दुबई में राम मंदिर : रामनवमी पर दर्शन करिये श्री राम दरबार का जानिए क्यों हैं ख़ास
– दुबई से बी पी सिंह
दुबई का पहला मंदिर बीते साल दशहरे पर भक्तों के लिए खुल गया। जहां श्रद्धालु 16 देवी-देवताओं के दर्शन कर सकेंगे। सफेद संगमरमर से बने इस मंदिर के पास ही गुरुद्वारा और चर्च भी हैं।
मंदिर निर्माण में UAE के रूलर्स और कम्युनिटी डेपलपमेंट अथॉरिटी ने अहम भूमिका निभाई। परिसर में डिजिटल लाइब्रेरी और वैदिक लैंग्वेज क्लासेज भी स्थापित हैं।
दीप जलाकर हुआ था उद्घाटन
सहिष्णुता और सह-अस्तित्व मंत्री शेख नाहयान बिन मुबारक अल नाहयान ने मंदिर में दीपक जला कर उद्घाटन किया था । मुख्य प्रार्थना कक्ष में रिबन काटने से इस आयोजन की शुरुआत हुई। इस मौके पर शेख नाहयान के साथ UAE में भारतीय राजदूत संजय सुधीर ने भी थे । हिंदू मंदिर दुबई के ट्रस्टी राजू श्रॉफ के साथ लगभग 200 लोगों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
पहला मंदिर छह दशक पहले
दुबई में करीब 64 साल पहले एक हिंदू मंदिर का निर्माण हुआ था। बुर दुबई में स्थित उस मंदिर में भगवान शिव और कृष्ण की स्थापना हुई है। लेकिन यह अब तक का सबसे विशाल मंदिर है। जबेल अली में साल 2012 में एक भव्य गुरुद्वारा बनाया गया था। मंदिर के अधिकारियों की मानें तो यह मंदिर 70,000 स्क्वॉयर फीट के हिस्से में फैला है और दो मंजिला है।
27 एकड़ भूमि, 880 करोड़ रुपये की लागत
सनातन धर्म की वसुधैव कुटुंबकम की संस्कृति को परिभाषित करती दुबई में करीब 880 करोड़ रुपये की लागत से 27 एकड़ भूमि में निर्मित हिंदू मंदिर भव्यता की प्रतिमूर्ति हैं। मंदिर में राजस्थान के लाल पत्थरों का प्रयोग किया गया है जो विश्व फलक पर अपनी अलौकिक छटा के लिए जाना जाता हैं ।
पहली मंजिल पर एक बड़ा सा प्रेयर हॉल है। इसके एक किनारे पर छोटे कमरे बने हैं जिसमें 16 भगवान स्थापित हैं। वहीं, भगवान ब्रह्मा के लिए एक अलग से कमरा है। पहली मंजिल पर 4,000 स्क्वॉयर फीट का एक हॉल है। इस हॉल में कई धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन हो सकेगा। इनमें श्रद्धांजलि सभा, शादी समारोह और दूसरे कार्यक्रम शामिल होंगे।
भारत से गए पंडित
उद्घाटन में 14 पंडित खास भारत से गए हैं जिनके द्वारा मंत्रोच्चार हुआ था । उद्घाटन के मौक़े पर यूएई और भारत सरकार के सीनियर अधिकारी पहुंचे थे । साथ ही कुछ राजनयिक और समुदायिक लीडर्स को भी इसके लिए आमंत्रित थे।
5 अक्टूबर 2022 का पावन दिन
मंदिर पांच अक्टूबर से आधिकारिक तौर पर जनता के लिए खोला गया था । मंदिर सुबह 6:30 बजे से लेकर रात आठ बजे तक खुला रहता है। दिलचस्प बात है कि अक्टूबर के अंत तक मंदिर में दर्शन करने के लिए अप्वाइंटमेंट्स फुल हो गए थे । मंदिर प्रशासन भक्तों को मंदिर तक आने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करने की बात करता हैं।
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