Home 2023 घर में गंगाजल रखना है शुभ फिर क्यों गंगा मूर्ति रखने की है मनाही

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घर में गंगाजल रखना है शुभ फिर क्यों गंगा मूर्ति रखने की है मनाही

 हिन्दू धर्म में मां गंगा को पवित्र, पूजनीय और मां माना जाता है। इसलिए गंगा स्नान से लेकर गंगाजल घर में रखने तक को महत्वपूर्ण और लाभकारी बताया गया है।

जहां शास्त्रों के अनुसार, मां गंगा एक नदी हैं और नदी का स्वभाव होता है बहना। ऐसे में अगर घर में गंगा मां की मूर्ति रखी जाए तो यह बहाव को दर्शाता है। यानी कि घर में कुछ भी स्थिर नहीं है, सब कुछ अस्थिर और बहता हुआ है।

सरल शब्दों में कहें तो मां गंगा की घर में मूर्ति रखने से सब कुछ अस्थिर हो जाता है। घर का धन, घर की शांति, घर की खुशियां आदि कुछ भी लंबे समय तक नहीं टिकता। साथ ही, मां लक्ष्मी का वास भी घर से विलुप्त होने लगता है।

घर की सुख-समृद्धि चली जाती है या ज्यादा समय तक नहीं रहती है। मान्यता है कि नदी की मूर्ति हमेशा बड़ी होनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि नदी का आकार विशाल काय होता है। इतनी बड़ी मूर्ति घर में रखना संभव नहीं है। शास्त्रों में भी घर में 6 इंच से ज्यादा बड़ी दैवीय प्रतिमा रखना वर्जित माना गया है। वहीं, छोटी मूर्ति रखना मां गंगा के स्रोत या आकार को बाधित करने जैसा है। ऐसे में घर की सुख, समृद्धि, शांति, संपन्नता, धन, तरक्की आदि सभी बाधित होंगे। इसके लावा, यह भी मान्यता है कि मां गंगा एक श्रापित नदी हैं। मां गंगा को मैले होने का श्राप मिला है। हालांकि गंगाजल पवित्र माना जाता है।

असल में गंगाजल (गंगाजल के उपाय) एक जल का रूप है इसलिए वह पवित्र है। मगर मां गंगा की मूर्ति देवी रूप में है इसलिए घर में इसे रखना अशुभ होता है। मान्यता है कि मां गंगा सभी व्यक्तियों के पाप धोती हैं। उनकी मूर्ति घर में रखने का अर्थ है सभी के पापों का आपके घर में होना। ऐसे में आपको दूसरों के पापों का फल भी भोगना पड़ सकता है। इसलिए घर में गंगाजल रखना शुभ और गंगा मूर्ति रखने की मनाही है।


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Author: Admin Editor MBC

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