देव दीपावली पर भी ग्रहण का असर, 1 दिन पूर्व मनाई जाएगी कार्तिक पूर्णिमा, चमत्कारी फल के लिए तुलसी मां करें ऐसे पूजन
कार्तिक का महीना अत्यंत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। हमारे हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि प्रत्येक कार्तिक पूर्णिमा पर सत्यनारायण तथा लक्ष्मी मां की पूजा का विधान है। इस बार चुकी ग्रहण लग रहा है जैसे कि दीपावली पर्व मनाया गया चौदस पर, उसी तरीके से कार्तिक पूर्णिमा का पर्व भी इस बार 1 दिन पहले अर्थात 7 तारीख दिन सोमवार को अश्विनी नक्षत्र में मनाया जाएगा ।पूर्णिमा 7 नवंबर को शाम 4:00 बजे से लग जाएगी जो 8 नवंबर मंगलवार को 4:30 बजे तक रहेगी।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी मां के विशेष पूजन-अर्चन का विधान
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी मां के विशेष पूजन का भी विधान माना गया है। इसमें 31 पुड़िया बनाकर उसमें हलवा रखकर तुलसी मां को चढ़ाया जाता है। और इस दिन भगवान विष्णु मां लक्ष्मी का भी विधिपूर्वक पूजन किया जाता है। और सत्यनारायण भगवान की कथा सुनी जाती है। पूर्णिमा की पूजा में मखाने की खीर का भी विशेष महत्व होता है। इस खीर से तुलसी मां को भोग लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है ।पूर्णिमा के दिन तुलसी की जड़ को दूध से सिंचाई करने का भी विधान है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन तुलसी मैया का जो भी मनुष्य दूध से सिंचाई करता है उसके जीवन में धन आगम के मार्ग बनते हैं। तथा सुख सौभाग्य में दिन-प्रतिदिन वृद्धि होती है। कार्तिक पूर्णिमा एक ऐसा पर्व है जिस दिन से समस्त मांगलिक कार्यों का भी शुभारंभ हो जाता है।
शालिनी त्रिपाठी
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