उपाय : शनि प्रकोप से बचाता हैं यह वृक्ष पढ़िए इसकी खासियत
हर वृक्ष और पौधा अपने अंदर विशेष गुण रखता है |उसकी आकृति, रंग, फल, फूल और सुंगध अलग अलग प्रभाव के कारण अलग अलग ग्रह से संबंध रखते हैं |ग्रहों से सम्बन्धित पौधे अगर लगाए और उनका ध्यान रखें और उनकी पूजा करे तो विशेष लाभ होता है |
शनि से संबध रखने वाले पौधे का नाम शमी है |शनि की कृपा प्राप्त करने के लिए और पीड़ा से मुक्त होने के लिए घर में शमी का पौधा सबसे लाभकारी होगा |माना जाता है श्री राम ने लंका पर आक्रमण से पहले इस पौधे की पूजा की थी |पाण्डवों ने अज्ञात वास मे अपने सारे अस्त्र शस्त्र इसी वृक्ष मे छुपाए थे |
इसलिए इस पौधे को अद्भुत शक्ति का प्रतीक माना जाता है |
पौधे की खासियत
शमी का पौधा किसी भी स्थिति में जिवित रह सकता है | अत्यंत शुष्क स्थितियाँ भी इसको नुकसान नहीं पहुंचाती | इसको सुरक्षित रखने के लिए छोटे कांटे होते हैं |और इसके कठोर गुणों को शांत स्वभाव के कारण ही शनि देव से जोड़ा जाता है |
शनि के प्रभाव को कम करने का सबसे अच्छा उपाय शमी के वृक्ष की पूजा बताया गया है |
शमी का पौधे के पूजन से किसी भी काम में रुकावट नहीं आएगी शमी वृक्ष की लकड़ी की यज्ञ के लिए भी पवित्र माना गया है |
भगवान गणेश जी को भी शमी का वृक्ष प्रिय है | शमी की वृक्ष की पत्तियों को समर्पित किया जाता है |
आयुर्वेद में भी शमी की पत्तियों का बहुत महत्व है |
शमी अत्यंत गुणकारी औषधि है | कई रोगों में इस वृक्ष के कई हिस्सों का इस्तमाल किया जाता है |
उत्तर भारत में बिहार और झारखंड में सुबह के समय शमी के वृक्ष के दर्शन को भी शुभ माना गया है |
शमी के कांटों को तंत्र मंत्र बाधा और नकारात्मक शक्तियों के नाश के लिए होता है |शमी वृक्ष के पंचांग ( फूल, पत्ती, जड़, टहनियों, रस) का इस्तेमाल शनि संबंधित दोषों से मुक्ति पाने के लिए किया जाता है |दशहरे पर शमी के वृक्ष के पूजन का विशेष महत्व रखता है |
घर में किस स्थान पर लगाए?</strongç
शमी के वृक्ष को मुख्य द्वार के बाई तरफ लगाए और नियमित रूप से इसकी पूजन से घर में समृद्धी आती है |सरसों के तेल का दीपक जलाये तो शनि दोष खत्म हो जाता है |
जया पाण्डेय
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