Home 2023 जब श्री कृष्ण ने धरा था मां काली का रूप, आखिर क्यों…

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जब श्री कृष्ण ने धरा था मां काली का रूप, आखिर क्यों…

श्री कृष्ण और राधा रानी से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं। इन्हीं में से एक है श्री कृष्ण की मां काली बनने की कथा। माना जाता है कि एक बार राधा रानी को उनके माता-पिता से बचाने के लिए श्री कृष्ण ने मां काली का रूप धारण किया था।

कथा के अनुसार, एक बार श्री कृष्ण और राधा रानी यमुना के तट पर रास रचा रहे थे। वहां अन्य गोपियां भी मौजूद थीं और रास का आनंद उठा रही थीं।

रोजाना श्री राधा रानी गोपियों समेत भोर में ही रास रचाने और कन्हैया से मिलने आ जातीं और फिर सूर्योदय की पहली बेला में वापस लौट जातीं।

ऐसा इसलिए ताकि श्री कृष्ण और राधा रानी अपनी लीला भी रचा सकें और समस्त ब्रजवासियों के समक्ष मर्यादा का उदाहरण भी कायम रहे।

एक दिन रास में श्री राधा रानी श्री कृष्ण को देख इस तरह मोहित हुईं कि समय का पता ही नहीं चला और यमुना किनारे धीरे-धीरे लोग पानी भरने आने लगे।

अन्य किसी का तो ध्यान नहीं गया लेकिन ऐसा कहा जाता है कि श्री राधा रानी के पति, उनके ससुर और उनकी ननद ने उन्हें श्री कृष्ण के साथ देख लिया था।

श्री कृष्ण के साथ रास रचाते देख उनके ससुराल वाले दौड़े-दौड़े राधा रानी के माता-पिता और नंदबाबा एवं यशोदा मैय्या के पास पहुंचे।

वहां एक गोपी मौजूद थी जिसने साड़ी बातें सुनी और राधा रानी को जाकर फौरन बताई जिसके बाद राधा रानी ने कृष्ण से सहायता मांगी।

तब श्री कृष्ण ने राधा रानी को बचाने के लिए मां काली का रूप धारण कर लिया और राधा रानी के समक्ष प्रकट हो गए।

जब राधा रानी और कृष्ण के परिवार के सभी सदस्य पहुंचे तो उन्होंने श्री राधे को मां काली रुपी कृष्ण की पूजा करते देखा।
सभी को लगा कि राधा रानी मां काली की पूजा कर रही हैं और श्याम वर्ण यानि कि काला रंग होने के कारण राधा रानी के पति को भ्रम हो गया।

सभी वहां से लौट गए और श्री कृष्ण अपने मूल रूप में वापस गाए। असल में यह एक लीला ही थी जो श्री कृष्ण और राधा रानी ने मिलकर रची थी।


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Author: Admin Editor MBC

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