Surya Grahan : आज एक साथ दिखेंगे 3 सूर्य ग्रहण, सौ साल बाद बना अजब संजोग
साल 2023 का पहला सूर्यग्रहण आज लग गया, ये ग्रहण भारत में प्रभावी नहीं है और इसी वजह से देश में धर्म-कर्म के काम प्रभावित नहीं हुए। लेकिन आपको बता दें कि इस बार का सूर्य ग्रहण बेहद खास है क्योंकि इस बार आपको एक साथ तीन तरह के ग्रहण दिखाई पड़ने जा रहे हैं।
हाइब्रिड सूर्य ग्रहण
इसलिए वैज्ञानिकों ने इसे हाइब्रिड सूर्य ग्रहण का नाम दिया है और यही नहीं ऐसा संयोग पूरे सौ साल बाद बना इसलिए ये ग्रहण बहुत ज्यादा स्पेशल हो गया है। अब आप सोच रहे होंगे कि एक साथ तीन तरह ग्रहण कैसे नजर आ सकता है तो चलिए इस बारे में जानते हैं विस्तार से।
सूर्य ग्रहण तीन तरह के होते हैं
दरअसल सूर्य ग्रहण तीन तरह के होते हैं- आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार या वलयाकार । इस बार का ग्रहण कुंडलाकार के रूप में प्रारंभ हुआ है जो कि थोड़ी देर में आशिंक रूप में तब्दील हो जाएगा इस दौरान सूर्य कुछ देर के लिए पूर्ण रूप से ढक जाएगा लेकिन ये क्षणिक ही होगा और इसके बाद ये अपनी पहली वाली स्थिति में यानी की कुंडलाकार के रूप में आ जाएगा, यानी कि एक ही ग्रहण में आपको तीनों प्रारूप नजर आने वाले हैं इस वजह से इस सूर्य ग्रहण को वैज्ञानिकों ने काफी खास कहा है और इसे Hybrid नाम दिया है। ऐसा संयोग पूरे सौ साल बाद सामने आया है।
सूर्य मेष राशि में प्रवेश करेंगे
वैसे आपको यहां ये भी बता दें कि ग्रहण के साथ ही सूर्य मेष राशि में प्रवेश कर गए हैं जो कि उच्च राशि है। हालांकि ये ग्रहण मेष, वृषभ, कन्या और तुला राशि को काफी प्रभावित करेगा इसलिए इन राशियों को थोड़ा संभल कर रहने की जरूरत है। बाकी राशियों के लिए ये सामान्य ही रहने वाला है।
भले ही ग्रहण भारत में प्रभावी नहीं है लेकिन ग्रहण के दौरान प्रत्येक इंसान को निम्नलिखित बातों का ख्याल रखने की जरूरत है।
ग्रहणकाल में हर एक इंसान को हरिभजन करना चाहिए।
घरों में धूप बत्ती जलाकर रखनी चाहिए।
तुलसी के पौधे को हाथ नहीं लगाना चाहिए।
गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
ग्रहणकाल में भोजन नहीं करना चाहिए।
अमावस्या का दिन होने से इस दिन हर एक को दान पुण्य करना चाहिए।
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