मलमास 14 अप्रैल को होगा खत्म, पर मांगलिक कार्य 1 मई से ही होंगे शुरू, जानें विवाह से मुंडन तक का मुहूर्त
14 अप्रैल को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करते ही मलमास समाप्त हो जाएगा लेकिन गुरु अस्त रहेंगे। गुरु 1 मई को उदय होंगे। इसलिए उसके बाद मांगलिक कार्य होंगे।
मांगलिक कार्य करने वालों को अभी और प्रतीक्षा करनी होगी। 14 अप्रैल 2023 को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करने के साथ ही मलमास समाप्त अवश्य हो जाएगा किंतु गुरु अस्त रहेंगे। गुरु 1 मई को उदय होंगे। उसके बाद विवाह, गृहप्रवेश, मुंडन, सगाई आदि के काम हो सकेंगे।
सूर्य 14 अप्रैल को दोपहर 2 बजकर 58 मिनट पर मेष राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन मीन मलमास समाप्त हो जाएगा और सूर्य की शुद्धि हो जाएगी किंतु वैवाहिक कार्य के लिए गुरु की शुद्धि होना भी आवश्यक है किंतु गुरु इस समय अस्त रहेंगे।
गुरु 1 मई को प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर उदय होंगे। इस दिन से मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाएंगे और विवाह का पहला मुहूर्त ही 1 मई को रहेगा।
गुरु का राशि परिवर्तन भी
गुरु के अस्त रहने की अवधि के बीच में ही गुरु का राशि परिवर्तन भी होगा। गुरु 12 वर्ष बाद 22 अप्रैल को प्रात: 4 बजकर 14 मिनट पर मेष राशि में प्रवेश करेगा। गुरु का मेष में गोचर सर्वसुखदायी और समृद्धि देने वाला रहेगा।
सबसे अधिक विवाह मई में
मलमास समाप्त होने और गुरु के उदय होने के बाद सबसे अधिक विवाह मुहूर्त मई में ही हैं। मई में विवाह के शुद्ध मुहूर्त 11 हैं और पूजन सहित पांच अन्य मुहूर्त हैं। कुल मिलाकर मई में लगभग एक दिन छोड़कर विवाह मुहूर्त हैं।
विवाह मुहूर्त मई 2023
1 मई सोमवार, वैशाख शुक्ल 11
2 मई मंगलवार, वैशाख शुक्ल 12
3 मई बुधवार, वैशाख शुक्ल 13
10 मई बुधवार, ज्येष्ठ कृष्ण 5
11 मई गुरुवार, ज्येष्ठ कृष्ण 6
15 मई सोमवार, ज्येष्ठ कृष्ण 11
16 मई मंगलवार, ज्येष्ठ कृष्ण 12
20 मई शनिवार, ज्येष्ठ शुक्ल 1
21 मई रविवार, ज्येष्ठ शुक्ल 2
29 मई सोमवार, ज्येष्ठ शुक्ल 9
30 मई मंगलवार, ज्येष्ठ शुक्ल 10
मुंडन मुहूर्त मई 2023
3 मई वैशाख शुक्ल 13
8 मई ज्येष्ठ कृष्ण 3
17 मई ज्येष्ठ कृष्ण 13
21 मई ज्येष्ठ शुक्ल 2
22 मई ज्येष्ठ शुक्ल 3
30 मई ज्येष्ठ शुक्ल 10
गृह प्रवेश मुहूर्त मई 2023
17 मई बुधवार, ज्येष्ठ कृष्ण 13
25 मई गुरुवार, ज्येष्ठ शुक्ल 6
29 मई सोमवार, ज्येष्ठ शुक्ल 9
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