Home 2023 कथा का तीसरा दिन : सत्संग ही मनुष्य को सतपथ पर चलना सिखाता है

" मोक्ष भूमि " आपका अभिनंदन करता हैं। धार्मिक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिये।   निवेदन : " मोक्षभूमि " डेस्क को 9889940000 पर व्हाट्सअप कर निशुल्क ज्योतिष,वास्तु, तीज - त्यौहार और व्रत या अन्य समस्या का समाधान पूछ सकते हैं।

कथा का तीसरा दिन : सत्संग ही मनुष्य को सतपथ पर चलना सिखाता है

श्री भक्तमाल कथा का तीसरा दिन

श्रीराम मन्दिर गुरूधाम में जगद्गुरू श्री रामानन्दाचार्य जी के 723 वें जयन्ती के उपलक्ष्य में समायोजित श्रीमद् भक्तमाल कथा के तृतीय दिवस में जगद्गुरू अनन्तानन्द द्वाराचार्य स्वामी डॉ. रामकमलदास वेदान्ती महाराज ने भक्तों की अपार महिमा को गाया। उन्होंने कहा कि भक्तमाल के रचयिता गोस्वामी नाभा दास जी की विलक्षण भगवद् निष्ठापूर्ण रचना किया। व्याख्या करते हुए कहा कि सत्संग ही मनुष्य को सतपथ पर चलना सिखाता है।

मनुष्य को चाहिए वह बचपन से हि श्रेष्ठ सत्पुरूषों की संगति में रहें। कुसंगति में पड़कर अच्छे-अच्छे बुद्धिजीवियों की भी मति भ्रष्ट हो जाति है। महर्षि नारद जी ने पूर्व जन्म की कथा श्रीमद् भागवत में सुनाते हुए कहा है कि वे अपने पिछले जन्म में एक दासी के पुत्र थे। संयोगवष उनकी माँ को संतों की सेवा का सौभाग्य प्राप्त हुआ संतों की संगति में रहने के कारण नारद जी के जीवन में भी अद्भुत प्रभाव पड़ा और वे भगवान के ऐसे भक्त हुए कि उनकी कीर्ति सम्पूर्ण विश्व में छाई हुई है। भक्तमाल के प्रारंभ में यह बात बताई गई है कि संत की अथवा भक्त की कोई जाति पाति नहीं होती जिस मनुष्य के अंदर लोक कल्याण की भावना व परोपकार की निष्ठा है।

वह मनुष्य किसी भी देश व जाति में पैदा हुआ हो उसे पूज्यनीय माना जाता है। जगद्गुरू रामानन्दाचार्य जी के शिष्य सद्गुरू कबीर साहेब व संत शिरोमणि रविदास जी पिछड़ी जातियों में जन्में थे लेकिन आज बड़े-बड़े संत व विद्वान उनका हृदय से आदर करते है। व्यक्ति जाति से नहीं आचरण से पूज्य बनता है। भक्तमाल में ऐसे भी भक्तों का चरित्र है जो कसाई और हिंसक कार्यों में लिप्त थे वे भी संतों के दर्षन मात्र से दया करूणा व सौहार्ध के भण्डार बन गए। तेरहवीं सदी में प्रादुर्भूत हुए रामानन्दाचार्य जी ने देष व धर्म को सुदृढ़ एवं संगठित करने हेतु हिन्दू धर्म में प्रचलित सभी जातियों के लोगों को दीक्षा देकर संत बनाया जो आज दुनिया में प्रसिद्ध है। हमें भी कीर्तिवान बनने के लिए श्रेष्ठ आचरण व भक्ति को अपनाना चाहिए। कथा में खरादी समाज काश्मीरीगंज द्वारा विश्व प्रसिद्ध काष्ठ खिलौने का संग्रह व्यास जी को भेंट की। व्यास पीठ का पूजन व आरती जानकी वर्मा, सुरेश मिश्रा, अखिलेश सिंह व नीतु सिंह ने की। कथा में काफी संख्या में महिला पुरुष भक्त उपस्थित रहे।


हिंदू धर्म के बारे में विस्तार से जानकारी पाने के इच्छुक आदरणीय ” मोक्ष भूमि ” ग्रुप से जुड़ सकते हैं। यहाँ हिंदू देवी-देवताओं की कथाएं, पौराणिक गाथाएं, मंदिर, त्योहार, उत्सव, व्रत संग तमाम विवरण हैं। जो धार्मिक लोगों को पसंद आएगा। आप हमें facebook, इंस्टाग्राम और Twitter पर फॉलो व सब्सक्राइब कर सकते हैं ।

इन्हें जरूर पढ़िए..
सकत चतुर्थी विशेष

गणेश जी की पूजा में ना चढ़ाएं ये सामग्री, जानें क्यों पूजा में वर्जित हैं ये चीजें…

गणेश, सकट या तिलकूट चौथ : जानिए किस शहर में कब होगा चंद्र दर्शन क्यों करती हैं माताएँ ये कठिन व्रत

गणेश जी ने चंद्रमा को दिया था श्राप, जिससे चंद्र देव ने खो दी अपनी चांदनी

जानिए, विघ्नहर्ता भगवान गणेश शंकर-पार्वती के पुत्र तो माता लक्ष्मी से क्या है उनका संबंध

क्या आप जानते है भगवान गणेश का कटा हुआ सिर कहा है, क्या हुआ उस कटे हुए सिर का

गणेश जी ने चंद्रमा को दिया था श्राप, जिससे चंद्र देव ने खो दी अपनी चांदनी

जहां पत्नी रिद्धि – सिद्धि पुत्र शुभ – लाभ संग विराजते हैं गजानन्द


नवीनतम लेख

क्या कथा है सिख समुदाय के पर्व लोहड़ी का, जानिए लोहड़ी पर्व की शुभ मुहूर्त, पूजन विधि संग महत्व जानें

जानिए क्यों है ख़ास 12 संक्रांतियों में से एक मकर संक्रांति…

जानिए कौन थीं भगवान शिव की 5 बेटियां, माता पार्वती क्यों करना चाहती थीं उनका अंत?

जानिए क्या है सूर्य के सात घोड़ों का रहस्य, क्या है इनके महत्व ?

2023 में किस दिन पड़ेगा हिंदू नव वर्ष, जानिए अन्य धर्म के लिए कब होगा नया साल

अशुभ माने जाने वाले खरमास में भी कर सकते हैं ये काम, मिलेगा शुभ परिणाम

जानिए मकरसंक्रांति क्यों मनाया जाता है और क्या है इसका महत्व

खरमास 16 दिसंबर 2022 से : खरमास की पूरी जानकारी, भूल से भी ना करें खरमास में ये कार्य


उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111


दैनिक पंचांग / जन्मदिन राशिफल / जन्मदिन राशिफल

आज का पंचांग 10 जनवरी 2023 मंगलवार

जिनका हैं जन्मदिन 10 जनवरी 2023

आपका दैनिक राशिफल 10 जनवरी 2023 मंगलवार

दैनिक राशिफल 09 जनवरी सोमवार

पंचांग 9 जनवरी 2023 सोमवार

दैनिक राशिफल 08 जनवरी रविवार

साल 2023 में कैसा रहेगा आपका भाग्य, मेष राशि से मीन राशि तक का जानिए वार्षिक राशिफल


प्रसिद्ध देव स्थान

जानिए कौन है दक्षिणामूर्ति शिव, काशी में कहां है स्थित, क्या है महत्ता

गुजरात के श्री कष्टभंजन हनुमान का मंदिर, जहां वो विराजते है 45 किलो स्वर्ण एवं 95 किलो चाँदी के सिंहासन पर

जानिए कौन हैं तीनों लोकों की देवी मां अन्नपूर्णा

काशी का वो पवित्र स्थान जहां विराजते है मोक्ष प्राप्ति करने वालों का मनुष्य का लेखा जोखा रखने वाले भगवान

देव स्थान : ऐसा मंदिर जहाँ चूहा करते हैं भक्तों की मनोकामना पूरी

बृहदेश्वर मंदिर : कई भूकंपों के बाद भी नहीं टूटा यह मंदिर, बगैर नींव के बना है …

काशी में एकमात्र ऐसा मंदिर जहां पूजा करने से दूर होते हैं सफेद दाग जैसे भी असाध्य रोग….


वास्तु – टोटक

घर में फिटकरी रखने से होते हैं ये 15 चमत्कार, आप भी जानें

जानिए, कब और किस देश से जन्‍मदिन पर शुरू हुई मोमबत्ती बुझाने की परंपरा

टोटका : जल्द शादी, धन प्राप्ति, दाम्पत्य जीवन, ग्रह शांति और मनोकामना पूर्ति के लिए गुरुवार को हल्दी से करें ये अचूक उपाय

वास्तु के अनुसार कुछ विशेष धातुओं की मूर्ति ही रखे घर के मंदिर में

टोटका : जल्द शादी, धन प्राप्ति, दाम्पत्य जीवन, ग्रह शांति और मनोकामना पूर्ति के लिए गुरुवार को हल्दी से करें ये अचूक उपाय

सुख-समृद्धि लाता है एक्वेरियम, घर में रखने से पहले जान लें ये नियम

वास्तु के अनुसार आपके सोने का बिस्तर कुछ यूँ होना चाहिए

वास्तु : अपने घर या प्रतिष्ठान में लगाए कुबेर का पौधा, ये मिलेगा चमत्कारी परिणाम

वास्तु : जानिये काले चावल के उपाय जो आप में ला देगा बदलाव

वास्तु : अपने घर या प्रतिष्ठान में लगाए कुबेर का पौधा, ये मिलेगा चमत्कारी परिणाम

वास्तु : घोड़ा के नाल से न सिर्फ सुख-समृद्धि आती है बल्कि बचाती है बुरी नजर से भी

यदि आपके दाम्पत्य जीवन में है कुछ खटास तो करें ये उपाय, होगा सुखी वैवाहिक जीवन

परेशानियों से छुटकारा का उपाय है पवित्र पीपल पेड़, जानिए क्या है उपाय


खबरों के लिए क्लिक करें – https://innovest.co.in


यदि आप सनातनी है तो काशी की नष्ट हो रही ऊर्जा को बचाने के लिए अभियान में आप के साथ की जरूरत है। कृपया सम्पर्क करें… 9889881111, 8765000123

डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।

Author: Admin Editor MBC

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!