नई दुल्हन को काले कपड़े पहनने की क्यों होती है मनाही, जानें सही वजह
आपने अक्सर घर के बड़े बुजुर्गों को ऐसा कहते हुए सुना होगा कि शादी के तुरंत बाद दुल्हन को काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए। दरअसल ज्योतिष में ऐसा कहा जाता है कि शादी के बाद कुछ रंग पहनने से शुभता आती है और कुछ विशेष रंगों को न पहनने की सलाह दी जाती है। खासतौर पर नई दुल्हन को हमेशा लाल, गुलाबी, नारंगी और पीले रंगों का ही चुनाव करने के लिए कहा जाता है। जबकि काले और सफ़ेद रंगों से दूर रहने की सलाह दी जाती है। जानते हैं इसकी वजह..
काला रंग क्यों नहीं
हिन्दू धर्म में विवाह बहुत शुभ, धार्मिक और पवित्र संस्कार माना गया है। यह सोलह संस्कारों में से महत्वपूर्ण है। जहां तक रंग की बात की जाए तो दूल्हा और दुल्हन शादी के समय कुछ विशेष रंगों को पहनने की सलाह दी जाती है। असल में काला रंग नीरसता, परेशानी और शोक का प्रतीक है इसलिए इस रंग के कपड़े न पहनने की सलाह दी जाती है। यदि हम मनोवैज्ञानिक दृष्टि से भी देखें तो काला रंग निराशा का प्रतीक होता है। वहीं कुछ अन्य रंग जैसे लाल को शुभता का प्रतीक माना जाता है। इसी वजह से दुल्हन को लाल रंग पहनने की ही सलाह दी जाती है।
नकारात्मक ऊर्जा भी
शादी के समय सभी ऐसी कामना रखते हैं कि सब कुछ सकारात्मक हो। इसलिए शादी के दौरान और तुरंत बाद काला रंग न पहनने की सलाह दी जाती है जिससे शुभ काम में ईश्वर का आशीर्वाद बना रहे और कोई नकारात्मक ऊर्जा न आए। मान्यता है कि काला रंग हमेशा नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है, इसलिए यदि शादी जैसे शुभ काम में और शादी के बाद दुल्हन इस रंग से कुछ दिनों तक दूरी बनाए रखने की बात कही जाती हैं।
शादी के दौरान काला रंग पहनने की होती है मनाही
शादी को जीवन का सबसे शुभ संस्कार माना जाता है इसलिए इसमें हमेशा शुभता बनाए रखनी चाहिए। इसी वजह से शादी के समय दूल्हा और दुल्हन को काले रंग के कपड़े न पहनने की सलाह दी जाती है। ज्योतिष में काला रंग अशुभता का प्रतीक माना जाता है और शुभ काम में कोई नकारात्मक दृष्टि न आए इसलिए काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
नई दुल्हन के लिए शुभ रंग
नई दुल्हन के सबसे शुभ रंग लाल ही माना जाता है। इसी वजह से दुल्हन को यह रंग पहनने की सलाह दी जाती है। ये रंग आस -पास के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं और ये जीवन में प्रेम और नई ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करते हैं।
लाल रंग को सूर्य की ऊर्जा का भी प्रतीक माना जाता है और ऐसा कहा जाता है कि विवाह में लाल से मिलते जुलते जैसे नारंगी, पीला, गुलाबी रंग सबसे अच्छे हैं।
नवीनतम जानकारियां ..
नई दुल्हन को काले कपड़े पहनने की क्यों होती है मनाही, जानें सही वजह
शुक्रवार आज गुरु कर रहे हैं गोचर, पढ़िए क्या होगा असर आप के राशि पऱ ?
परेशानियों से बचने के लिए 5 वस्तुएं को सदा रखे तुलसी से दूर
क्या है मंगला आरती ? जानिए महत्व और इससे जुड़ी पहलू
सही दिशा में बैठकर करिये भोजन, मिलेंगे अनेक फायदे
महाभारत का युद्ध : आखिर 18 नंबर से क्या था कनेक्शन, क्यों चला था 18 दिन युद्ध ?
हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत पर इन चार राशियों का चमक उठेगा भाग्य
इस स्थान पर होती है शिवलिंग की रात में पूजा, जानें इसकी वजह
पौराणिक कथाएं
पौराणिक कथा : जानिए आखिर कैसे हुई थी श्री राधा रानी की मृत्यु ?
आखिर क्यों अपने ही बेटे के हाथों मारे गए थे अर्जुन
पत्थर रूप में ही क्यों शिंगणापुर में प्रकट हुए शनि पढ़िए पुरी कहानी
धार्मिक हलचल
दैनिक पंचांग / राशिफल
आज का पंचांग, 24 फरवरी 2023, शुक्रवार
दैनिक राशिफल 23 फरवरी 2023 शुक्रवार
आज का पंचांग, 23 फरवरी 2023, गुरुवार
दैनिक राशिफल 23 फरवरी 2023, गुरूवार
अवश्य पढ़िए..
साल का पहला सूर्य ग्रहण, राशियों पर क्या होगा प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार माथे पर चंदन का तिलक लगाने के फायदे
किनको और क्यों रखना चाहिए शिखा या चोटी, मिलता हैं ये लाभ…
भगवान विष्णु, राम और कृष्ण की तरह क्यों नहीं लगता महादेव के आगे ‘श्री’
इस साल 7 या 8 मार्च, किस दिन खेली जाएगी होली? जानें होलिका दहन का सही मुहूर्त
जानिए क्या है फाल्गुन मास का धार्मिक महत्व, किनका करें पूजा…
ये हैं आज से शुरू हुए हिंदी कैलेंडर के अंतिम मास फागुन की ख़ास बातें
आज से शुरू हो रहा है फाल्गुन माह, जानें महत्त्व, नियम और पूजा विधि
यदि हैं आज कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान, राहत के लिए आजमाये ये उपाय
छिड़कें दो चुटकी नमक, मिलेगा जोरदार तरक्की आपको अपने करियर में
शनि देव को शांत करने के पाँच प्रयोग, पढ़िए ब्रह्म पुराण’ में क्या कहते है शनिदेव
कुछ ऐसा रहेगा आपका फरवरी में ग्रह चाल , जानिए अपने राशि का हाल
ये है फरवरी माह के व्रत, त्योहार और छुट्टी की लिस्ट, जानिए कब है महाशिवरात्रि ?
उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अन्य लेख पढ़ने के लिए साथ ही अपनी सुझाव संग पसंद – नापसंद जरूर बताएं। साथ ही जुड़ें रहें हमारी वेबसाइट ” मोक्ष भूमि – काशी “ के साथ। हमारी टीम को आपके प्रतिक्रिया का इन्तजार है। 9889881111
डिसक्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता को जाँच लें । सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/ प्रवचनों /धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। जानकारी पूरी सावधानी से दी जाती हैं फिर भी आप पुरोहित से स्पस्ट कर लें।
Leave a Reply