चलिए अब जानते हैं कि मंगल के इस ख़ास गोचर का समस्त राशियों पर प्रभाव:-
मंगल यंत्र को विधि अनुसार स्थापित कर पाएँ मंगल ग्रह के शुभ फल!
इन 5 राशियों पर पड़ेगा शुभ असर
मेष राशि
सिंह राशि:
मकर राशि:
मीन राशि:
इन 4 राशियों पड़ पड़ेगा प्रतिकूल असर
मिथुन राशि:
तुला राशि:
वृश्चिक राशि:
धनु राशि:
इन सरल उपायों से करें मंगल के प्रतिकूल प्रभावों को दूर
भगवान नरसिंह जी के अवतार की कथा सुने या पढ़ें व उनकी हर मंगलवार उपासना करें।
मंगल ग्रह के बीज मंत्र “ॐ भौमाय नमः” की रोज़ाना कम से कम एक माला का जाप करें।
हर मंगलवार व्रत का पालन करें और भगवान हनुमान जी के मंदिर जाकर उनके दर्शन करें।
गरीबों व ज़रूरतमंदों में जूते-चप्पल दान करें।
श्री हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करना भी आपके लिए उत्तम रहेगा।
बंदरों में केले बांटे।
भगवान कार्तिकेय की आराधना करें।
लाल मसूर, खांड, सौंफ, मूंग, गेहूं, लाल कनेर का पुष्प, तांबे के बर्तन, गुड़ आदि का गरीबों में दान करें।
Jyotishacharya: Dr Umashankar Mishr
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