Eksloki ramayan : एकश्लोकी रामायण में मात्र एक श्लोक में संपूर्ण राम कथा
वाल्मीकि कृत रामायण में लगभग 24,000 श्लोक हैं। इससे छोटी रामायण में 10 श्लोक हैं जो मूल रामायण के नाम से प्रसिद्ध है। इसके बाद एकश्लोकी रामायण भी है यानी कि मात्र एक श्लोक में ही सपूर्ण रामायण पाठ पढ़ने का पुण्य प्राप्त किया जा सकता है। इस श्लोक या मंत्र को जपने से श्रीराम और हनुमानजी की कृपा प्राप्त होगी है।
सनातन धर्म में रामायण का पाठ करने के अनेकों लाभ बताए गए हैं। कहा जाता जो भी व्यक्ति रामायण का पाठ करता है, वो जीवन में कभी भी गलत मार्ग में नहीं चलता है। रामायण में बताया गया है, कैसे प्रत्येक व्यक्ति को धर्म के अनुसार ही कर्म करना चाहिए। क्योंकि शास्त्रों में समय-समय पर इस बात का वर्णन मिलता है कि अधर्म के मार्ग में चलने वाले की कभी भी विजय नहीं होती। एक दिन ऐसा आता है, जब अधर्मी व्यक्ति का पतन हो जाता है। जैसे रावण का हुआ था। मान्यता है रामायण के पाठ करने से जीवन में सकारात्मकता का प्रवेश होता है तथा नकारात्मकता दूर होती है, आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है, बड़े से बड़ा संकट भी इसके पाठ से दूर हो जाता है।
जीवन में आने वाली बहुत सी समस्याओं को दूर करने के लिए प्राय: रामायण का अखंड पाठ तथा हवन करने का विधान बताया जाता है। इस पाठ के प्रभाव से हर प्रकार का ग्रह दोष, वास्तु दोष, रोग, शोक आदि तुरंत नष्ट हो जाते हैं। इसमें गोस्वामी तुलसीदास कृत श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ किया जाता है। यह पाठ लगभग 24 घंटे तक चलता है। समय अधिक लगने के लिए हर किसी के लिए इस उपाय को कर पाना संभव नहीं हो पाता है।
एक श्लोकी रामायण में रामकथा के पूरे सार को केवल मात्र एक श्लोक में ही बताया गया है। इसके पाठ से भी अखंड रामायण पाठ जितना ही पुण्य मिलता है। एक श्लोकी रामायण निम्न प्रकार है
आदी राम तपोवनादि गमनं, हत्वा मृगं कांचनम्।
वैदेहीहरणं जटायुमरणं, सुग्रीवसंभाषणम्।।
बालीनिर्दलनं समुद्रतरणं, लंकापुरीदाहनम्।
पश्चाद् रावण कुंभकर्ण हननम्, ऐतद्धि रामायणम्।।
भावार्थ :
1. एक बार प्रभु श्री राम वनवास में गए। वहां उन्होंने स्वर्ण मृग का पीछा किया और उसका वध किया।
2.इसी दौरान उनकी पत्नी वैदेही (सीता जी) का रावण द्वारा हरण कर लिया गया। उनकी रक्षा करते हुए पक्षीराज जटायु की मृत्यु हो गई।
3.इसके बाद श्रीराम की मित्रता सुग्रीव से हुई और उन्होंने उनसे चर्चा की।
4. उन्होंने सुग्रीव के दुष्ट भाई बालि का वध किया। फिर समुद्र पर पुल बनाकर पार किया। हनुमानजी ने लंकापुरी का दहन किया।
5. इसके पश्चात् रावण और कुम्भकरण का वध हुआ। यही पूरी रामायण की संक्षिप्त कहानी है
ऐसे करें एक श्लोकी रामायण का पाठ
किसी शुभ दिन और शुभ मुहूर्त में भगवान गणपति की पूजा करें। इसके बाद भगवान शिव, मां पार्वती, भगवान श्रीराम, सीताजी, लक्ष्मण जी तथा हनुमानजी सहित अन्य सभी देवताओं की पूजा करें। मन ही मन अपने इष्टदेव तथा गुरुदेव को प्रणाम कर उनसे आशीर्वाद लें। उन सभी को पुष्प, अक्षत, फल, देसी घी का दीपक, धूपबत्ती आदि अर्पित करें। अब आसन पर बैठ रुद्राक्ष या तुलसी की माला से इस श्लोकरुपी मंत्र का कम से कम 108 बार पाठ करें। यदि संभव हो तो दस माला (1008) बार जप करें। जप के बाद भगवान से अपना कष्ट दूर करने की प्रार्थना करें। इस प्रकार यह अनुष्ठान पूर्ण होता है।
आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो आप इसे फेसबुक, व्हाट्सप्प पर शेयर और लाइक करें। ताकि 12 भाषा की काशी की पहली धार्मिक न्यूज़ पोर्टल “मोक्ष भूमि” की यह जानकारी दूसरे सनातनी को मिल सके
आ रहे है श्री राम…
Shani Dev : आखिर क्यों चढ़ाते हैं शनि देव को तेल, क्या है इससे जुड़ी कथा और मान्यता
अखंड भारत में कब आये मुसलमान..क्या प्रभू श्रीराम शासनकाल में मुसलमान थे ?
अयोध्या थी दुनिया की पहली स्मार्ट सिटी ? जानिए क्या लिखा हैं धार्मिक ग्रंथ में
शर्मनाक : राम शाकाहारी नहीं मांसाहारी थे शिकार करके खाते थे किसके है यह विवादित बोल
नवीनतम जानकारियां
जानें आखिर शिव मंदिर में क्यों बजाते है ताली, ये है पौराणिक महत्व
Ullu : आपके घर पर यदि दिखा है उल्लू, तो जानिए क्या है इसके मायने ?
Lord Dattatreya : जयंती पर जानिए भगवान दत्तात्रेय के तीन मुख का रहस्य ओर इनके 24 गुरुओं के नाम
वर्ष 2024 के कैलेंडर लगाने से पहले वास्तु को भी जान लें, पुरे वर्ष बनी रहेगी समृद्धि
Rashifal 2024: इन राशियों के जीवन में आएगा बड़ा बदलाव, किस्मत करवट लेने को है तैयार
जब विष्णुजी के शरीर से कन्या का हुआ जन्म, जानिए कैसे उत्पन्न हुई एकादशी ?
भैरव को प्रसाद में शराब का चढ़ावा, षड्यंत्र है या परंपरा ? जानिए क्या है धर्म ग्रंथ में
December Birthday : जानिए क्या खास होता है दिसंबर के महीने में पैदा हुए जातको में
Astro guru : इन तीन राशि के जातकों का साल 2024 रहेगा शानदार, जानिए कौन है इसका कारक
Vastu shastra : कहां रखना चाहिए झाड़ू…? गलत जगह झाड़ू रखने से क्या होता है..
वास्तु : घर में दो शमी के पौधे रखना ठीक या गलत, जानें इसकी दिशा और ख़ास बातें
Ayodhya Ram Mandir : श्री राम मंदिर के बारे में वो तथ्य, जो है विशेष आप भी जानिए..
Ayodhya Ram Mandir: आसान शब्दों में ये है पूरी कहानी, राम लला के मंदिर बनने की..
Ahoi ashtami : संतान प्राप्ति में हो रही है देरी, नहीं ठहरता है गर्भ, इस व्रत से मिलेगी सफलता
Papankusha Ekadashi : इस कथा के पाठ से होती है 1000 अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति
चाणक्य की बातें
चाणक्य की बातें : इन 4 तरह के आदतों के लोगों को हमेशा अपने घर से रखे दूर , वरना …
थोड़ा नुकसान उठा लीजिए, मगर जीवन में इन 7 लोगों से कभी मदद मत मांगिए
कथाएं रामायण की ..
Ramayan : श्री राम के अलावा इन योद्धाओं के हाथों मरते-मरते बचा था रावण
कथाएं महाभारत की ..
Mahabharata : क्या गांधारी के श्राप के कारण अफगानिस्तान का हुआ है ये हाल ?
महाभारत से : जानिए रहस्य, आखिर क्यों गंगा ने मार दिया था अपने 7 बेटों को
Mahabharat Katha: किस श्राप के कारण अर्जुन बन गए थे किन्नर?
क्या चीर हरण के समय द्रौपदी रजस्वला थी ? जानिये ‘बोल्ड’ द्रौपदी से जुडी पूरी बातें
जानिये किसका अवतार थीं लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला
जब कर्ण ने श्री कृष्ण से पूछा मेरा दोष क्या था.? पढ़िए श्री कृष्ण का जवाब…
कौन हैं सुदर्शन चक्र ? जानें कैसे बने श्री कृष्ण का अस्त्र
महाभारत काल के वो पांच गांव, जिसकी वजह बना महाभारत युद्ध
निर्जला एकादशी : जानिए जब युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा था एकादशी व्रत की जानकारी, फिर ..
Leave a Reply