कैसा होगा बुधवार से शुरू हो रहे नव संवत्सर में आपका राशि का फल
मेष :
आपके लिए द्वादश स्थान में चतुर्ग्रही और गजकेसरी योग बन रहा है। यह आपके जीवन में नई उम्मीदों का संचार करेगा। नए कार्य प्राप्त होंगे। धन, मान, सुख की प्राप्ति होगी। हालांकि सप्तम का केतु आपके दांपत्य जीवन के लिए उत्तम नहीं है। नव वर्ष में आपकी पारिवारिक स्थिति गड़बड़ा सकती है। आजीविका के साधनों के लिए समय शुभ रहेगा। लंबे समय से अटके काम बन जाएंगे।
उपाय : आप पूरे वर्ष मंगल स्तोत्र का पाठ करें।
वृषभ :
आपके धन-संपत्ति, सुख के लिए नव वर्ष श्रेष्ठ रहने वाला है। एकादशी में बना गजकेसरी और बुधादित्य आपको ऊंचाइयां देगा। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में कड़ी मेहनत के बाद सफलता प्राप्त होगी। राजपक्ष मजबूत रहेगा। सरकारी सेवा क्षेत्र के लोगों को सम्मान, उन्नति मिलेगी। स्वास्थ्य गड़बड़ा सकता है। मन में किसी बात को लेकर घबराहट रहेगी। कई बार अनिर्णय की स्थिति भी रहेगी।
उपाय : आप पूरे वर्ष भगवान गणेश की आराधना करें।
मिथुन :
आपके लिए नव संवत्सर नए-नए कार्य और शुभ समाचार लेकर आ रहा है। केंद्र स्थान दशम में बना गजकेसरी योग आपको परिवार और समाज में प्रतिष्ठा सम्मान दिलवाएगा। जो लोग अब तक आपसे रूठे हुए थे वे भी आपके आगे-पीछे घूमेंगे। संपत्ति और धन के लिए वर्षशुभ रहेगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। घर-परिवार में मांगलिक प्रसंग आएंगे। संतान के कार्य उत्तम तरीके से होंगे।
उपाय : आपके लिए आराध्य देव शिवजी हैं।
कर्क :
भाग्य आपका इस वर्ष जोरदार रहने वाला है। जो कार्य करेंगे उसमें अपेक्षा से अधिक सफलता मिलेगी। सुख-संपत्ति, कार्य वृद्धि, नए कार्यों की प्राप्ति होगी। परिवार में महत्व और जिम्मेदारियां बढ़ने वाली हैं। जो लोग विवाहित नहीं हैं उनका विवाह होने के योग बनेंगे। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। माता की ओर से शुभ समाचार मिलेगा। भाई-बहनों के साथ बिगड़े संबंध सुधरेंगे।
उपाय : आपके आराध्य देव शिवजी हैं। नियमित दर्शन-पूजन करें।
सिंह :
आपका राशि स्वामी बृहस्पति के साथ अष्टम में रहेगा। वर्ष शुभ फलदायी रहेगा। उन्नति और सफलता कदम चूमेगी। वाहन, सुख, संपत्ति, नवीन भवन प्राप्त होंगे। भाग्य चमकेगा। अटके कार्य होंगे। परिवार और समाज में महत्व मिलेगा। नए कार्य प्रारंभ करेंगे। नौकरी में बड़ा प्रमोशन हो सकता है। सरकारी सेवा से जुड़े लोगों पर कोई आरोप लग सकता है। सतर्क रहें।
उपाय : आपके आराध्य देव सूर्यदेव रहेंगे।
कन्या :
अद्भुत संयोगों और विशेष सफलतादायी रहेगा आपके लिए नव वर्ष। सप्तम में गजकेसरी और बुधादित्य का संयोग बनेगा। चारों ओर से सफलता मिलेगी। आर्थिक के साथ पारिवारिक दृष्टि से भी समय उत्तम रहेगा। जो चाहेंगे, जैसा चाहेंगे वैसा होगा। पारिवारिक और दांपत्य जीवन दोनों सुखद होंगे। नए कार्य प्रारंभ होंगे। भूमि, संपत्ति, वाहन सुख की प्राप्ति होगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
उपाय : वर्ष में आपके आराध्य देव गायत्री माता हैं।
तुला :
आपके लिए नववर्ष सामान्य रहेगा। अष्टम में सूर्य चंद्र की युति रोगों में वृद्धि करने वाली रहेगी। नेत्र और मस्तिष्क पीड़ा हो सकती है। शत्रु संकट रहेगा। आर्थिक हानि पहुंचाने का प्रयास होगा। जीवनसाथी के साथ टकराव संभव है किंतु प्रेम प्रसंगों में सफलता मिलेगी। सप्तम में शुक्र-राहु की युति व्यापार में हानि का संकेत है। यहां आपके गलत निर्णय के कारण परेशानी उठानी पड़ेगी।
उपाय : आपके लिए आराध्य गणेशजी रहेंगे।
वृश्चिक :
पंचम में बनी चतुर्ग्रही युति आपके लिए शुभ फलदायक है। वर्ष के प्रारंभिक तीन माह थोड़ी परेशानी हो सकती है किंतु बाद में समय शुभ रहेगा। अपने कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए किसी की मदद लेनी पड़ेगी। आर्थिक मामलों में इस वर्ष थोड़ा सतर्क रहना होगा। संपत्ति खरीदेंगे। परिवार में माहौल सुखद रहेगा। दांपत्य की कटुता समाप्त होगी। नए कार्य प्रारंभ करेंगे। पुराने आगे बढ़ेंगे।
उपाय : आप देवी दुर्गा की नियमित आराधना करें।
धनु :
सुख स्थान का गजकेसरी इस वर्ष आपको राजा की तरह सम्मान और प्रतिष्ठा दिलवाएगा। लोग आपकी प्रशंसा करेंगे और आपके साथ जुड़ने के लिए लालायित रहेंगे। सुख-सम्मान, धन, वैभव सबकुछ इस वर्ष मिलने वाला है। कार्य तेजी से पूरे होंगे। सफलता मिलेगी और प्रत्येक कार्य सार्थक होगा। इस वर्ष स्वास्थ्य में कोई बड़ी गड़बड़ी नहीं होगी। दांपत्य मधुर रहेगा। प्रेम संबंध प्रगाढ़ होंगे।
उपाय : आपके आराध्य श्री विष्णु लक्ष्मी रहेंगे।
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मकर :
पारिवारिक जीवन के लिए यह वर्ष संभलकर चलने का है। संबंध बिगड़ेंगे। अपनी बात मनवाने का प्रयास करेंगे तो रिश्ते खराब होंगे। इस वर्ष बीच-बीच में शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर महसूस करेंगे। दांपत्य जीवन के टकराव बढ़ने वाले हैं किंतु आपको शांत भाव से रहना होगा। नौकरी में बदलाव और स्थान परिवर्तन के योग रहेंगे। आर्थिक मसले फंसे रहेंगे। धन आगमन कम होगा।
उपाय : आपके आराध्य श्री हनुमानजी रहेंगे।
कुंभ :
वर्ष शुभ और अनेक उम्मीदें लेकर आ रहा है। द्वितीय भाव में बुधादित्य योग सम्मान और प्रतिष्ठा भरपूर दिलाएगा। अपनी वाणी के प्रभाव से लोगों को वशीभूत करके सफलता के शिखर पर पहुंचेंगे। संपत्ति सुख प्राप्त होगा। अपने बड़े भवन में जाने के योग रहेंगे। परिवार में माहौल सुखद रहेगा। दांपत्य में मधुरता, प्रेम संबंध प्रगाढ़ होंगे। वर्ष के अंतिम तीन माह में स्वास्थ्य में बड़ी खराबी हो सकती है।
उपाय : आपके आराध्य शिवजी हैं।
मीन :
आपके लग्न में गजकेसरी और बुधादित्य योग बना हुआ है। चार शुभ ग्रहों की युति आपके लग्न में होना वर्ष में बड़ी बड़ी सफलताएं दिलाएगा। धन, संपत्ति प्राप्त होगी। नौकरी व्यवसाय में मनमुताबिक सफलता मिलेगी। प्रेम संबंध प्रगाढ़ होंगे। किसी प्रियजन के साथ रहने का अवसर आएगा। किंतु सूर्य की दृष्टि सप्तम पर होने से विवाहितों के दांपत्य में टकराव जारी रहेगा। स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
उपाय : भगवान श्रीकृष्ण की आराधना करें।
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