अयोध्या के 5 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में शराब बिक्री पर प्रतिबंध के बाद काशी के पंचकोशी क्षेत्र को मांस मदिरा से मुक्त क्षेत्र घोषित करने की मांग तेज, cm को लिखा पत्र
– मुख्यमंत्री को लिखा गया पुनः निवेदन पत्र
– मांग पूरी कराने के लिये जन जागरण अभियान में लाई जाएगी और तेजी
– मांग के समर्थन में पांच सदस्य टीम शीघ्र ही मिलेगा आबकारी मंत्री और मुख्यमंत्री से
अयोध्या के 5 कोस क्षेत्र को मदिरा निषेध क्षेत्र घोषित होने के बाद अब काशी के पंचकोशी क्षेत्र में भी मांस मदिरा बंद करने की मांग और जोर पकड़ने लगी है. पिछले दो साल से चल रहे “अभियान पवित्र काशी ” के तहत आंदोलन से जुड़े लोगों ने जहां एक और इस कदम के लिए सरकार को बधाई दी तो वही राज्य सरकार से प्रश्न किया कि अयोध्या और मथुरा के तर्ज पर काशी में भी मांस मदिरा क्यों नहीं बंद होनी चाहिए..? पूर्व में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को इस संदर्भ में पत्र लिखकर निवेदन भी किया गया लेकिन अब समय आ गया है कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को पुनः पत्र लिखकर काशी के पंचकोशी क्षेत्र मांस मदिरा जैसे अधार्मिक कृत को बंद कराने का निवेदन किया जाय .
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी के पंचकोशी क्षेत्र को मांस मदिरा निषेध क्षेत्र घोषित करने की लड़ाई जारी है.बीते 2 सालों से आगमन सामाजिक संस्था और ब्रह्म सेना इसके लिए अभियान चला रही है.सिर्फ अभियान नहीं बल्कि लोगों को इसके लिए जागरूक भी किया जा रहा है.इसके लिएधार्मिक अनुष्ठान, पदयात्रा,पेंटिंग प्रतियोगिता, जनजागरण रैली के अलावा अलग अलग कार्यक्रम किए जा रहें है. सनातन धर्म के तीन शंकराचार्य सहित काशी के सभी पीठ और मंदिर के पीठाधीश्वर,महंत और साधु सन्तो ने भी इस अभियान का समर्थन भी कर रहे है. यही नहीं दूसरे शहरों से आये संत, महंथ, धर्माचार्य और कथावाचको ने “अभियान पवित्र काशी ” के समर्थन में पत्र और अपना वक्तव्य जारी किया है.
अभियान पवित्र काशी के संयोजक और संस्था के संस्थापक डॉ संतोष ओझा ने बताया कि अयोध्या के 84 कोसी क्षेत्र में शराब बंदी का रास्ता साफ हो गया है.यूपी के आबकारी मंत्री ने इसका ऐलान किया है जो स्वागत के योग्य है.जिस तरह भगवान राम की 84 कोस क्षेत्र को पवित्र भूमि को सरकार ने मदिरा मुक्त क्षेत्र किया है उसी तरह बाबा विश्वनाथ के शहर बनारस को भी मांस मदिरा की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाना चाहिए. अभियान से जुड़े जागरूक जनों ने सरकार से मांग की है कि काशी के धार्मिक महत्ता को ध्यान रखते हुए काशी क्षेत्र में भी मांस मदिरा निषेध क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए.
बता दें कि दुनिया के प्राचीनतम शहरों में शुमार वाराणसी पूरे दुनिया में पवित्र धार्मिक शहर के रूप में जानी जाती है.इतना ही नहीं यहां 33 कोटि देवी देवता भी विराजमान है.ऐसे में राज्य सरकार को इस प्राचीन शहर में मांस और मदिरा दोनो की बिक्री पूरी तरह रोक लगानी चाहिए.
मांग के समर्थन में..
महंत शंकर पुरी, स्वामी नरेंद्नंद सरस्वती, प्रो नागेंद्र पांडे डॉ चंदमौली उपाध्याय, डॉ के निरंजन, विनोद राव पाठक, पंडित कन्हैया त्रिपाठी, किशोरी रमन दुबे बाबू महाराज, डॉ गिरीश त्रिपाठी, डॉ चक्रपाणी भट्ट, डॉ टी पी चतुर्वेदी रानी गुरु, एस एन सिंह, डॉ सुभाष पांडे, डॉ विनय पांडे, डॉ राजीव गुरुजी, पुनीत मिश्रा, मनोज पांडे अजय शर्मा, बृजेश पाठक, वी पी सिंह, सुरेंद्र मिश्रा शीलू, राकेश मिड्ढा, रामबली मौर्य,महंत नरेंद्र पांडे, महेश उपाध्याय, उत्तम सिंह, ऋचा सिंह, पूजा गिरी शीलू आदि
जारी है काशी से लखनऊ तक अभियान
“अभियान पवित्र काशी” के तहत आगमन और ब्रह्म सेना काशी के लेकर लखनऊ तक अभियान चला रही है.इस अभियान के तहत अब जादूगर 500 जादूगरी के शो के जरिए वाराणसी से लेकर लखनऊ तक जागरूकता अभियान शुरू कर रखा है.इस अभियान के तहत 2 लाख से ज्यादा लोगों को इस अभियान से जोड़ा जाएगा.
अयोध्या : 84 कोस परिक्रमा क्षेत्र में अब नहीं मिलेगी शराब, काशी में भी पिछले दो साल से आंदोलन जारी
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“अभियान पवित्र काशी ” के लिए जादूगरी के 500 मैजिक शो के माध्यम से तैयार किया जायेगा जनमत
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