आज का पंचांग, 15 फरवरी 2023, बुधवार
आज फाल्गुन मास की नवमी तिथि और दिन बुधवार है। आज का दिन मां सरस्वती को समर्पित है। इसलिए अच्छी शिक्षा, ज्ञान, बुद्धि के लिए आज के दिन मां सरस्वती का सफेद पुष्पों से पूजन करें और नील सरस्वती स्तोत्र का पाठ करें। जिन बच्चों का पढ़ने में मन नहीं लग रहा है उनके माता या पिता आज सरस्वती माता का पूजन करें।
आज का पंचांग
विक्रम संवत : 2079
शालिवाहन शके : 1944
मास : फाल्गुन कृष्ण पक्ष
ऋतु : शिशिर
अयन : उत्तरायण
तिथि : नवमी प्रातः 7.38 तक पश्चात दशमी
नक्षत्र : ज्येष्ठा रात्रि 12.45 तक
योग : व्याघात प्रातः 9.59 तक
करण : गर प्रातः 7.38 तक
सूर्योदय : 7.00.09
सूर्यास्त : 6.21.44
दिनकाल : 11 घंटे 21 मिनट 34 सेकंड
रात्रिकाल : 12 घंटे 37 मिनट 45 सेकंड
चंद्रास्त : दोपहर 1.02
चंद्रोदय : रात्रि 3.14
आज की ग्रह स्थिति
सूर्य राशि : कुंभ
चंद्र राशि : वृश्चिक रात्रि 1.45 तक पश्चात धनु
मंगल : वृषभ में
बुध : मकर में
गुरु : मीन में
शुक्र : कुंभ, रात्रि 8.01 से मीन में
शनि : कुंभ में अस्त
राहु : मेष में
केतु : तुला में
शुभ समय दिन के
लाभ : प्रातः 7.00 से 8.25
शुभ : प्रातः 11.16 से दोपहर 12.41
लाभ : सायं 4.57 से 6.22
शुभ समय रात्रि के
शुभ : सायं 7.56 से रात्रि 9.31
अमृत : रात्रि 9.31 से 11.06
त्याज्य समय
राहु काल : दोप 12.41 से 2.06
यम घंट : प्रात: 8.25 से 9.51
आज विशेष :
आज का शुभ रंग : हरा, सफेद
आज के पूज्य देव : मां सरस्वती
आज का मंत्र : ॐ ऐं
दिशाशूल
दिशाशूल उत्तर दिशा में रहेगा। इसलिए उत्तर की ओर यात्रा करना टालें। आवश्यक हो तो तिल खाकर घर से निकलें। गणेशजी के दर्शन करें।
आज का विशेष उपाय
आज का दिन मां सरस्वती को समर्पित है। इसलिए अच्छी शिक्षा, ज्ञान, बुद्धि के लिए आज के दिन मां सरस्वती का सफेद पुष्पों से पूजन करें और नील सरस्वती स्तोत्र का पाठ करें।
जिन बच्चों का पढ़ने में मन नहीं लग रहा है उनके माता या पिता आज सरस्वती माता का पूजन करें। अपने सामने एक चांदी की कटोरी में थोड़ा सा जल भरकर रखें। ॐ ऐं मंत्र की 11 माला स्फटिक की माला से जप करें। यह जल बच्चे को पिला दें। लगातार 41 दिन यह प्रयोग करें। बच्चा पढ़ने लगेगा।
इन्हें भी पढ़िए..
भगवान शिव को बेलपत्र है बेहद प्रिय, जानिए शिवलिंग पर चढ़ाने का तरीका और उसके फायदें
ज्योतिष के अनुसार माथे पर चंदन का तिलक लगाने के फायदे
साल का पहला सूर्य ग्रहण, राशियों पर क्या होगा प्रभाव
पौराणिक कथा : भगवान शिव का नाम त्रिपुरारी कैसे पड़ा
इस स्थान पर होती है शिवलिंग की रात में पूजा, जानें इसकी वजह
किनको और क्यों रखना चाहिए शिखा या चोटी, मिलता हैं ये लाभ…
भगवान विष्णु, राम और कृष्ण की तरह क्यों नहीं लगता महादेव के आगे ‘श्री’
दैनिक पंचांग / राशिफल
आज का राशिफल 14 फरवरी 2023 मंगलवार
आज का पंचांग 14 फरवरी 2023 मंगलवार
साप्ताहिक राशिफल 13 -19 फरवरी : जानिए ग्रहों के चाल से कैसा रहेगा यह सप्ताह
जिनका आज जन्मदिन है 13 फरवरी, कुछ ऐसा रहेगा यह वर्ष…
आज का पंचांग, 13 फरवरी 2023, सोमवार
आज का राशिफल, 13 फरवरी 2023, सोमवार
अवश्य पढ़िए..
जानें शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में क्या है अंतर
इस साल 7 या 8 मार्च, किस दिन खेली जाएगी होली? जानें होलिका दहन का सही मुहूर्त
जानिए क्या है फाल्गुन मास का धार्मिक महत्व, किनका करें पूजा…
ये हैं आज से शुरू हुए हिंदी कैलेंडर के अंतिम मास फागुन की ख़ास बातें
आज से शुरू हो रहा है फाल्गुन माह, जानें महत्त्व, नियम और पूजा विधि
यदि हैं आज कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान, राहत के लिए आजमाये ये उपाय
छिड़कें दो चुटकी नमक, मिलेगा जोरदार तरक्की आपको अपने करियर में
शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव
कुछ ऐसा रहेगा आपका फरवरी में ग्रह चाल , जानिए अपने राशि का हाल
ये है फरवरी माह के व्रत, त्योहार और छुट्टी की लिस्ट, जानिए कब है महाशिवरात्रि ?
पौराणिक कथाएं
आखिर क्यों अपने ही बेटे के हाथों मारे गए थे अर्जुन
पत्थर रूप में ही क्यों शिंगणापुर में प्रकट हुए शनि पढ़िए पुरी कहानी
उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111
डिसक्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।
Leave a Reply