अचानक माता के दर्शन मात्र से सभी कार्य सिद्ध होते हैं अचानक से, जानिए इस प्राचीन मंदिर का रहस्य..
काशी की हर गलियों में घंटे और शंख की गूंज बरबस ही सुनाई पड़ती रहती है। काशी जो कि शिवजी की नगरी मानी जाती है। यहां मां दुर्गा भी अपने विभिन्न विभिन्न रूपों में विराजमान है। इन्हीं रूपों में से एक रूप है अचानक माता का, जो कि काशी के चौखंभा क्षेत्र में स्थित है। इस मंदिर की पौराणिक मान्यता है, कि इनके दर्शन मात्र से भक्तों के सभी कार्य अचानक से सिद्ध हो जाते हैं। यहां लोग दूर-दूर से अपनी मनोकामनाओं को लेकर आते हैं और अचानक माता उन्हें अचानक से पूरा करके उन्हें आशीर्वाद देती हैं।
क्या है इस मंदिर का रहस्य…
अचानक माता को कलयुग की अवतारी देवी भी कहा जाता है। जैसे कि मनुष्य के जीवन में अचानक से घटनाएं घट रही हो और उस पर शिकंजा कसने के लिए तथा जीवन में अचानक से खुशियां लाने के लिए भक्त दूर-दूर से मां की इस अलौकिक रूप का दर्शन पूजन करने आते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त यहां दर्शन पूजन करके अचानक माता से अपनी समस्या कहता है। मां उसका अचानक से ही समाधान भी कर देती है। मन्नत पूरा होने पर वहां के पुजारी से बात करके अपने सामर्थ्य अनुसार बड़े ही विधि विधान से पूजन हवन किया जाता है। अचानक माता के नियमानुसार दर्शन पूजन से भक्तों की सभी बिगड़ी अचानक माता बनाती हैं। यह काशी का ऐसा रहस्यमय मंदिर है जो कि पूरे देश में विश्व विख्यात है।
कहां पर स्थित है यह दिव्य मंदिर..
अचानक माता का मंदिर कोतवाली थाना क्षेत्र के पास सिंधिया घाट संकटा माता मंदिर के समीप में है। काशी में यह मंदिर अत्यंत शुभ फलदाई है तथा माता का अलौकिक रूप मंत्र मुक्त कर देने वाला है। मां को नारियल चुनरी अत्यधिक प्रिय हैं अचानक माता के दर्शन मात्र से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
– शालिनी त्रिपाठी
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